आंकड़े : कॉन्वे और लेथम की सलामी जोड़ी ने स्थापित किए नए कीर्तिमान
1 टॉम लेथम और डेवन कॉन्वे प्रथम श्रेणी क्रिकेट के इतिहास में दोनों पारियों में शतक जड़ने वाली पहली सलामी जोड़ी बने हैं। टेस्ट क्रिकेट में ऐसा सिर्फ़ चौथी बार हुआ है जब दो बल्लेबाज़ों की जोड़ी ने दोनों पारियों में शतक जड़ा है। इससे पहले धनन्जय डी सिल्वा और कामिंडु मेंडिस की जोड़ी ने 2024 में सिलेट में बांग्लादेश के ख़िलाफ़ दोनों पारियों में शतक जड़ा था। अज़हर अली और मिस्बाह उल हक़ की जोड़ी ने 2014 में अबू धाबी में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ जब दोनों पारियों में शतक जड़ा था तो तब वह टेस्ट इतिहास में ऐसा कारनामा करने वाले केवल दूसरी जोड़ी थे और तब टेस्ट क्रिकेट में 40 वर्ष की अवधि में ऐसा पहली बार हुआ था।
टेस्ट क्रिकेट में यह कारनामा सबसे पहली बार इयान और ग्रेग चेपल ने किया था, उन्होंने 1974 में वेलिंगटन में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ दोनों पारियों में शतक जड़े थे।
515 लेथम और कॉन्वे की सलामी जोड़ी ने तीसरे टेस्ट में साथ मिलकर कुल 515 रन जोड़े। एक टेस्ट में किसी सलामी जोड़ी द्वारा साथ में जोड़े गए सर्वाधिक कुल रनों के मामलों में उन्होंने नील मैकेंज़ी और ग्रेम स्मिथ द्वारा बनाए गए 415 कुल रनों के आंकड़े को 100 रनों से पछाड़ दिया जो कि उन्होंने 2008 में चट्टोग्राम में खेले गए टेस्ट मुक़ाबले में बनाए थे।
10 अब तक टेस्ट इतिहास में सिर्फ़ 10 बार ऐसा हुआ है जब किसी बल्लेबाज़ ने एक टेस्ट की एक पारी में दोहरा शतक और दूसरी पारी में शतक जड़ा है। कॉन्वे दूसरी पारी में शतक जड़ने के बाद यह कारनामा करने वाले 10वें खिलाड़ी बन गए। 2025 में टेस्ट में यह कारनामा करने वाले कॉन्वे दूसरे बल्लेबाज़ बने हैं, उनसे पहले शुभमन गिल ने जुलाई में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ एजबेस्टन में 269 और 161 रनों की पारी खेली थी।
1 कॉन्वे और लेथम से पहले सिर्फ़ एक ही बार ऐसा हुआ था जब एक टेस्ट में न्यूज़ीलैंड के लिए सलामी जोड़ी ने दो बार शतकीय साझेदारी की हो। इससे पहले यह कारनामा लेथम के पिता रोड लेथम और मार्क ग्रेटबैच ने 1992 में ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ बुलावायो टेस्ट में दो शतकीय साझेदारी की थी।
0 लेथम और कॉन्वे की जोड़ी से पहले अब तक टेस्ट इतिहास में किसी भी जोड़ी ने एक टेस्ट में 300 से अधिक और शतकीय साझेदारी नहीं की थी। उनसे पहले अब तक सिर्फ़ तीन जोड़ी ने एक टेस्ट में 250 से अधिक और एक शतकीय साझेदारी की है। पहली बार यह कारनामा जावेद मियांदाद और मुश्ताक़ अहमद की जोड़ी ने 1976 में कराची टेस्ट में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ किया था। इसके बाद अबदुल्लाह शफ़ीक़ और इमाम-उल-हक़ ने 2022 में रावलपिंडी में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ किया था। वहीं मुश्फ़िक़ुर रहीम और नाजमुल हुसैन शान्तो ने गॉल 2025 में ऐसा किया था।
565 कॉन्वे और लेथम ने इस टेस्ट मैच में कुल 565 रन बनाए। कॉन्वे ने 327 जबकि लेथम ने 238 रन बनाए। इससे पहले किसी सलामी जोड़ी द्वारा टेस्ट मैच में बनाए गए सर्वाधिक रन 550 थे जो कि स्मिथ और हर्शल गिब्स ने 2003 में एजबेस्टन में बनाया था।
327 कॉन्वे द्वारा बनाए गए 327 रन एक टेस्ट में न्यूज़ीलैंड के किसी बल्लेबाज़ द्वारा बनाए गए तीसरे सर्वाधिक रन हैं। कॉन्वे से ज़्यादा स्टीफन फ़्लेमिंग ने 2003 में श्रीलंका के ख़िलाफ़ कोलंबो में 343 रन बनाए थे जबकि मार्टिन क्रो ने 1991 में वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ 329 रन बनाए थे।
881 इस टेस्ट में न्यूज़ीलैंड ने कुल 881 रन बनाए जो कि उनके द्वारा एक टेस्ट में बनाए गए सर्वाधिक कुल रन हैं। इससे पहले न्यूज़ीलैंड ने 1990 में ऑकलैंड में भारत के ख़िलाफ़ 874 रन बनाए थे।