विश्व कप के इतिहास में सबसे अधिक विकेट लेने वाली गेंदबाज़ बनीं मारिजान काप
319-7 - साउथ अफ़्रीका ने इंग्लैंड के ख़िलाफ़ गुवाहाटी में खेले गए पहले सेमीफ़ाइनल में सात विकेट के नुकसान पर 319 रन बनाए। यह स्कोर उनका महिला विश्व कप में सबसे बड़ा स्कोर है और वनडे में चौथा सबसे बड़ा स्कोर है।
यह विश्व कप नॉकआउट मैच में दूसरा सबसे बड़ा टीम स्कोर भी है।
44 - मरीज़ान काप ने अब विश्व कप में कुल 44 विकेट हासिल कर लिए हैं। उन्होंने इंग्लैंड के ख़िलाफ़ सेमीफ़ाइनल में अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए, 20 रन देकर पांच विकेट लिया। अब वह भारत की झूलन गोस्वामी को पीछे छोड़कर महिला विश्व कप में सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाली गेंदबाज़ बन गई हैं।
काप के अब वनडे में कुल 181 विकेट हैं। सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाली गेंदबाज़ के रूप में यह तीसरा सबसे ज़्यादा है। उनसे आगे सिर्फ़ गोस्वामी (255) और साउथ अफ़्रीका की शबनिम इस्माइल (191) हैं।
169 - लॉरा वुलफ़ॉर्ट ने सेमीफ़ाइनल में 169 रनों की पारी खेली। यह महिला विश्व कप के नॉकआउट मैच में तीसरा सबसे बड़ा और किसी कप्तान का सबसे बड़ा स्कोर है।
यह विश्व कप में साउथ अफ़्रीका की ओर से अब तक का सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर भी है।
117 - वुलफ़ॉर्ट ने वनडे में 5000 रन पूरे करने के लिए 117 पारियां लीं। वह स्मृति मंधाना (112 पारियां) के बाद इस माइलस्टोन तक पहुंचने वाली दूसरी सबसे तेज़ बल्लेबाज़ हैं। वुलफ़ार्ट पहली साउथ अफ़्रीकी महिला और कुल मिलाकर छठी खिलाड़ी हैं जिनके नाम 5000 वनडे रन हैं।
13 - वुलफ़ार्ट ने महिला विश्व कप में 13 बार 50 या उससे ज़्यादा रन की पारियां खेली हैं। यह मिताली राज के साथ संयुक्त रूप से सबसे ज़्यादा हैं।
470 - इस विश्व कप में वुलफ़ार्ट ने कुल 470 रन बनाए हैं, जो टूर्नामेंट में किसी बल्लेबाज़ का तीसरा सबसे बड़ा स्कोर है। वह अलिसा हीली के रिकॉर्ड से सिर्फ़ 39 रन पीछे हैं।
1/3 - इंग्लैंड ने अपने पहले तीन विकेट सिर्फ़ एक रन पर गंवा दिया था। यह वनडे इतिहास में तीसरे विकेट के पतन पर सबसे कम स्कोर की बराबरी करता है। इससे पहले दो बार यह 2005 में हुआ था - श्रीलंका बनाम साउथ अफ़्रीका (प्रिटोरिया) और न्यूज़ीलैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया (पर्थ) ।
यह भी पहली बार था जब इंग्लैंड की टॉप-3 बल्लेबाज़ बिना खाता खोले आउट हुईं।
116 - सेमीफ़ाइनल में वुलफ़ार्ट और टैज़मिन ब्रिट्स के बीच 116 रनों की ओपनिंग साझेदारी हुई। यह वनडे में उनकी आठवीं शतकीय पार्टनरशिप थी - जो साउथ अफ़्रीका की किसी भी जोड़ी की ओर से सबसे ज़्यादा है। वुलफ़ार्ट की इससे पहले लिज़ेल ली के साथ सात शतकीय साझेदारियां थीं।