पोंटिंग : एमसीजी में दोहरा शतक लगाने के बाद ही वॉर्नर को संन्यास ले लेना चाहिए था
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान ने कहा कि एमसीजी में साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ खेले गए टेस्ट में वॉर्नर के पास संन्यास लेना का अच्छा मौक़ा था


रिकी पोंटिंग का मानना है कि डेविड वॉर्नर के पास एमसीजी में साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ दोहरा शतक लगाने के बाद टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का आदर्श समय था और उसे उन्होंने गंवा दिया है। साथ ही पोंटिंग ने यह सुझाव दिया है कि विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फ़ाइनल में वॉर्नर को यह साबित करना होगा कि वह ऐशेज़ खेलने के लिए तैयार हैं।
वॉर्नर दिल्ली में खेले गए दूसरे टेस्ट में चोटिल हो गए थे। इसके बाद उन्हें टेस्ट सीरीज़ से बाहर होना पड़ा। उनकी कोहनी में हेयरलाइन फ़्रैक्चर हुआ था।
पोंटिंग ने आईसीसी रिव्यू पॉडकास्ट में कहा, " अगर वॉर्नर अपने संन्यास के बारे में सोच रहे थे तो यह उनके पास एमसीजी़ में संन्यास लेने का अच्छा मौक़ा था। उन्होंने मेलबर्न में अपना 100वां टेस्ट खेला था और वहां पहली पारी में उन्होंने 200 रन बनाए थे। अब किसे पता है कि उनके पास ऐसा मौक़ा फिर से कब आएगा। "
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि वॉर्नर को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फ़ाइनल में शामिल किया जाएगा। ऐशेज़ से पहले टीम चयन के मामले में कुछ बड़े फ़ैसले लिए जाने हैं। भारत आने से पहले भी टीम के चयन को लेकर कई सवाल था।"
"जब वे यूके जाएंगे तो शायद उनके पास सोचने के लिए इसी तरह की चीजे़ं होंगी क्योंकि यूके में डेविड का रिकॉर्ड उतना मज़बूत नहीं है जितना कि दुनिया भर में कुछ अन्य जगहों पर है।"
हालांकि पोंटिंग ने यह भी कहा कि वॉर्नर अपनी शर्तों पर अपना टेस्ट करियर ख़त्म करने के हक़दार हैं।
ऐंड्रयू मक्ग्लैशन ESPNcricinfo के डिप्टी एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर राजन राज ने किया है।

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