हार्दिक जैसे ऑलराउंडर विपक्षी टीमों के लिए एक बुरे सपने की तरह हैं
फ़रवरी में भारतीय चयनकर्ताओं ने रोहित शर्मा को टेस्ट कप्तान बनाया था। इसके अलावा वह टी20 और वनडे के भी कप्तान हैं। उसी समय चयनकर्ताओं ने चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, इशांत शर्मा और ऋद्धिमान साहा को टेस्ट टीम में जगह नहीं दी थी। इन घोषणाओं के बाद भारतीय टीम के चयनकर्ता चेतन शर्मा ने मीडिया से बात की थी।
मीडिया की तरफ़ से ज़्यादातर सवाल भारतीय टीम में किए बड़े बदलावों के इर्द-गिर्द था। इन सारे सवालों के बीच एक रिपोर्टर ने हार्दिक पंड्या के बारे में एक सवाल पूछा था। वह सवाल सिर्फ़ एक सवाल नहीं था, बल्कि एक भड़काऊ बयान की तरह था। उस सवाल का सार यह था कि आख़िर हार्दिक कहां हैं? उनके बारे में कोई कुछ नहीं जानता। वह घरेलू क्रिकेट भी नहीं खेल रहे हैं और जैसे ही आईपीएल आएगा, वह जादूई रूप से फ़िट हो जाएंगे। वहां वह रन बनाएंगे और उस आधार पर उन्हें विश्व कप की टीम में शामिल कर लिया जाएगा।
इस सवाल के जवाब में चेतन ने ज़्यादा बात नहीं की बल्कि रिपोर्टर से कहा कि वह हार्दिक को फोन करके खु़द जांच करें कि वह घरेलू क्रिकेट के लिए उपलब्ध क्यों नहीं हैं। साथ ही चेतन ने उस रिपोर्टर से यह भी कहा कि हार्दिक ने भारत के लिए जो किया उसे कम न आंका जाए।
हार्दिक ने पिछले टी20 विश्व कप में एक बल्लेबाज़ के तौर पर टीम में जगह बनाई थी। हालांकि उसके बाद चयनकर्ताओं ने एक संदेश यह भी दे ही दिया था कि अब उनका चयन सिर्फ़ एक बल्लेबाज़ के तौर पर टीम में नहीं हो सकता है।
आईपीएल 2022 में हार्दिक ने 30 ओवरों की गेंदबाज़ी की और साथ ही 487 रन बनाए। इसके बाद हार्दिक के चयन के बारे में कोई सवाल नहीं पूछे गए। हार्दिक जब शारीरिक और मानसिक रूप से फ़िट होते हैं तो वह टी20 में काफ़ी बढ़िया क्रिकेटर के तौर पर मैदान में उतरते हैं। इस विश्व कप में कई टीमों में सीम गेंदबाज़ी करने वाले ऑलराउंडर्स उपलब्ध हैं, जिसमें बेन स्टोक्स, जिमी नीशम, जेसन होल्डर जैसे खिलाड़ियों का नाम शामिल है।
हालांकि इन खिलाड़ियों में से कोई भी सिर्फ़ एक गेंदबाज़ या सिर्फ़ एक बल्लेबाज़ के तौर पर टीम में जगह नहीं बना सकता है लेकिन हार्दिक उस स्तर के खिलाड़ी हैं जो एक बल्लेबाज़ या गेंदबाज़ के तौर पर टीम में अपनी जगह पक्की कर सकते हैं।
ईएसपीएएनक्रिकइंफ़ों के शिवा जयरमन ने इस बात को आंकड़ों के जरिए बताने की कोशिश की है। पिछले एक साल में पूर्ण सदस्यीय टीमों के बीच खेले गए मैचों में हार्दिक औसतन हर मैच में औसतन 27.5 गेंदों पर सक्रिय रूप से (गेंदबाज़ी या बल्लेबाज़ी) शामिल रहे हैं। इस परिप्रेक्ष्य में सभी खिलाड़ियों की तुलना में हार्दिक सातवें नंबर पर हैं। इस सूची के शीर्ष 10 खिलाड़ियों की सूची में मोहम्मद रिज़वान और होल्डर को छोड़ दें तो ज़्यादातर खिलाड़ी स्पिन ऑलराउंडर हैं। इसके अलावा उन सभी खिलाड़ियों में कोई भी एक बल्लेबाज़ या सिर्फ़ गेंदबाज़ के तौर पर टीम में शामिल नहीं किए जा सकते।
