फ़्रेसर-मक्गर्क : इतनी जल्दी चमक गया पता ही नहीं चला
ऑस्ट्रेलिया के इस बल्लेबाज़ ने 12 महीनों के अंदर घरेलू क्रिकेट से IPL डेब्यू तक लगाई लंबी छलांग

पिछले महीने जयपुर में जेक फ़्रेसर-मक्गर्क गोल्फ़ कोर्स पर प्रशंसकों के साथ डेविड वॉर्नर की तस्वीरें ख़ीच रहे थे। यह पहला समय था जब वह स्टारडम के नज़दीक थे।
फ़्रेसर-मक्गर्क जिन लोगों की तस्वीरें ले रहे थे उन्हें नहीं पता था कि वह आने वाले टेस्ट सुपरस्टार होंगे। कम से कम इस बारे में रिकी पोंटिंग तो यही सोच सकते हैं और इस बारे में उन्होंने कहा कि दिल्ली कैपिटल्स में आने से पहले ही फ़्रेसर- मक्गर्क इस रास्ते पर लंबे समय से थे।
पिछले साल अक्तूबर में फ़्रेसर-मक्गर्क ने एबी डीविलियर्स का रिकॉर्ड तोड़ते हुए सबसे तेज़ लिस्ट ए शतक लगाया। उन्होंने यह कारनामा साउथ ऑस्ट्रेलिया के लिए खेलते हुए 29 गेंद में तस्मेनिया के ख़िलाफ़ एडिलेड के कैरन रॉल्टन ओवल मैदान पर किया। उन्होंने अपनी इस पारी में 10 चौके और 13 छक्के लगाए और 38 गेंद में 125 रन की पारी खेली।
वैसे युवा वॉर्नर की कई शेड्स भी इस युवा बल्लेबाज़ की बल्लेबाज़ी में दिखी, जिसमें मज़ा था, तेज़ी थी और निडरता थी, जो आपने लखनऊ सुपर जायंट्स के ख़िलाफ़ IPL डेब्यू करते हुए 35 गेंद की 55 रन की पारी में देखा भी होगा।
फ़्रेसर-मक्गर्क ने पांच छक्के लगाए जो अलग-अलग क्षेत्रों में थे और हर बार अलग तरह का शॉट था। लेकिन उनकी बुनियाद समान थी। एक मज़बूत स्टांस, एक साफ़ बैट स्विंग और एक बेहतरीन बल्ले की गति। यह कुछ इसी तरह की पारी थी जिसके बारे में ग्लेन मैक्सवेल ने ट्वीट भी किया था जब फ़्रेसर-मक्गर्क ने मेलबर्न रेनेगेड्स के लिए खेलते हुए पिछले दिसंबर ब्रिसबेन हीट के ख़िलाफ़ 23 गेंद में 55 रन की पारी खेली थी।
मैक्सवेल ने लिखा था, "उनकी क्षमता की कोई सीमा नहीं है।"
तब से सुर्खियां उन पर मज़बूती से टिकी हुई हैं, लेकिन 12 महीने पहले ऐसा नहीं था।
फ़्रेसर-मक्गर्क ने ESPNcricinfo से कहा, "मेरे पास एक राज्य का करार तक नहीं था।"
उन्होंने 2019 में विक्टोरिया में 16 वर्षीय प्रतिभाशाली खिलाड़ी के रूप में सफलता हासिल की, जहां पर उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अर्धशतक लगाया और लिस्ट ए डेब्यू किया लेकिन वह निरंतरता नहीं रख सके जिसकी वजह से वह पीछे चले गए।
2022-23 सीज़न से पहले, फ़्रेसर-मक्गर्क साउथ ऑस्ट्रेलिया नई शुरुआत के लिए चले गए। निराश और ख़ुद पर संदेह करने वाला एक बल्लेबाज़ कुछ समय बाद आक्रामक बल्लेबाज़ बन चुका था और जिसकी बल्लेबाज़ी में अब निरंतरता दिखती थी।
उन्होंने विक्टोरिया में बिताए अपने समय के दौरान कहा था, "मैं कहीं नहीं जा रहा था, मुझे बस यही लग रहा था कि मैं थोड़ा पीछे चला गया हूं। जो करार उन्होंने मुझे पेश किया वह बहुत निचला था और मैं अपने को दूसरी टीम में भी नहीं देख सकता था। तभी मैंने फ़ैसला किया कि जहां से भी मुझे मौक़ा मिलता है मैं वहां जाऊंगा और मैं भाग्यशाली रहा कि साउथ ऑस्ट्रेलिया सही समय पर आई। मैंने तब भी ज़ल्दबाज़ी में हां नहीं कहा था।"
यह केवल एक हां नहीं थी जो फ़्रेसर-मक्गर्क ने पिछले समय में की थी। फ़रवरी में शेफ़ील्ड शील्ड मैच में होबार्ट के लिए खेलते समय जैसे ही उन्होंने अपना फ़ोन चालू किया, वह लगभग अपनी सीट से गिर पड़े। फ़्रेसर-मक्गर्क के मुताबिक कारण था, पंटर यानि पोंटिंग का मैसेज।
उन्होंने कहा, "उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या मैं विकल्प के तौर पर दिल्ली कैपिटल्स के साथ जुड़ना पसंद करूंगा। मैंने तुरंत ही कहा हां। यह कुछ सिर खपाने वाले दिन थे। मेरे मैनेजर ने मुझे वीज़ा दिलाने के लिए बहुत सारा पेपरवर्क किया।"
