क्लार्क ने बुमराह को दुनिया का 'सर्वश्रेष्ठ तेज़ गेंदबाज़' बताया
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान का मानना है कि सिडनी में अगर भारत ने कुछ और रन बनाए होते और बुमराह फ़िट होते तो परिणाम कुछ और भी हो सकता था
ESPNcricinfo स्टाफ़
08-Jan-2025
क्लार्क ने कहा कि तीनों फ़ॉर्मेट में हिस्सा लेने वाले गेंदबाज़ों के बीच बुमराह सर्वश्रेष्ठ हैं • Cricket Australia via Getty Images
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने जसप्रीत बुमराह को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी में प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ प्रदर्शन के बाद अब तक का सर्वश्रेष्ठ ऑल-फ़ॉर्मेट (टेस्ट, T20 और वनडे) तेज़ गेंदबाज़ क़रार दिया है।
बुमराह ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी के दौरान 13.06 की औसत से 32 विकेट लिए, लेकिन सिडनी में आख़िरी टेस्ट के ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के दौरान चोटिल हो गए। बुमराह की अनुपस्थिति में भारत के अन्य तेज़ गेंदबाज़ चार रन की बढ़त हासिल करने में कामयाब ज़रूर रहे, लेकिन दूसरी पारी में बुमराह की गैर-मौज़ूदगी में ऑस्ट्रेलिया ने तीसरे दिन 162 रन का लक्ष्य हासिल कर सीरीज 3-1 से जीत ली।
अगर बुमराह फ़िट होते एवं दो विकेट और ले लेते तो वह ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गए किसी भी विदेशी गेंदबाज़ के द्वारा एक सीरीज़ में सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ बनते। यह रिकॉर्ड सिडनी बार्न्स के नाम पर हैं, जिन्होंने 1911-12 में 34 विकेट लिए थे।
क्लार्क ने ESPN के 'अराउंड द विकेट' शो में कहा, "इस सीरीज़ के ख़त्म होने के बाद जब मैं बुमराह के प्रदर्शन के बारे में सोच रहा था, तो मुझे लगा कि वह तीनों फ़ॉर्मेट में अब तक के सर्वश्रेष्ठ तेज़ गेंदबाज़ हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "मैं बहुत से महान तेज़ गेंदबाज़ों को जानता हूं - जैसे कर्टली एम्ब्रोस, ग्लेन मैक्ग्रा लेकिन उन्होंने T20 क्रिकेट नहीं खेला है। इसलिए मैं उनके बारे में बात नहीं कर रहा। लेकिन जिन खिलाड़ियों ने भी तीनों फ़ॉर्मेट खेले हैं, उनमें बुमराह सबसे बेहतरीन हो सकते हैं। वह हर परिस्थिति में हर फ़ॉर्मेट में शानदार हैं। यही उन्हें महान बनाता है।"
सिडनी टेस्ट के बारे में क्लार्क ने कहा, "मुझे लगता है कि भारत ने शायद 20 रन कम बनाया। अगर भारत द्वारा दिया गया लक्ष्य 180 होता और बुमराह टीम में होते, तो मुझे लगता है भारत मैच जीत जाता। बुमराह इतने अच्छे हैं कि वह टीम के अन्य गेंदबाज़ों से कहीं बेहतर हैं।"
मोहम्मद सिराज ने भारतीय तेज़ गेंदबाजों में 31.15 की औसत से 20 विकेट लेकर दूसरा सबसे अच्छा प्रदर्शन किया, जबकि प्रसिद्ध कृष्णा ने सिडनी में छह विकेट लेकर यह दिखाया कि उन्हें सीरीज़ में पहले मौका दिया जा सकता था।