महिला घरेलू क्रिकेट में मैच फ़ीस दोगुना से ऊपर बढ़ा
BCCI ने महिला घरेलू क्रिकेट में मैच फ़ीस बढ़ा दी है। सीनियर प्रतियोगिताओं में पहली एकादश में खेलने वाली खिलाड़ियों के लिए यह फ़ीस 20,000 रुपये से बढ़ाकर 50,000 रुपये प्रति दिन कर दी गई है। यह फ़ैसला सोमवार को मुंबई में हुई एपेक्स काउंसिल की बैठक में लिया गया।
रिज़र्व खिलाड़ियों को इसका आधा यानी 25,000 रुपये प्रति दिन मिलेगा। आयु-वर्ग स्तर पर भी संशोधन किया गया है, जहां पहली एकादश का हिस्सा बनने वाली खिलाड़ियों को 25,000 रुपये प्रति दिन और रिज़र्व खिलाड़ियों को 12,500 रुपये प्रति दिन मिलेंगे।
अब तक आयु-वर्ग की खिलाड़ी अगर एकादश में होती थीं तो उन्हें 10,000 रुपये प्रति दिन, जबकि रिज़र्व खिलाड़ियों को 5,000 रुपये मिलते थे। इस फ़ीस ढांचे के तहत अगर कोई खिलाड़ी फ़ाइनल समेत सभी लीग मैच खेलती थी, तो पूरे सीज़न में उसे कुल मिलाकर थोड़ा सा 2 लाख रुपये से ज़्यादा मिलते थे। अब यह राशि बढ़कर लगभग 5 लाख रुपये हो जाएगी।
ये बदलाव भारत की ऐतिहासिक वनडे विश्व कप जीत के बाद घरेलू क्रिकेट को मज़बूत करने के BCCI के निरंतर प्रयासों का हिस्सा हैं। साथ ही सिस्टम के भीतर लंबे समय से मैच फ़ीस की समीक्षा की मांग भी उठ रही थी।
ESPNcricinfo की समझ के मुताबिक, कई शीर्ष राज्य कोचों और खिलाड़ियों ने आंतरिक रूप से इस बदलाव का अनुरोध किया था। जूनियर स्तर पर वेतन में संशोधन युवा लड़कियों के बीच खेल में बढ़ती रुचि का नतीजा है, ख़ासकर तब, जब भारत ने लगातार दो अंडर-19 विश्व कप खिताब जीते हैं।
साल 2022 में BCCI ने महिला राष्ट्रीय टीम की मैच फ़ीस को पुरुष खिलाड़ियों के बराबर कर दिया था। इसके तहत टेस्ट खेलने वाली खिलाड़ियों को प्रति मैच 15 लाख रुपये, जबकि वनडे और T20I मैचों के लिए क्रमशः 6 लाख और 3 लाख रुपये मिलने लगे थे।
हालांकि, सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट की रकम में कोई बदलाव नहीं किया गया है। सबसे ऊंचे ग्रेड में शामिल खिलाड़ियों को अब भी 50 लाख रुपये मिलते हैं, जो पुरुष खिलाड़ियों के सबसे निचले वेतन स्लैब से भी कम है।
शशांक किशोर ESPNcricinfo में वरिष्ठ संवाददाता हैं
