सबा : टी20 विश्व कप टीम में चोटिल बुमराह की जगह ले सकते हैं शमी
पूर्व भारतीय विकेटकीपर सबा करीम के अनुसार यदि जसप्रीत बुमराह आगामी टी20 विश्व कप में नहीं खेल पाते हैं, तो मोहम्मद शमी उनकी कमी परी कर सकते हैं। बुमराह को पीठ में चोट लगी है और वह साउथ अफ़्रीका के विरुद्ध सीरीज़ से बाहर हो गए हैं।
स्पोर्ट्स18 के कार्यक्रम 'स्पोर्ट्स ओवर द टॉप' पर सबा ने कहा, "वह (बुमराह) एक अनोखे गेंदबाज़ हैं। टी20 प्रारूप में आपको ऐसे गेंदबाज़ की तलाश रहती है जो नई गेंद से विकेट निकाले और फिर डेथ ओवरों में भी गेंदबाज़ी कर सकें। बुमराह ऐसा कर सकते हैं और हालिया वर्षों में राष्ट्रीय टीम के नेतृत्व समूह का भी हिस्सा रहे हैं। इसलिए उनका (विश्व कप) की टीम में ना होना भारत के लिए बड़ा झटका हो सकता है।"
साउथ अफ़्रीका के विरुद्ध तिरुवनंतपुरम में खेले गए पहले टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच के टॉस के दौरान कप्तान रोहित शर्मा ने बताया था कि बुमराह को हल्की सी चोट लगी है। इसकी गंभीरता तब सामने आई जब शुक्रवार को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने बयान जारी करते हुए कहा कि बुमराह पीठ में लगी चोट के बाद मेडिकल टीम की निगरानी में हैं और साउथ अफ़्रीका के विरुद्ध सीरीज़ में नहीं खेल पाएंगे।
इस चोट ने टी20 विश्व कप में बुमराह की भागीदारी पर बड़ा प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। वह भारत के प्रमुख तेज़ गेंदबाज़ है और उनका ना होना टीम इंडिया के लिए बड़ा झटका हो सकता है।
सबा का मानना है कि अगर बुमराह विश्व कप में नहीं खेल पाते हैं तो शमी उनकी जगह ले सकते हैं। उन्होंने कहा, "मैं शमी के साथ जाऊंगा क्योंकि वह एक ऐसे गेंदबाज़ हैं जो मौक़ा मिलने पर हमेशा भारत के लिए अच्छा करते हैं। साथ ही आपको कोई ऐसा अनुभवी गेंदबाज़ चाहिए जो शुरुआत में विकेट निकालकर दें। भारत को पावरप्ले में विकेट लेने वाले गेंदबाज़ की तलाश है और शमी यह कार्य पूरा कर सकते हैं।"
हालांकि वर्तमान समय में पावरप्ले की तुलना में डेथ गेंदबाज़ भारत की सबसे बड़ी चिंता रही है। हर्षल पटेल अपनी लय तलाश रहे हैं और भुवनेश्वर कुमार रन रोकने में नाकाम रहे हैं। सबा को लगता है कि अन्य गेंदबाज़ों को अब बेहतर प्रदर्शन करना होगा।
उन्होंने कहा, "दबाव वाले डेथ ओवरों में गेंदबाज़ी करने के लिए आपको ऐसे गेंदबाज़ चाहिए जिन्हें अपनी क्षमता का अंदाज़ा हो और जो उसके अनुसार गेंदबाज़ी कर सकें। इसलिए बुमराह की अनुपस्थिति में अन्य गेंदबाज़ों को अपना हाथ खड़ा करना होगा और टीम के लिए योगदान देना होगा। यह इतना आसान नहीं होगा।"
अफ़्ज़ल जिवानी (@jiwani_afzal) ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं।