2025 में भारतीय क्रिकेट के कमाल और कसक की कहानी

भारत के पुरुष और महिला क्रिकेट में इस साल कुछ ऐसे परिणाम आए जो आने वाले कई सालों तक याद रखे जाएंगे

भारतीय महिला टीम ने इस साल पहली बार विश्व कप में जीत दर्ज की © ICC/Getty Images

2025 का साल भारतीय क्रिकेट में एक क्रांति की शुरुआत के तौर पर हमेशा याद रखा जाएगा। टूर्नामेंट के बीच तक भारतीय टीम का प्रदर्शन काफ़ी ख़राब था। लेकिन टीम ने ज़ोरदार वापसी करते हुए महिला वनडे क्रिकेट में सबसे बड़ा सफल रन चेज़ किया। सेमीफ़ाइनल में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ मिली उस जीत के बाद टीम ने फ़ाइनल में ओस की चुनौती से जूझते हुए अपना पहला ICC ख़िताब जीता।

पुरुष क्रिकेट में हालांकि बदलाव का दौर चलता ही रहा। घरेलू टेस्ट सीरीज़ में 12 साल तक अजेय रहने के बाद 12 महीनों के भीतर दूसरी बार भारत का क्लीन स्वीप हुआ। युवा टीम और नए कप्तान के साथ इंग्लैंड में 2-2 से ड्रॉ का परिणाम संतोषजनक ज़रूर था, लेकिन उस सीरीज़ को एक खोए हुए मौक़े के तौर पर भी देखा जाएगा। ख़ासकर इसलिए क्योंकि वही इंग्लैंड की टीम आगे चलकर 11 दिनों के भीतर ऐशेज़ हार गई।

छोटे फ़ॉर्मैट में हालांकि पुरुष टीम का दबदबा क़ायम रहा। चैंपियंस ट्रॉफ़ी में अपराजित रहते हुए भारत ने पिछले तीन ICC सफ़ेद गेंद के टूर्नामेंट में अपनी जीत हार का रिकॉर्ड 24-1 कर लिया। इसके अलावा उन्होंने T20 एशिया कप का हर मैच जीता। टीम 2026 T20 वर्ल्ड कप के लिए मज़बूत दावेदार नज़र आ रही है। इसकी बड़ी वजह यह है कि उन्होंने इस फ़ॉर्मैट में अपनी अपराजित सीरीज़ की संख्या 14 तक पहुंचा दी है।

उच्च बिंदु

जब महिला विश्व कप के दौरान भारतीय टीम लगातार तीसरा मैच हारी तो ऐसा लगा कि टूर्नामेंट में उनका सफर जल्दी ही ख़त्म हो सकता है। इंग्लैंड के ख़िलाफ़ वे दस ओवर में 62 रन का लक्ष्य भी हासिल नहीं कर पाए। तब उनके लिए शोक संदेश तैयार होने लगे थे। भारत में इस खेल के लिए भावनात्मक और आर्थिक निवेश को बचाए रखने के लिए टीम को अपने बचे हुए चारों मैच जीतने थे। और उन्होंने यही किया। नवी मुंबई की दो जादुई रातों में उन्होंने कमाल का प्रदर्शन किया। सेमीफ़ाइनल में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 339 रन का पीछा और फ़ाइनल में साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ 298 रन का सफल बचाव।

निम्न बिंदु

एक दशक से भी ज़्यादा समय तक भारत में टेस्ट खेलने आना पुरुष क्रिकेट की सबसे मुश्किल चुनौती माना जाता रहा। 2024 में न्यूज़ीलैंड ने भारत में ही भारत का क्लीन स्वीप कर दुनिया भर में हलचल मचा दी थी, लेकिन उसे एक अपवाद माना गया। बेंगलुरु की गीली पिच और टॉस की भूमिका को उसकी वजह बताया गया। 2025 में साउथ अफ़्रीका के हाथों हुआ क्लीन स्वीप कहीं ज़्यादा चुभने वाला रहा। लगभग हर विभाग में मेहमान टीम भारत पर भारी पड़ी। 2012 के बाद से भारतीय टेस्ट क्रिकेट इतने निचले स्तर पर नहीं पहुंचा था।

नतीजे

पुरुष
टेस्ट: मैच खेले 10, जीते 4, हारे 5, ड्रॉ 1
वनडे: खेले 14, जीते 11, हारे 3
T20I: खेले 21, जीते 16, हारे 3, कोई परिणाम नहीं 2

महिला
वनडे: खेले 23, जीते 15, हारे 7, कोई परिणाम नहीं 1
T20I: खेले 9, जीते 7, हारे 2

Comments