फ़्रेसर-मक्गर्क नीलामी में बिके नहीं थे लेकिन वह ILT20 में दुबई कैपिटल्स के लिए खेले, जिसके IPL में वही मालिक हैं। उन्होंने दिखाया कि वह एक बेहतर विकल्प साबित हो सकते हैं। जब उन्हें पोंटिंग का संदेश मिला तभी उन्हें यह अहसास हो गया कि वह IPL में खेलेंगे।
फ़रवरी में ही उन्होंने अपने करियर में एक नई उड़ान भरी जब उन्हें वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ वनडे सीरीज़ में ऑस्ट्रेलिया के लिए डेब्यू करने का मौक़ा मिला, जहां पर उन्होंने 18 गेंद में ही 41 रन की पारी खेल डाली। यह BBL के बेहतरीन सीज़न के बाद आई पारी थी, जहां पर उन्होंने रेनेगेड्स के लिए आठ पारियों में 158.64 के स्ट्राइक रेट से 257 रन बनाए थे।
फ़्रेसर-मक्गर्क ने कहा, "सबकुछ बहुत जल्दी हो गया। मुझे इस पर सच में विचार करने का समय नहीं मिला था। अभी तक इस साल मेरा बेहतरीन सफ़र रहा है, लेकिन क्रिकेट में कुछ भी हो सकता है। यह आपको पीछे पहुंचा सकता है लेकिन जितना संभव हो सके सीख रहा हूं और मिले मौक़ों का फ़ायदा उठाने के बारे में सोच रहा हूं, मैं कुछ भी ख़राब होते हुए नहीं देख सकता।"
2019 में फ़्रेसर-मक्गर्क क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया द्वारा भेजे गए उस दल का हिस्सा थे जिन्होंने चेन्नई स्थित MRF पेस फ़खउंडेशन में ट्रेनिंग ली थी। वह यहां आकर बहुत उत्साहित थे, जहां पर उन्हें क्रिकेट के लिए पागलपन और गर्मी, आद्रता के बीच एक अलग तरह की ट्रेनिंग करने का अवसर मिला।
उन्होंने कहा, "पिछली रात जब मैं ऋषभ पंत के साथ छक्के उड़ा रहा था। हमारे बीच एक तरह की प्रतिस्पर्धा थी, वह बिल्कुल जीत गए लेकिन यह शानदार था जो भी मैं उनसे सीख सका और बाक़ी लोग भी जो 22 साल की उम्र में इस ग्रुप का हिस्सा थे। मैंने पिछले लंबे समय तक ऐसा सपना नहीं देखा था।"
फ़्रेसर-मक्गर्क को IPL में स्वतंत्रता की कमी लग रही है, जहां पर क्रिकेट ही सब कुछ नहीं है। यहां पर एंर्डोसमेंट हैं, स्पॉन्सर के साथ किए वादे हैं, फ़ोटो शूट हैं, मिलना-जुलना है, यह उस माहौल से अलग है जो उन्होंने पहले देखा था। हमारी बातचीत भी फ़ोटोशूट के बाद थी, जहां फ़्रेसर- मक्गर्क की आंखे खुली।
उन्होंने कहा, "मैंने पहले कभी इस तरह क्रिकेट में काम नहीं किया, यह कुछ अलग है।"
शुरुआती दिनों में उनके लिए बचपन में क्रिकेट बहुत मायने रखता था। इससे उनके माता-पिता को बहुत मदद मिली जो ख़ुद भी खेल से जुड़े रहे।
उन्होंने कहा, "जब मैं 10 साल का था तो हो सकता है क्रिकेट मेरे लिए बहुत मायने रखता था। मां नेटबॉल खिलाड़ी थी और पापा टेनिस खिलाड़ी थी। वह गर्मियों में क्रिकेट भी खेले थे। यहां तक कि हम एक ही क्लब में खेले।"
"जब मैं 11 या 12 साल का हुआ तो हम एक ही टीम में थे। वह गेंदबाज़ी की शुरुआत करते थे और मैं विकेटकीपिंग करता था। मुझे याद है उन्होंने एक पारी में पांच विकेट लिए थे और मैंने उस मैच में अर्धशतक लगाया था। क्रिकेट हमेशा से मजे़ वाला खेल रहा है। हम मैच ख़त्म करते और बाद में मक्डॉनल्ड में बर्गर खाते, यह वाकई मज़े वाला समय था।"
जब वह बड़े हुए तो माइकल क्लार्क की ही तरह आगे बढ़कर शॉट लगाने का अभ्यास करते थे। क्लार्क का वह शॉट जिसे उनके लिए जाना जाता था, जहां पर वह आगे बढ़ते और फ्लिक करके गेंद को स्पिनरों के विरुद्ध वाइड लांग ऑन पर भेज देते थे।
उन्होंने कहा, "मुझे उनका खेल बहुत पसंद था, उनका प्रवाह, उनके शॉट्स, जैसा वह गेंद पर चढ़कर शॉट खेलते थे। मैंने क्लार्क में प्रवाह देखा, वॉर्नर में ताक़त और कौशल देखा।"
शशांक किशोर ESPNcricinfo में सीनियर सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।
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