मेंडिस के अर्धशतक से श्रीलंका ने किया अफ़ग़ानिस्तान को बाहर
श्रीलंका 171 पर 4 ( कुसल मेंडिस 74*, कुसल परेरा 28, कामिंडु मेंडिस 26* और ओमरज़ाई 10 पर 1) ने अफ़ग़ानिस्तान 169 पर 8 (नबी 60, राशिद 24 और तुषारा 18 पर 4) को छह विकेट से हराया
कुसल मेंडिस के अर्धशतक से श्रीलंका ने जीत हासिल करते हुए अफ़ग़ानिस्तान को एशिया कप 2025 से बाहर कर दिया। श्रीलंका की जीत ने इसके साथ ही बांग्लादेश को सुपर-4 का टिकट दिला दिया है। श्रीलंका और बांग्लादेश के अलावा भारत और पाकिस्तान सुपर-4 में प्रवेश करने वाली दो अन्य टीमें हैं।
अफ़ग़ानिस्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी का फ़ैसला किया था। अफ़ग़ानिस्तान ने आक्रामक शुरुआत की थी लेकिन नुवान तुषारा ने पावरप्ले में तिहरे झटके देते हुए अफ़ग़ानिस्तान पर दबाव डाल दिया। इसके बाद इब्राहिम ज़दरान और डरविश रसूली के बीच साझेदारी पनपी लेकिन श्रीलंका के गेंदबाज़ों और फ़ील्डरों की जुगलबंदी ने अफ़ग़ानिस्तान के ऊपर से दबाव हटने नहीं दिया।
ड्रिंक्स के तुरंत बाद ही कुसल परेरा ने डीप थर्ड पर एक शानदार कैच लपक लिया। इसके अगले ही ओवर में दासुन शानका ने अज़मतुल्लाह ओमरज़ाई को बोल्ड करते हुए मात्र 73 के स्कोर पर अफ़ग़ानिस्तान की आधी टीम को पवेलियन लौटा दिया।इसके बाद दुनित वेल्लालगे ने भी एक बेहतरीन कैच लपकते हुए ज़दरान को पवेलियन लौटा दिया और अब अफ़ग़ानिस्तान 79 के स्कोर पर छह विकेट गंवा चुका था।
हालांकि मोहम्मद नबी और राशिद ख़ान के बीच साझेदारी पनपी और दोनों अफ़ग़ानिस्तान की पारी को 100 के पार ले गए लेकिन तुषारा वापस गेंदबाज़ी पर आए और उन्होंने राशिद को 27 के निजी स्कोर पर बोल्ड कर दिया।
अफ़ग़ानिस्तान के लिए मुश्किलें बढ़ गई थीं। हालांकि कप्तान चरित असलंका के मिसकैलकुलेशन के चलते अंतिम ओवर करने के लिए वेल्लालगे को गेंदबाज़ी करनी पड़ी और यहां से मोमेंटम अफ़ग़ानिस्तान के पक्ष में झुक गया। नबी ने अंतिम ओवर में पांच छक्के जड़ते हुए कुल 32 रन बटोर लिए और अफ़ग़ानिस्तान ने श्रीलंका के सामने एक चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रख दिया।
श्रीलंका को सुपर-4 में प्रवेश करने के लिए 101 रन बनाने थे जबकि अफ़ग़ानिस्तान को अगले दौर में प्रवेश करने के लिए जीत से कम कुछ भी मंज़ूर नहीं था। अफ़ग़ानिस्तान की तरह ही श्रीलंका ने भी आक्रामक अंदाज़ में शुरुआत की लेकिन पतुम निसंका ओमरज़ाई का शिकार बन गए। पावरप्ले के अंतिम ओवर में नबी ने कामिल मिशारा को भी अपना शिकार बना लिया और श्रीलंका 47 के स्कोर पर दो विकेट गंवा चुका था। हालांकि श्रीलंका सुपर-4 में प्रवेश करने के लिए ज़रूरी लक्ष्य से अधिक दूर नहीं था लेकिन यहां से मेंडिस और परेरा के बीच साझेदारी पनप गई। श्रीलंका जब अगले दौर में प्रवेश करने से सिर्फ़ नौ रन दूर था तब परेरा मुजीब उर रहमान का शिकार बन गए।
हालांकि मेंडिस एक छोर पर डटे रहे और असलंका के साथ उनकी साझेदारी पनपने लगी। मेंडिस ने जल्द ही अपना अर्धशतक पूरा किया लेकिन 15वें ओवर में नूर अहमद ने असलंका को राशिद के शानदार कैच के ज़रिए पवेलियन का रास्ता दिखा दिया। श्रीलंका को अभी भी जीत के लिए 31 गेंदों पर 51 रनों की दरकार थी। लेकिन इसके बाद मेंडिस को एक और मेंडिस यानी कामिंडु मेंडिस का साथ मिला और कामिंडू ने आते ही ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी शुरू कर दी। जल्द ही श्रीलंका की जीत और अफ़ग़ानिस्तान का टूर्नामेंट से बाहर होना औपचारिकता नज़र आने लगा और आठ गेंद शेष रहते हुए श्रीलंका ने यह मुक़ाबला अपने नाम कर लिया।