वरुण, हार्दिक और बुमराह ने भारत को जिताई सीरीज़
भारत 231/5 ( तिलक 73, हार्दिक 63, बॉश 44 पर दो) ने साउथ अफ़्रीका 201/8 (डी कॉक 65, चक्रवर्ती 53 पर चार, बुमराह 17 पर दो) को 30 रनों से हराया।
भारत ने अहमदाबाद में खेले गए पांचवें और आख़िरी T20I मुक़ाबले में साउथ अफ़्रीका को 30 रनों से हरा दिया और 3-1 से सीरीज़ अपने नाम कर ली है। T20 फ़ॉर्मेट में भारत ने लगातार आठवीं द्विपक्षीय सीरीज़ जीती है और अपने ही रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है। इस फ़ॉर्मेट में लगातार सबसे अधिक द्विपक्षीय 10 सीरीज़ जीत का रिकॉर्ड पाकिस्तान के नाम है।
पहले बल्लेबाज़ी करते हुए भारत को अभिषेक शर्मा और संजू सैमसन ने आक्रामक शुरूआत दिलाई थी। दोनों ने पहले विकेट के लिए केवल 34 गेंद में 63 रनों की साझेदारी की थी। पावरप्ले के आख़िरी ओवर में भारत ने अभिषेक का विकेट गंवाया जिन्होंने 21 गेंद में 34 रन बनाए। सैमसन दूसरे छोर पर लगातार बड़े शॉट खेलते रहे और उन्होंने दूसरे विकेट के लिए तिलक वर्मा के साथ भी केवल 21 गेंद में ही 34 रन जोड़ दिए।
पारी के 10 में ओवर में जॉर्ज लिंडे की एक खूबसूरत ऑफ़ स्पिन गेंद पर सैमसन चूक गए और 22 गेंद में 37 रनों की पारी खेलने के बाद क्लीन बोल्ड हो गए। सैमसन की पारी में चार चौके और दो छक्के शामिल रहे। भारत ने अपना यह दूसरा विकेट 97 के स्कोर पर गंवाया। इसके बाद आए कप्तान सूर्यकुमार यादव एक बार फिर से कुछ ख़ास नहीं कर पाए और उनके बल्ले से केवल पांच रन ही निकले। 13 वें ओवर की पहली गेंद पर जब सूर्यकुमार आउट हुए तब भारत का स्कोर 115 रन था।
इसके बाद हार्दिक पंड्या ने अचानक मैच का गियर बदल दिया। छक्के के साथ अपनी पहली ही गेंद पर खाता खोलने वाले हार्दिक ने देखते ही देखते केवल 16 गेंदों में अपना पचासा पूरा कर लिया। यह T20I में किसी भारतीय द्वारा लगाया गया दूसरा सबसे तेज़ अर्धशतक है। हार्दिक ने किसी भी गेंदबाज़ को नहीं छोड़ा और तिलक के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए केवल 44 गेंद में 105 रनों की साझेदारी कर डाली। इस साझेदारी ने भारत को एक विशाल स्कोर तक ले जाने का काम किया।
हार्दिक ने केवल 25 गेंद में 63 रन बनाए और उनकी पारी में पांच चौके तथा पांच छक्के शामिल रहे। तीन नंबर पर बल्लेबाज़ी करने आए तिलक ने 42 गेंद में 73 रनों की बेहतरीन पारी खेली। तिलक ने केवल एक छक्का लगाया लेकिन उनकी पारी में 10 चौके शामिल रहे। लुंगी एन्गिडी ने अपने चार ओवर में केवल 29 रन ख़र्च किए लेकिन उन्हें कोई विकेट नहीं मिला। हालांकि वह इस मैच में साउथ अफ़्रीका के इकलौते गेंदबाज़ रहे जिनकी इकॉनमी 10 से कम की रही।
अहमदाबाद में किसी T20I मैच में बने दूसरे सबसे बड़े स्कोर का पीछा करने उतरी साउथ अफ़्रीका को क्विंटन डी कॉक ने आक्रामक शुरूआत दिलाई और अर्शदीप सिंह द्वारा फेंके गए पहले ओवर में चौकों की हैट्रिक लगाई और शुरुआत से ही अपने इरादे साफ़ कर दिए। डी कॉक ने जमकर आक्रमण किया और पारी के चौथे ओवर में ही अपनी टीम को 50 का आंकड़ा पार करा दिया। हालांकि दूसरे छोर पर रीज़ा हेंड्रिक्स संघर्ष कर रहे थे। पारी के सातवें ओवर में जब वह 12 गेंद में केवल 13 रन बना कर आउट हुए तब साउथ अफ़्रीका के खाते में 69 रन जुड़ चुके थे।
डी कॉक ने अपना आक्रमण जारी रखते हुए केवल 30 गेंद में T20I में अपना 18वां पचासा पूरा किया। इस बीच उन्हें डेवाल्ड ब्रेविस का साथ मिला और दोनों ने केवल 23 गेंद में 51 रनों की साझेदारी कर डाली। इस साझेदारी के दौरान भारतीय टीम दबाव में थी, लेकिन पारी का 11वां ओवर लेकर आए जसप्रीत बुमराह ने डी कॉक को अपनी ही गेंद पर कॉट एंड बोल्ड किया और इस खतरनाक साझेदारी का अंत किया। अगले ओवर की पहली गेंद पर ही हार्दिक ने ब्रेविस को चलता किया और दोनों सेट बल्लेबाज़ बाहर जा चुके थे। वरुण चक्रवर्ती ने इसके अगले ओवर में लगातार गेंद पर एडन मारक्रम और डॉनोवन फ़रेरा का विकेट लिया।
केवल 15 रनों के भीतर चार विकेट गंवाकर साउथ अफ़्रीका ने मैच पर से पकड़ खो दी। मार्को यानसन और जॉर्ज लिंडे ने कुछ बड़े शॉट्स लगाए, लेकिन इससे भारत की पक़ड़ को ढीली नहीं कर सके।