इसाम: टी20 लीग की होड़ में बांग्लादेश प्रीमियर लीग पिछड़ कर रह गया है

बीपीएल में अब तक अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के बड़े नाम खेलते आए हैं © BCB

विश्व के बड़े टी20 खिलाड़ियों को अपने लीग का हिस्सा बनाने की दौड़ में बांग्लादेश प्रीमियर लीग (बीपीएल) फ़िलहाल काफ़ी पीछे फिसल चुका है। बीपीएल के अगले संस्करण का विंडो 6 जनवरी से 15 फ़रवरी तक का है और यह अवधि यूएई में होने वाली आईएलटी20, साउथ अफ़्रीका के नए टी20 लीग और बीबीएल तीनों के साथ क्लैश करेगी।

बीबीएल अपनी लीग के लिए विदेशी खिलाड़ियों का ड्राफ़्ट 28 अगस्त को आयोजित करेगा। यूएई और साउथ अफ़्रीका की दोनों लीग लगभग रोज़ कुछ बड़े खिलाड़ियों को अपनी टीमों में शामिल करने की घोषणा जारी कर रही हैं। वहीं बीपीएल ने अब तक कोई भी सुर्खियां नहीं बटोरी हैं।

बीसीबी ने संभावित फ़्रैंचाइज़ी मालिकों से 31 अगस्त तक सारे दस्तावेज़ मांगे हैं। बीसीबी के मुख्य कार्यकारी निज़ामुद्दीन चौधरी ने बताया कि इस बार मालिकों के साथ क़रार तीन साल के होंगे। इससे पहले यह सिर्फ़ एक साल की अवधि के लिए मान्यता रखते थे। बीसीबी को आशा है कि स्थानीय खिलाड़ियों के साथ कुछ अच्छे विदेशी खिलाड़ी भी इस लीग का हिस्सा बनेंगे।

चौधरी ने कहा, "सारे सदस्य देश अपनी लीग को उसी दौरान आयोजित करने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में मैचों को अलग करने में सिर्फ़ हमें ही नहीं सभी को परेशानी होगी। हमारे देश के सबसे बड़े नाम, जो आम तौर पर विदेशी लीग में खेलते दिखते हैं, वह बीपीएल का हिस्सा होंगे। हमें आशा है हम विदेशी खिलाड़ियों को भी इसमें शामिल करेंगे।"

अगर बीपीएल को नामी गिनामी खिलाड़ियों की इच्छा है तो उन्हें लाना मुश्किल होगा। पिछले संस्करण के दूसरे सर्वाधिक स्कोरर आंद्रे फ़्लेचर और दूसरे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ ड्वेन ब्रावो दोनों का नाम आईएलटी20 के साथ जोड़ा गया है। गत विजेता कोमिल्ला विक्टोरियंस के लिए रीढ़ की हड्डी रहने वाले फ़ाफ़ डुप्लेसी, मोईन अली और सुनील नारायण तीनों उपलब्ध नहीं हैं। डुप्लेसी चेन्नई सुपर किंग्स के साउथ अफ़्रीकी फ़्रैंचाइज़ में खेलेंगे और मोईन व नारायण भी आईएलटी20 में शामिल हो चुके हैं। मिनिस्टर ग्रुप ढाका में खेल चुके आंद्रे रसल भी आईएलटी20 का हिस्सा बन चुके हैं और फ़ॉरच्युन बोरिशाल के मुजीब उर रहमान ने साउथ अफ़्रीका के लीग के साथ अपना नाम जोड़ा है।

इन सबके अलावा बीबीएल भी 13 दिसंबर से 4 फ़रवरी तक आयोजित किया जाएगा और इस लीग में 170 क्रिकेटरों का नाम पहले ही जोड़ा गया है। इनमें राशिद ख़ान, ऐलेक्स हेल्स, डुप्लेसी, ब्रावो और राइली रूसो शामिल हैं। आईएलटी20 और साउथ अफ़्रीका की लीगों ने भी कई बड़े नामों की घोषणा पहले ही कर दी है।

बीपीएल के लिए फ़्रैंचाइज़ ख़रीदने की इच्छा ज़ाहिर करने के बाद भी टीम मालिकों को सभी औपचारिकताओं को पूरा करने में लगभग एक महीना लग सकता है। ऐसे में खिलाड़ियों के लिए ड्राफ़्ट या नीलामी आयोजित करने में भी अक्तूबर तक का समय लग सकता है। तीन और टी20 लीग के साथ इस प्रतिस्पर्धा में बीपीएल को थोड़ा अधिक समय मिलता तो अच्छा होता।

बीपीएल ने आम तौर पर खिलाड़ियों को अच्छी रक़म दी है लेकिन कई प्लेयर एजेंट बताते हैं कि बांग्लादेश में आयकर अधिनियमों के चलते मुवक्किलों को अन्य देशो के मुक़ाबले अधिक कर का भुगतान करना पड़ता है। इसके ऊपर खिलाड़ियों के लिए मैदान से बाहर मनोरंजन के साधन भी बांग्लादेश में काफ़ी कम मिलते हैं।

ऐसे में बीपीएल का क्या होगा? बड़े नाम अगर नहीं खेलने आते हैं तो प्रतियोगिता की प्रतिष्ठा में कटौती होगी। वैश्विक टी20 लीग की मौजूदा तस्वीर को साउथ अफ़्रीका और आईएलटी20 काफ़ी हद तक बदलने वाली है। ऐसे में प्रासंगिक बने रहने के लिए बीपीएल को कुछ ख़ास करना होगा।

मोहम्मद इसाम ESPNcricinfo के बांग्लादेश संवाददाता हैं, अनुवाद ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो हिंदी के प्रमुख देबायन सेन ने किया है

Comments