विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी आंकड़े: बिहार का नया विश्व रिकॉर्ड, लिस्ट-ए में बनाया 574 का स्कोर
574/6 - बिहार का अरुणाचल प्रदेश के ख़िलाफ़ यह स्कोर अब लिस्ट-ए क्रिकेट की एक पारी का सबसे बड़ा स्कोर है। इसके अलावा लिस्ट-ए में सिर्फ़ एक बार ही 500 से ऊपर का स्कोर बना है, जब 2022-23 विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी में तमिलनाडु ने अरुणाचल प्रदेश के ही ख़िलाफ़ 506 रन बनाए थे।
बिहार का स्कोर सभी लिस्ट-ए मिलाकर दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है। इससे पहले 2007 में श्रीलंका के महिला घरेलू वनडे टूर्नामेंट में कंड्यान लेडीज़ क्रिकेट क्लब ने पुष्पादना लेडीज़ के ख़िलाफ़ 632/4 का स्कोर बनाया था।
महिला लिस्ट-ए क्रिकेट में कुल मिलकर पांच बार 500 का स्कोर बना है।
59 - वैभव सूर्यवंशी ने इतने गेंदों में 150 का आंकड़ा पार किया। यह लिस्ट-ए क्रिकेट में सबसे तेज़ 150 का रिकॉर्ड है और इससे पहले यह एबी डी विलियर्स के नाम था, जिन्होंने वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ 2015 विश्व कप में 64 गेंदों में यह रिकॉर्ड बनाया था।
32 - सकीबुल गनी ने लिस्ट-ए क्रिकेट में किसी भी भारतीय बल्लेबाज़ के सबसे तेज़ शतक का रिकॉर्ड बनाया। इससे पहले रिकॉर्ड अनमोलप्रीत सिंह के नाम था, जिन्होंने अरुणाचल के ही ख़िलाफ़ 35 गेंदों में शतक लगाया था।
इसके अलावा गनी का शतक विश्व में तीसरा सबसे तेज़ लिस्ट-ए शतक है। इससे पहले जेक फ़्रेजर-मक्गर्क (29 गेंद vs तस्मानिया, 2023) और डी विलियर्स (31 गेंद vs वेस्टइंडीज़, 2015) ने सबसे तेज़ शतक लगाया था।
हालांकि इशान किशन ने कर्नाटक के ख़िलाफ़ इसके बाद 33 गेंदों में शतक लगाया और गनी के बाद दूसरे सबसे तेज़ भारतीय बल्लेबाज़ बने। वैभव ने 36 गेंदों में अपना शतक पूरा किया था और अब वह सबसे तेज़ शतक के मामले में भारतीय बल्लेबाज़ों में चौथे स्थान पर हैं।
38 - बिहार की पारी में लगे कुल छक्के और लिस्ट-ए का नया रिकॉर्ड। उन्होंने कनाडा का रिकॉर्ड तोड़ा जिन्होंने 2019 में मलेशिया के ख़िलाफ़ 28 छक्के लगाए थे।
सूर्यवंशी (15) और गनी (12) ने 10 से ज़्यादा छक्के लगाए और पहली बार एक ही पारी में दो बल्लेबाज़ों ने 10 से ज़्यादा छक्के लगाए।
1 - विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी की एक पारी में तीन शतक का रिकॉर्ड बनाने वाली पहली टीम बनी बिहार। सूर्यवंशी (190) और गनी (124*) के अलावा आयुष लोहारुका (116) ने भी शतक लगाया।
लोहारुका ने भी 50 से कम गेंदों में अपना शतक पूरा किया और ऐसा पहली बार हुआ है जब एक ही पारी में तीन बल्लेबाज़ों ने 50 से कम गेंदों में अपना शतक पूरा किया। इससे पहले एक बार में सिर्फ़ एक बार दो बल्लेबाज़ों ने 50 से कम गेंदों में अपना शतक पूरा किया था - कोरी एंडरसन (36) और जेसी राइडर (46) ने 2014 में वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ यह कारनामा किया था।
इससे पहले भारत में लिस्ट-ए मैच में सिर्फ़ एक बार एक पारी में तीन शतक लगे थे - 1995 में हैदराबाद के ख़िलाफ़ WILLS XI की तरफ़ से सचिन तेंदुलकर (121), गगन खोड़ा (121*) और संजय मांजरेकर (103) ने शतक लगाया था।
14 साल 272 दिन - सूर्यवंशी लिस्ट-ए क्रिकेट में शतक लगाने वाले सबसे युवा बल्लेबाज़ बने। इससे पहले रिकॉर्ड ज़हूर इलाही का था जिन्होंने पाकिस्तान रेलवे के ख़िलाफ़ 1986 में 15 साल और 209 दिन की उम्र में शतक लगाया था।
सूर्यवंशी के नाम सीनियर क्रिकेट में अब चार शतक हैं जिसमें से तीन शतक T20 में आए हैं। इससे पहले 15 साला की उम्र से पहले और किसी ने लिस्ट ए और T20 में शतक नहीं लगाया था। सिर्फ़ अफ़ग़ानिस्तान के मोहम्मद आसिफ़ ने अपने 15वें जन्मदिन से पहले प्रथम-श्रेणी क्रिकेट में शतक लगाए थे।
116 - अरुणाचल प्रदेश के मिबोम मोशू ने 9 ओवर में इतने रन दिए जो लिस्ट-ए में सबसे ज़्यादा रन देने का नया रिकॉर्ड है। इससे पहले यह रिकॉर्ड नीदरलैंड्स के बास डी लीडे के नाम था जिन्होंने 2023 विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 115 रन दिए थे।
इसके अलावा अरुणाचल के दो और गेंदबाज़ों ने 9-9 ओवर में लगभग 100 रन दिए - सूर्यांश सिंह (99) और टीएनआर मोहित (98)।
इससे पहले सिर्फ़ एक बार लिस्ट-ए की एक पारी में तीन गेंदबाज़ों ने 90 से ज़्यादा रन दिए थे - विल्टशायर के मार्क वॉट्स (97), पॉल मिहान (97) और रिचर्ड कूपर (94) ने 1988 में एसेक्स के ख़िलाफ़ यह रिकॉर्ड बनाया था लेकिन तीनों ने उस मैच में 12-12 ओवर डाले थे।
413 - कर्नाटक ने झारखंड के ख़िलाफ़ 413 रनों का पीछा करते हुए जीत हासिल की और यह लिस्ट-ए क्रिकेट में 400 से ऊपर का सिर्फ़ दूसरा सफ़ल चेज़ है। इससे पहले 2006 में साउथ अफ़्रीका ने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 435 रनों का पीछा करके रिकॉर्ड बनाया था।
विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी में इससे पहले सबसे बड़े लक्ष्य को हासिल करके जीतने का रिकॉर्ड आंध्र का था, जिन्होंने 2011-12 में गोवा के ख़िलाफ़ 384 रन बनाए थे।
संपत बंडारूपल्ली ESPNcricinfo में स्टैस्टिशियन हैं