कॉन्स्टास के शतक और केलावे, कॉनली के अर्धशतकों से ऑस्ट्रेलिया ए मज़बूत स्थिति में
ऑस्ट्रेलिया ए 337/5 (सैम कॉन्सटास 109, कैंपबेल केलावे 88, कूपर कॉनली 70, हर्ष दुबे 3-88)
ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज़ सैम कॉन्स्टास ने भारत ए-ऑस्ट्रेलिया ए पहले अनाधिकृत टेस्ट के पहले दिन बेहतरीन शतक लगाकर ऐशेज़ सीरीज़ के लिए उस्मान ख़्वाजा का जोड़ीदार बनने का अपना दावा और मज़बूत किया। उन्होंने 144 गेंदों की अपनी पारी के दौरान मैदान के चारों ओर 10 शानदार चौके व तीन गगनचुंबी छक्के लगाए और पहले विकेट के लिए अपने सलामी जोड़ीदार कैंपबेल केलावे (88) के साथ 198 रनों की साझेदारी की।
इस साझेदारी की मदद से पहले दिन की समाप्ति तक ऑस्ट्रेलिया ए पांच विकेट के नुक़सान पर 337 रन पर पहुंच गया। उनकी तरफ़ से कूपर कॉनली ने 70 और लियम स्कॉट ने भी नाबाद 47 रन बनाए। भारत ए की तरफ़ से गेंदबाज़ी में सिर्फ़ हर्ष दुबे ही कुछ हद तक प्रभावित कर पाए, जिन्होंने 21 ओवरों में 88 रन देते हुए तीन विकेट लिए, जिसमें कॉन्सटास का महत्वपूर्ण विकेट शामिल था।
ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर बादल से घिरी परस्थितियों में पहले बल्लेबाज़ी का फ़ैसला किया था, जिसे उनके दोनों सलामी बल्लेबाज़ों ने सही साबित किया। इससे पहले दिन का पहला सत्र बारिश और मैदान गीला होने के कारण पूरी तरह से धुल गया था।
लंच के बाद खेल शुरू होने पर कॉन्सटास ने पहले ही ओवर में प्रसिद्ध कृष्णा पर रिवर्स रैंप लगाने की कोशिश की, लेकिन वह असफल रहे। इसके बाद वह थोड़े सजग हो गए और धीमी गति से अपनी पारी को आगे बढ़ाया। वहीं दूसरी तरफ़ केलावे अपने स्वभाव के विपरीत आक्रामक नज़र आए और प्रति गेंद रन बनाना शुरू किया।
प्रसिद्ध, ख़लील अहमद और गुरनूर बरार की भारतीय तेज़ गेंदबाज़ी तिकड़ी मददग़ार परिस्थितियों का कोई फ़ायदा नहीं उठा पाई और दोनों बल्लेबाज़ों ने आसानी से रन बनाए। केलावे का अर्धशतक सिर्फ़ 53 गेंदों पर आए, जिसमें सात चौका और एक छक्का शामिल था। वहीं कॉन्स्टास ने अपना अर्धशतक पूरा करने के लिए 86 गेंदें लीं, जिसमें छह चौके शामिल था।
हालांकि इसके बाद उन्होंने अपना गियर बदला और अगले 50 रन पूरे करने के लिए सिर्फ़ 36 गेंदें लीं। उन्होंने 25वें ओवर की आख़िरी गेंद पर आगे बढ़ते हुए तनुष कोटियान के सिर के ऊपर से लॉन्ग ऑन पर छक्का जड़ा और अपना शतक पूरा किया। टी तक ऑस्ट्रेलिया ए का स्कोर 37 ओवर में बिना विकेट के 198 रन था। तेज़ गेंदबाज़ों के बाद स्पिनर्स भी कोई छाप नहीं छोड़ पाए।
हालांकि दिन के तीसरे और आख़िरी सत्र की पहली गेंद पर ही भारत को पहली सफलता मिली, जब वह बरार की शॉर्ट गेंद को पुल करने के प्रयास में मिसटाइम कर गए और मिडविकेट पर कोटियान ने उनका आसान कैच लपका। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ए के विकेटों के गिरने का सिलसिला शुरू हो गया। तीन ओवर बाद बाएं हाथ के स्पिनर हर्ष दुबे ने ऑस्ट्रेलिया ए के कप्तान नेथन मैकस्वीनी को विकेट के सामने पकड़ा और वह पगबाधा हो गए। इसके दो गेंद बाद ओलिवर पीक भी पवेलियन में होते, लेकिन देवदत्त पड़िक्कल ने स्लिप में उनका आसान कैच छोड़ दिया।
हालांकि चार ओवर बाद कॉन्स्टास भी दुबे का शिकार हुए, जो उनकी फ़ुल गेंद को स्लॉग स्वीप करने के चक्कर में डीप मिडविकेट पर लपके गए। तीन ओवर बाद पीक भी अहमद की मिडिल-लेग की फ़ुलर गेंद को फ़्लिक करने गए, लेकिन गेंद को विकेटों के सामने अपने पैड पर खेल बैठे।
टी के बाद 10 ओवरों के अंतराल और 26 रनों के भीतर ही ऑस्ट्रेलिया ए अपना चार विकेट गंवा बैठा था। हालांकि इसके बाद फिर से कॉनली और स्कॉट ने पारी को संभाला और खेल के आख़िरी घंटे में पांचवें विकेट के लिए 109 रन जोड़े। स्कॉट ने 84 गेंदों में 70 रन बनाए, जिसमें 12 चौके और एक छक्का शामिल था। वह दिन का खेल समाप्त होने से बस एक ओवर पहले दुबे का शिकार हुए, जब वह उनकी नीची रहती लेंथ गेंद को कट करने के प्रयास में स्लिप में पड़िक्कल के हाथों लपके गए।
मैच के दूसरे दिन ऑस्ट्रेलिया ए एक बड़ा स्कोर खड़ा करके भारत ए को दबाव में लाना चाहेगा।
दया सागर ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं।dayasagar95