आईपीएल 2022 में तो हार्दिक हर मैच में ओसतन 37 गेंद का सक्रिय तौर पर हिस्सा रहे थे। वहीं इस विश्व कप में वह औसतन 30.8 गेंद का हिस्सा हैं।
अगर आप इस विश्व कप में भारत के पहले मैच पर नज़र डालें तो भारत और पाकिस्तान को लगभग एक जैसी ही शुरुआत मिली थी। दोनों टीम 12वें ओवर में बाएं हाथ के स्पिनर से गेंदबाज़ी करवाया था। साथ ही दोनों पक्ष के बल्लेबाज़ सीधी और छोटी बाउंड्री की तरफ़ बड़े शॉट्स मारने का प्रयास कर रहे थे। जब पाकिस्तान के बल्लेबाज़ों ने अक्षर पटेल के ख़िलाफ़ आक्रामक शॉट्स लगाए तो भारतीय कप्तान ने हार्दिक को गेंद थमाई। वहीं जब भारतीय बल्लेबाज़ों ने जब नवाज़ के ख़िलाफ़ बड़े शॉट्स लगाए तो उन्हें अंतिम ओवर तक रोक कर रखना पड़ा।
उस मैच के बाद पाकिस्तान को अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए एक बल्लेबाज़ को कम करते हुए मोहम्मद वसीम को टीम में लेकर आना पड़ा। हालांकि सभी टी20 मैचों में उनका बल्लेबाज़ी औसत सिर्फ़ 18.44 और स्ट्राइक रेट 122.05 का है।
अगर देखा जाए तो पिछले विश्व कप और इस विश्व कप में भारतीय टीम में सबसे बड़ा बदलाव यह हुआ है कि हार्दिक का बोलिंग फ़िटनेस काफ़ी बेहतर है। साथ ही ऑस्ट्रेलिया में जिस तरीक़े की पिच है, वहां पर तेज़ गेंदबाज़ी करने वाले ऑलराउंडर की काफ़ी ज़रूरत है। वहां स्पिनरों को काफ़ी कम मदद मिलती है।
हार्दिक उन गेंदबाज़ो में से बिल्कुल नहीं हैं, जिन्हें आप बड़े शॉट्स लगाने के लिए टारगेट कर सकते हो। उनके गति में बढ़ोतरी हुई है। उनके बाउंसर गेंदों को मारना थोड़ा कठिन है। इस विश्व कप में उन्हें आठ विकेट मिले हैं। साथ ही उन्होंने मुश्किल समय पर भारतीय टीम के लिए गेंदबाज़ी की है।
अगर चयनकर्ताओं ने उन्हें आज़ादी दी हुई है तो उसका भी एक कारण है। हार्दिक टी20 क्रिकेट में एक ख़ास प्रतिभा हैं। उसके अलावा हार्दिक को हार से डर नहीं लगता है, जो किसी भी विपक्षी टीम के लिए सबसे भयावह बात है।
पाकिस्तान वाले मैच में वह डगआउट में बैठ कर यह कह रहे थे कि अगर भारत उस मैच को हार भी जाता तो उन्हें उससे कोई मतलब नहीं था। वह कह रहे थे कि उन्होंने एक बढ़िया मैच खेला है, अगर हार भी गए तो दिक्कत नहीं है क्योंकि खेल में ऐसा होता रहता है।
सिद्धार्थ मोंगा ESPNcricinfo के अस्सिटेंट एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर राजन राज ने किया है।