गेंदबाज़ी में सुधार के लिए रेड्डी ने दिया कमिंस और मॉर्कल को श्रेय
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारत को यह महसूस होने के बाद कि उनके पास एक तेज़ गेंदबाज़ कम था, नीतीश कुमार रेड्डी ने अपने IPL कप्तान पैट कमिंस और भारतीय गेंदबाज़ी कोच मोर्ने मॉर्कल को अपनी गेंदबाज़ी में आए सुधार का श्रेय दिया है। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर रेड्डी बतौर ऑलराउंडर खेले थे और उन्होंने बल्ले के साथ प्रभावित करते हुए MCG पर शतक भी जड़ा था लेकिन बतौर गेंदबाज़ उनका अधिक उपयोग नहीं किया गया।
लॉर्ड्स पर पहले दिन दो विकेट चटकाने के साथ अहम बात यह थी कि भारत ने इंग्लैंड की पारी के 14वें ओवर में ही रेड्डी का इस्तेमाल किया और उन्होंने पहले दिन के खेल में मोहम्मद सिराज जितना ही 14 ओवरों की गेंदबाज़ी की जो कि भारत के लिए अच्छे संकेत हैं। तुलनात्मक तौर पर कम गति के बावजूद रेड्डी को अन्य गेंदबाज़ों की तुलना में अधिक स्विंग प्राप्त हुई और इसके साथ ही आश्चर्यचकित करने योग्य बात यह थी कि उन्हें अधिक औसत सीम भी मिली जो कि जसप्रीत बुमराह को प्राप्त हुई औसत सीम से थोड़ी अधिक थी। रेड्डी ने लगातार स्टंप्स में भी गेंदबाज़ी की।
रेड्डी ने कहा, "ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद मुझे महसूस हुआ कि मुझे अपनी गेंदबाज़ी और निरंतरता पर काम करने की ज़रूरत है। मैंने पैट से जब इस संबंध में बात की तो उन्होंने मुझे बताया कि मुझे ऑस्ट्रेलिया में कैसी गेंदबाज़ी करनी चाहिए थी और मैं ऑस्ट्रेलिया में कैसी गेंदबाज़ी कर सकता हूं। यह मेरे लिए बड़ा अनुभव था।
इस दौरे की शुरुआत से पहले मॉर्कल के साथ काम करना भी मेरे काम आया। वह पिछले कुछ सप्ताह से मेरे साथ लगातार काम कर रहे हैं और हमने मेरी गेंदबाज़ी में बहुत सुधार देखा है। उनके साथ काम करने में मज़ा आ रहा है।"
रेड्डी ने प्रथम श्रेणी मैचों के साथ ही इंग्लैंड दौरे की शुरुआत से पहले एक इंट्रा स्क्वाड मैच भी खेला था।
रेड्डी ने कहा, "चूंकि मुझे दोनों ओर स्विंग प्राप्त होती है इसलिए हम लगातार मेरी निरंतरता पर काम कर रहे हैं। मैं सिर्फ़ उन एरिया में निरंतर होना चाहता हूं और हम इस पर काम कर रहे हैं। मैं काफ़ी मेहनत कर रहा हूं लेकिन अंत में चीज़ों को समझना और ख़ुद पर विश्वास रखना सबसे अहम है। जब आप ख़ुद पर विश्वास करते हैं तभी आपकी कड़ी मेहनत रंग लाती है। और मुझे अब यह बात समझ आ रही है।"
रेड्डी ने IPL में केवल पांच ओवर की गेंदबाज़ी की थी क्योंकि वह तब साइड स्ट्रेन से उबर रहे थे।
रेड्डी ने कहा, "चोट के बाद लय में आना मेरे लिए कठिन था। IPL सीज़न के अंत में मैंने गेंदबाज़ी करना शुरू किया और मुझे अच्छा महसूस हुआ। मैं मूवमेंट का लुत्फ़ उठाना चाहता हूं और मेरी टीम को मुझसे जो उम्मीद है वो करना चाहता हूं और मुझे लगता है कि मैं अब तक वैसा करने में सफल रहा हूं। मैंने आज जिस तरह से गेंदबाज़ी की उससे मैं ख़ुश हूं और कल भी मैं ऐसी ही गेंदबाज़ी करना चाहता हूं।"
सिद्धार्थ मोंगा ESPNcricinfo में वरिष्ठ लेखक हैं।