राठौड़ : दो मैचों के आधार पर राहुल को बाहर नहीं कर सकते

रोहित के आक्रामक अंदाज़ के कारण राहुल को स्वाभाविक धीमी शुरुआत करने का अवसर मिलता है © Getty Images

जब कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ ने पिछले साल भारतीय टीम की कमान संभाली थी, तो उन्होंने टी20 क्रिकेट में ख़ासकर एक 'नए अप्रोच' की बात कही थी। यह नया अप्रोच या अंदाज़ शुरू से ही आक्रामक बल्लेबाज़ी करने का था। अब जब भी भारतीय टीम थोड़ी सी धीमी खेलती है, तो उनका मज़ाक़ बनाया जाता है। हालांकि भारतीय टीम समझ चुकी है कि अगर ऑस्ट्रेलिया में अच्छा खेलना है, तो उन्हें अपने इस नए अप्रोच से समझौता करना होगा।

परिस्थितियों को समझने के लिए भारत ने टी20 विश्व कप से पहले ऑस्ट्रेलिया में काफ़ी समय बिताया। यहां बल्लेबाज़ी एशियाई पिचों की तरह आसान नहीं है। सुपर 12 में टीमों ने पहले 10 ओवरों में सिर्फ़ 6.76 के दर से रन बनाए हैं, वहीं आख़िरी 10 ओवरों में यह बढ़कर 8.61 हो जाता है। इसका मतलब है कि नई गेंद काम कर रही है।

भारत के बल्लेबाज़ी कोच विक्रम राठौड़ ने साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ मैच से पहले कहा, "हम यहां की परिस्थितियों में ढलने की कोशिश कर रहे हैं। हां, हमारी मानसिकता अब भी वही है और हम रन बनाने के लिए ही जा रहे हैं लेकिन पिच और परिस्थितियों को भी ध्यान में रखना होता है। मुझे नहीं लगता कि यहां के विकेट 200 या 200 से ऊपर रन वाले हैं। हमें परिस्थितियों में ढलने की ज़रूरत होती है और मुझे लगता है कि अभी तक हमने यह बेहतरीन ढंग से किया है।"

इस नए अंदाज़ के कारण विराट कोहली और केएल राहुल जैसे बल्लेबाज़ों को फ़ायदा हो सकता है, जो स्वाभाविक रूप से धीमी शुरुआत करते हैं। राठौड़ से जब पूछा गया कि क्या यह नया अंदाज़ जान-बूझकर अपनाया गया है, तो उन्होंने कहा, "ऐसा नहीं है। सब कुछ पिच और परिस्थितियों पर निर्भर करता है और एक टीम के रूप में हमने इसे यहां समझा है। अगर यहां की परिस्थितियां चाहती हैं कि कोहली यहां पर किसी निश्चित ढंग से ही खेले, तो यह सही है। वह इतने अच्छे खिलाड़ी हैं कि परिस्थितियों और टीम की ज़रूरत के आधार पर अपने खेल को बदल सकते हैं। उन्होंने अभी तक अच्छा प्रदर्शन किया है और हमें पता है कि वह आगे भी इसे जारी रखेंगे।"

राहुल के बारे में पूछने पर राठौड़ ने कहा, "दो मैच बहुत छोटा सैंपल साइज़ होता है। वह अच्छी बल्लेबाज़ी कर रहे हैं और उन्होंने अभ्यास मैचों में भी ऐसा दिखाया था। इसलिए हम किसी भी बदलाव के लिए नहीं सोच रहे हैं।"

सिद्धार्थ मोंगा ESPNcricinfo में असिस्टेंट एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर दया सागर ने किया है।

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