ब्रिसबेन टेस्ट के पहले दिन रूट और स्टार्क ने बनाए कई अनोखे रिकॉर्ड

ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच चल रहे दूसरे ऐशेज़ टेस्ट में कई बड़े रिकॉर्ड टूटे हैं

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30 - ऑस्ट्रेलिया में अपना पहला टेस्ट शतक बनाने में जो रूट को 30 पारियाँ लगीं। केवल चार खिलाड़ियों को इस उपलब्धि के लिए इससे ज़्यादा पारियों की आवश्यकता पड़ी है। इनमें तीन ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी (इयान हीली (41), बॉब सिम्पसन (36) और स्टीव वॉ (32)) और एक विदेशी खिलाड़ी गॉर्डन ग्रीनिज़ (32) शामिल हैं।

किसी विदेशी धरती पर शीर्ष सात में बल्लेबाज़ी करते हुए (पहला शतक बनाने के लिए), रूट की ये 30 पारियां दूसरी सबसे अधिक हैं। ग्रीनिज़ ने 1988-89 में एडिलेड में 104 रन बनाए थे, जो ऑस्ट्रेलिया में उनकी 32वीं और आख़िरी पारी थी। रोहन कन्हाई ने भी1966 में द ओवल में 104 रन बनाए थे, जो इंग्लैंड में उनकी 26वीं पारी थी।

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135* - रूट ने ब्रिसबेन टेस्ट के पहले दिन कुल 135 रन नाबाद बनाए। इंग्लैंड के सिर्फ़ दो बल्लेबाज़ों ने इस मैदान पर इससे ज़्यादा का निजी स्कोर बनाया है। 2010 में एलिस्टर कूक ने 235 और 1986 में इयन बॉथम ने 138 रन बनाए थे।

रूट इंग्लैंड के दूसरे ऐसे बल्लेबाज़ भी हैं, जिन्होंने ब्रिसबेन टेस्ट के पहले दिन पर शतक जमाया है। मौरिस लीलैंड ने 89 साल पहले ब्रिसबेन टेस्ट के पहले दिन 126 का स्कोर बनाया था।

1 - ऐशेज़ टेस्ट के पहले दिन इंग्लैंड के किसी भी बल्लेबाज़ के द्वारा 135 (जो रूट का स्कोर) रन से अधिक सिर्फ़ एक ही बल्लेबाज़ ने बनाया था। एंड्रयू स्ट्रॉस ने 2009 के लॉर्ड्स टेस्ट के पहले दिन नाबाद 161 रन बनाए थे।

रूट के पांच ऐशेज़ शतकों में से चार शतक मैच के शुरुआती दिन आए हैं, जबकि अन्य सभी इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों ने 2006 के बाद से किसी भी ऐशेज़ टेस्ट के पहले दिन सामूहिक रूप से केवल तीन शतक बनाए हैं। कुल मिलाकर उन्होंने टेस्ट मैच के शुरुआती दिन 14 शतक बनाए हैं, जो केवल रिकी पोंटिंग के 17 शतकों से पीछे है।

8 - स्टार्क ने अब तक किसी भी टेस्ट मैच के पहले ओवर में कुल आठ विकेट लिए हैं। 2002 के बाद से यह किसी भी गेंदबाज़ के द्वारा पहले ओवर में लिए गए कुल विकेटों की संख्या में संयुक्त रूप से सबसे अधिक है। जेम्स एंडरसन ने भी आठ ही विकेट लिए हैं। किसी टेस्ट पारी के पहले ओवर में स्टार्क के 26 विकेट भी 2002 के बाद से दूसरे सबसे ज़्यादा हैं, जो केवल एंडरसन के 29 विकेटों से पीछे हैं।

6 - छह ऐसे तेज़ गेंदबाज़ हैं, जिन्होंने लगातार तीन टेस्ट मैचों में छह या उससे अधिक विकेट हॉल का रिकॉर्ड अपने नाम किया है। स्टार्क पहले ऐसे ऑस्ट्रेलियाई तेज़ गेंदबाज़ हैं, जिन्होंने यह कारनामा किया है। साथ ही वह दूसरे ऐसे ऑस्ट्रेलिया गेंदबाज़ हैं, जिन्होंने शेन वॉर्न (1994 में)के साथ यह रिकॉर्ड अपने नाम किया है।

