ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ चौथे T20I में अभिषेक शर्मा पर होगी नज़र

ESPNcricinfo स्टाफ़

Abhishek Sharma पर रहेंगी निगाहें © AFP/Getty Images

कभी-कभी ऐसा होता है कि कोई महत्वपूर्ण सीरीज़ किसी और बड़े सीरीज़ के कारण चर्चाओं में कम होती है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे T20 सीरीज़ में भी ऐसा ही हुआ है। सीरीज़ के पहले दो मैच तब खेले गए जब महिला वनडे विश्व कप अपने नॉकआउट स्टेज़ पर था। साथ ही ऐशेज़ की तैयारी और कुछ महत्वपूर्ण खिलाड़ियों की अनुपस्थिति से इस सीरीज़ को थोड़ा घाटा तो ज़रूर हुआ है। हालांकि इन सभी चीज़ों के बावजूद इस सीरीज़ में कई ऐसी महत्वपूर्ण पक्ष हैं, जो आने वाली बड़े टूर्नामेंट के नज़रिए से काफ़ी मायने रखते हैं।

ऑस्ट्रेलिया की मौजूदा टीम में इस सीरीज़ और आने वाले ऐशेज़ के बीच बहुत कम संबंध हैं। ट्रैविस हेड और सीन एबट को रिलीज़ कर दिया गया है। जॉश इंग्लिस टीम के अकेले ऐसे खिलाड़ी हैं जो पर्थ में एशेज़ की तैयारियों का हिस्सा रहेंगे।

होबार्ट में भारत ने कमाल की वापसी करते हुए सीरीज़ को 1-1 से बराबर किया। उन्होंने जिस तरह से बड़े लक्ष्य का पीछा किया। उससे उनके टीम की बल्लेबाज़ी क्रम की गहराई और ताक़त का सबूत था। उस मैच में सिर्फ़ तिलक वर्मा का स्ट्राइक रेट 125 से नीचे था। वॉशिंगटन सुंदर और जितेश शर्मा भले ही अपना पहला मैच खेल रहे थे लेकिन मैच में महत्वपूर्ण योददान दिया।

टिम डेविड ने ऑस्ट्रेलिया के लिए शानदार बल्लेबाज़ी की। बल्लेबाज़ी क्रम में ऊपर भेजे जाने के बाद उनकी यह पारी आने वाले दिनों में ऑस्ट्रेलिया के विश्व कप अभियान के तैयारियों के लिए काफ़ी अहम साबित हो सकती है। उन्होंने 38 गेंदों में 74 रन बनाए और उसमें टूर्नामेंट का शायद सबसे बड़ा सिक्सर भी शामिल था। हालांकि मिचेल मार्श (जो आठवें ओवर तक सिर्फ़ 14 गेंदें खेल पाए) और मिच ओवन के लगातार दो गेंदों पर वरुण चक्रवर्ती के हाथों आउट होने के बाद ऑस्ट्रेलिया वापसी नहीं कर सका। फिर भी मार्कस स्टॉयनिस की 64 रनों की पारी उनके लिए एक सकारात्मक पहलू रही।

ऑस्ट्रेलिया के लिए यह T20 सीरीज़ के आख़िरी दो मैच इस फ़ॉर्मेट में एक लंबे व्यस्त दौर का अंत हैं। इसके बाद चयनकर्ताओं को T20 विश्व कप टीम की घोषणा करनी होगी। हालांकि BBL में खिलाड़ियों का प्रदर्शन चयन पर असर डाल सकता है।

हालिया प्रदर्शन

ऑस्ट्रेलिया: LWWWW भारत: WLWWW

इन खिलाड़ियों पर रहेगी नज़र: बेन ड्वारश्विस और अभिषेक शर्मा

बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ बेन ड्वारश्विस ने इस साल की शुरुआत में वेस्टइंडीज़ और साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ अच्छी गेंदबाज़ी की थी, लेकिन पिछले महीने हल्की चोटों के कारण वे छह में से सिर्फ़ एक T20I खेल पाए। अब वे एबट की जगह टीम में लौटे हैं और भारत के ख़िलाफ़ आख़िरी दो मैचों में खेलेंगे। उनकी वापसी ऑस्ट्रेलिया के आक्रमण में ज़रूरी विविधता लाएगी। मिचेल स्टार्क के T20I से संन्यास लेने और स्पेंसर जॉनसन के लंबे समय तक चोट से जूझने के बाद, ड्वारश्विसविश्व कप के लिए बाएं हाथ के पेस विकल्प के प्रमुख दावेदार बन चुके हैं।

अभिषेक शर्मा की बात करें तो अगर उन्होंने हर गेंद को बाउंड्री के लिए नहीं मारा, तो कोशिश ज़रूर की। मज़ाक से हटकर, उन्होंने MCG पर मुश्किल हालात में 68 रनों की शानदार पारी खेलकर अपने खेल के कई रंग दिखाए। वे इस सीरीज़ में 100 से ज़्यादा रन बनाने वाले भारत के एकमात्र बल्लेबाज़ हैं और उनका स्ट्राइक रेट 167.16 रहा है। हालांकि होबार्ट में वे नेथन ऐलिस की बाउंसर पर चकमा खा गए थे।

उन्हें T20I में 1000 रन पूरे करने के लिए 39 रनों की ज़रूरत है। अगर वे इस मैच में यह आंकड़ा छूते हैं तो विराट कोहली के 27 पारियों में 1000 रन पूरे करने के भारतीय रिकॉर्ड की बराबरी करेंगे और गेंदों के हिसाब से दुनिया में सबसे तेज़ खिलाड़ी बन जाएंगे। अभी सूर्यकुमार यादव 573 गेंदों में यह उपलब्धि हासिल करने वाले सबसे तेज़ खिलाड़ी हैं, जबकि अभिषेक अब तक 500 गेंदें खेल चुके हैं।

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