IPL में नए सितारे - वीर, मंगेश, कार्तिक और नबी ने ऑक्शन में मचाई धूम
मंगलवार को हुए IPL 2026 मिनी ऑक्शन में अनकैप्ड भारतीय खिलाड़ी पूरी तरह से केंद्र में रहे। कई अनजाने नामों पर बोली की जंग छिड़ी और उन्होंने सबका ध्यान खींचा। घरेलू क्रिकेट या राज्य स्तरीय लीगों से उभरे होनहार खिलाड़ियों की मांग, स्थापित भारतीय और विदेशी खिलाड़ियों से ज़्यादा रही। आइए जानते हैं ऑक्शन के सबसे बड़े अनकैप्ड भारतीय ख़रीदों के बारे में।
प्रशांत वीर - CSK, 14.2 करोड़ रुपये
नोएडा सुपर किंग्स के लिए UPT20 लीग खेलने से लेकर चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) में रवींद्र जाडेजा के संभावित लंबे समय के विकल्प के तौर पर देखे जाने तक, 20 वर्षीय प्रशांत वीर का सफ़र किसी सपने से कम नहीं है। ऐज़ ग्रुप क्रिकेट में छक्के मारने की भूख के कारण 'मिलर' के उपनाम से मशहूर वीर अब IPL इतिहास के संयुक्त रूप से सबसे महंगे अनकैप्ड भारतीय बन गए हैं।
UPT20 में वीर ने 155 की स्ट्राइक रेट से 320 रन बनाए और आठ विकेट भी चटकाए। ऐसे प्रदर्शन ने उन्हें सीनियर क्रिकेट में तेज़ी से आगे बढ़ाया गया। इसके बाद उनका सफ़र और भी व्यस्त हो गया: सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी और अंडर-23 मैचों के बीच सात दिनों में छह मैच खेले, कोलकाता और मुंबई के बीच लगातार सफ़र किया, और फिर मिली उन्हें ये बड़ी रकम।
सलिल अरोड़ा - SRH, 1.50 करोड़ रुपये
23 वर्षीय सलिल अरोड़ा पंजाब की T20 नर्सरी से निकलने वाले अगले बड़े बल्लेबाज़ साबित हो सकते हैं, जहां से पहले ही अभिषेक शर्मा, प्रभसिमरन सिंह और नमन धीर जैसे खिलाड़ी आए हैं।
एक फ़िनिशर के रूप में अरोड़ा ने सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी में मज़बूत बेस बनाए रखते हुए छक्कों की बरसात की। उन्होंने आठ पारियों में लगभग 200 की स्ट्राइक रेट से 358 रन बनाए। टूर्नामेंट में 28 छक्कों के साथ वह सिक्सेस चार्ट में टॉप पर रहे, जबकि अभिषेक शर्मा (26) दूसरे स्थान पर थे।
ऐसा आक्रामक अंदाज़ सनराइज़र्स हैदराबाद (SRH) की बल्लेबाज़ी सोच से पूरी तरह मेल खाता है। 1.5 करोड़ रुपये में वह एक वैल्यू ख़रीद साबित हो सकते हैं। अरोड़ा ज़रूरत पड़ने पर विकेटकीपिंग भी कर सकते हैं और इशान किशन व हाइनरिक क्लासन के बैकअप का विकल्प देते हैं।
मंगेश यादव - RCB, 5.20 करोड़ रुपये
140 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार को लगातार छूने वाले 24 वर्षीय स्किडी बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ मंगेश यादव ने MP T20 लीग में ग्वालियर चीता्स के लिए 14 विकेट लेकर विकेट तालिका में शीर्ष स्थान हासिल किया और 'इमर्जिंग प्लेयर' का पुरस्कार जीता। इन प्रदर्शनों के दम पर उन्हें सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी के लिए सीनियर टीम में जगह मिली, जहां उन्होंने तीन मैचों में दो विकेट लिए और 12 गेंदों में 28 रन बनाकर ऑलराउंड क्षमता भी दिखाई।
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) उनकी प्रगति पर नज़र रखे हुए थी और ट्रायल्स में उन्होंने मलोलन रंगराजन को काफ़ी प्रभावित किया। नतीजा यह रहा कि RCB ने उन्हें 30 लाख के बेस प्राइस से 1633% ज़्यादा, यानी 5.2 करोड़ रुपये में खरीदा। मंगेश को यश दयाल के आदर्श बैकअप के तौर पर देखा जा रहा है, जिन्होंने इस साल के IPL फ़ाइनल के बाद से क्रिकेट नहीं खेला है।
तेजस्वी दहिया - KKR, 3 करोड़ रुपये
छक्के मारने के शौक़ीन एक और विस्फोटक विकेटकीपर-बल्लेबाज़ तेजस्वी दहिया (जो तेजस्वी सिंह के नाम से रजिस्टर्ड हैं) को कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) ने तब अपने साथ जोड़ा, जब वे कार्तिक को हासिल नहीं कर सके। 23 वर्षीय दहिया ने 2025 दिल्ली प्रीमियर लीग में 190.45 की स्ट्राइक रेट से 339 रन बनाए। इस टूर्नामेंट में सिर्फ़ नितीश राणा (34) ने दहिया के 29 छक्कों से ज़्यादा छक्के लगाए।
सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी में भी दहिया का बल्ला ख़ूब चला। अहमदाबाद में कर्नाटक के ख़िलाफ़ उन्होंने 19 गेंदों में नाबाद 53 रन जड़े। टूर्नामेंट में उनकी 278.94 की स्ट्राइक रेट (कम से कम 15 गेंदें खेलने वाली पारियों में) दिल्ली के किसी बल्लेबाज़ द्वारा दूसरी सबसे तेज़ रही। उनसे आगे सिर्फ़ ऋषभ पंत (305.26) हैं।
दहिया एमएस धोनी को अपना आदर्श मानते हैं और संजय भारद्वाज से ट्रेनिंग लेते हैं, जिन्होंने गौतम गंभीर और प्रियांश आर्य जैसे खिलाड़ियों को भी कोचिंग दी है।
कार्तिक शर्मा - CSK, 14.2 करोड़ रुपये
भरतपुर के लगातार छक्के उड़ाने वाले बल्लेबाज़ कार्तिक शर्मा 2023 में राजस्थान प्रीमियर लीग से उभरे और दो साल बाद IPL मिनी ऑक्शन में पांच फ़्रेंचाइज़ियों की दिलचस्पी का केंद्र बने। CSK ने उनकी पावर-हिटिंग से इतने प्रभावित होकर, प्रशांत वीर पर उतनी ही रकम खर्च करने के बावजूद, कार्तिक पर भी 14.2 करोड़ रुपये लुटा दिए।
कार्तिक ने अब तक 11 T20 पारियों में 28 छक्के लगाए हैं और उनकी स्ट्राइक रेट 162.92 है। वह 2025-26 रणजी सीज़न के पहले चरण में संयुक्त रूप से सबसे ज़्यादा छक्के लगाने वाले बल्लेबाज़ रहे और पिछली विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी में सबसे ज़्यादा छक्के भी उन्हीं के नाम रहे। पिछले सीज़न में उन्होंने CSK के साथ ट्रेनिंग भी की थी और IPL अनुभव वाले गेंदबाज़ों के ख़िलाफ़ बड़े शॉट खेलने की क्षमता दिखाई थी।
उन्होंने घरेलू क्रिकेट में तेज़ और स्पिन दोनों तरह के गेंदबाज़ों को निशाना बनाया है। सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी में उन्होंने श्रेयस गोपाल और आर साई किशोर जैसे शीर्ष स्पिनरों की भी जमकर ख़बर ली।
नमन तिवारी - LSG, 1 करोड़ रुपये
नमन तिवारी पहली बार तब सुर्ख़ियों में आए, जब 16 साल की उम्र में उन्होंने लखनऊ लेग का एक पेस हंट प्रोग्राम जीता। इसके बाद वह ऐज़ ग्रुप क्रिकेट से होते हुए सीनियर स्तर तक एक ख़तरनाक बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ के रूप में लगातार आगे बढ़ते गए, जिनकी इनस्विंग काफ़ी प्रभावी मानी जाती है।
पिछले साल साउथ अफ़्रीका में हुए अंडर-19 विश्व कप के दौरान वह स्काउट्स की नज़र में आए और सीनियर क्रिकेट में उनका आना भी सहज रहा। UPT20 में उन्होंने 10 मैचों में 19 विकेट लेकर तीसरा स्थान हासिल किया। राजस्थान रॉयल्स (RR) के साथ नेट गेंदबाज़ के तौर पर IPL माहौल का अनुभव ले चुके नमन अब लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) में आत्मविश्वास और प्रदर्शन दोनों के साथ पहुंचे हैं।
आक़िब नबी - DC, 8.40 करोड़ रुपये
दिल्ली कैपिटल्स ने आक़िब नबी (जो आक़िब डार के नाम से रजिस्टर्ड हैं) को 8.40 करोड़ रुपये में ख़रीदा। वह मिनी ऑक्शन में सबसे महंगे भारतीय गेंदबाज़ रहे चाहे कैप्ड हों या अनकैप्ड। 29 वर्षीय नबी मुख्य रूप से स्विंग गेंदबाज़ हैं, लेकिन उन्होंने डेथ ओवर्स में भी अपनी स्किल्स को बेहतर किया है, जो सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी में साफ़ दिखा।
अगर स्विंग न मिले, तो नबी सटीक लाइन-लेंथ से रन रोक सकते हैं। वह बल्लेबाज़ी में भी योगदान दे सकते हैं। अपने हालिया T20 मैच में उन्होंने जम्मू-कश्मीर के लिए नंबर 7 पर उतरकर 21 गेंदों में 32 रन बनाए।
मुकुल चौधरी - LSG, 2.60 करोड़ रुपये
कार्तिक शर्मा और अशोक शर्मा को तैयार करने वाली उसी जयपुर अकादमी से निकले मुकुल चौधरी ने अपने करियर की शुरुआत एक तेज़ गेंदबाज़ के रूप में की थी, लेकिन हालात उन्हें एक अलग राह पर ले आए। अकादमी मैच में विकेटकीपर की कमी के कारण उन्हें दस्ताने पहनने पड़े और धीरे-धीरे वह इस भूमिका में निखरते चले गए।
उनका सफ़र आसान नहीं रहा। दो साल पहले राजस्थान के लिए डेब्यू सीज़न में वह सिर्फ़ दो मैच खेल पाए और फिर टीम से बाहर हो गए। लेकिन इस सीज़न उन्होंने ज़बरदस्त वापसी की। अंडर-23 टूर्नामेंट में उन्होंने 102.83 की औसत से 617 रन बनाए और प्रतियोगिता के सबसे ज़्यादा छक्के लगाने वाले बल्लेबाज़ बने। इसी प्रदर्शन के दम पर उन्हें सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी के लिए राजस्थान टीम में दोबारा बुलाया गया, जहां उन्होंने चोटिल कार्तिक की जगह ली।