1 - स्टार्क से पहले किसी भी ऐशेज़ सीरीज़ में सिर्फ़ शेन वॉर्न ने पहले दो टेस्ट मैचों में छह विकट हॉल लिया था। स्टार्क ने अब तक ऐशेज़ में कुल 16 विकेट लिए हैं, जो 2013-14 के बाद से किसी भी तेज़ गेंदबाज़ के लिए सबसे अधिक हैं। मिचेल जॉनसन ने यह कारनामा 2013-14 के ऐशेज़ में किया था।

418 - टेस्ट मैचों में अब मिचेल स्टार्क की संख्या 418 तक पहुंच गई है। यह किसी भी बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ों के द्वारा ली गई विकेटों से ज़्यादा है। इससे पहले यह रिकॉर्ड वसीम अक़रम के नाम था। उन्होंने कुल 414 टेस्ट विकेट लिए थे। अगर बाएं हाथ के तेज़ और स्पिन दोनों तरह के गेंदबाज़ों की बात करें तो इस मामले में सिर्फ़ रंगाना हेराथ (433 विकेट) ही स्टार्क से आगे हैं।

8 - स्टार्क ने अब तक किसी भी टेस्ट मैच के पहले ओवर में कुल आठ विकेट लिए हैं। 2002 के बाद से यह किसी भी गेंदबाज़ के द्वारा पहले ओवर में लिए गए कुल विकेटों की संख्या में संयुक्त रूप से सबसे अधिक है। जेम्स एंडरसन ने भी आठ ही विकेट लिए हैं। किसी टेस्ट पारी के पहले ओवर में स्टार्क के 26 विकेट भी 2002 के बाद से दूसरे सबसे ज़्यादा हैं, जो केवल एंडरसन के 29 विकेटों से पीछे हैं।

6 - छह ऐसे तेज़ गेंदबाज़ हैं, जिन्होंने लगातार तीन टेस्ट मैचों में छह या उससे अधिक विकेट हॉल का रिकॉर्ड अपने नाम किया है। स्टार्क पहले ऐसे ऑस्ट्रेलियाई तेज़ गेंदबाज़ हैं, जिन्होंने यह कारनामा किया है। साथ ही वह दूसरे ऐसे ऑस्ट्रेलिया गेंदबाज़ हैं, जिन्होंने शेन वॉर्न (1994 में)के साथ यह रिकॉर्ड अपने नाम किया है।

85.33 - ओपनर के रूप में किसी टेस्ट पारी में 50 या उससे अधिक रन बनाते समय ज़ैक क्रॉली का औसत रन 85.33 है। उसके बाद ही वह आउट होते हैं। यह उन 58 ओपनरों में तीसरा सबसे कम है जिनके टेस्ट करियर में 20 या उससे अधिक 50 या उससे अधिक का स्कोर है।

क्रॉली ने ओपनर के तौर पर अपने 22 ऐसे 50 से ऊपर के स्कोर में से केवल चार को शतकों में बदला है। अर्धशतक को शतक में बदलने के मामले में क्रॉली से ख़राब औसत मार्क रिचर्डसन का है। उन्होंने चार शतक और 19 अर्धशतक बनाए हैं।

61* - ब्रिसबेन टेस्ट के पहले दिन रूट और जोफ़्रा आर्चर के बीच 10वें विकेट के लिए 61 रनों की नाबाद साझेदारी हुई। किसी भी डे नाइट टेस्ट में यह 10वें विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी है। 1982 के बाद यह ऐशेज़ टेस्ट क्रिकेट में 10वें विकेट के लिए ऑस्ट्रेलिया में सबसे बड़ी साझेदारी है।

1 - स्टार्क से पहले किसी भी ऐशेज़ सीरीज़ में सिर्फ़ शेन वॉर्न ने पहले दो टेस्ट मैचों में छह विकट हॉल लिया था। स्टार्क ने अब तक ऐशेज़ में कुल 16 विकेट लिए हैं, जो 2013-14 के बाद से किसी भी तेज़ गेंदबाज़ के लिए सबसे अधिक हैं। मिचेल जॉनसन ने 2013-14 के ऐशेज़ के पहले दो टेस्ट में 17 विकेट लिए थे।

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