कुंबले : भारत की टेस्ट और सीमित ओवर की टीमें अलग-अलग होनी चाहिए
पूर्व भारतीय कप्तान और दिग्गज स्पिनर अनिल कुंबले का मानना है कि भारत की टेस्ट और सीमित ओवर की क्रिकेट टीमें अलग-अलग होनी चाहिए। उन्होंने ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो के शो 'टी20 टाइमआउट' में ये बातें कहीं।
उन्होंने कहा, "निश्चित रूप से आपको अलग-अलग टीमें चाहिए। आपको टी20 क्रिकेट के लिए विशेषज्ञ क्रिकेटर चाहिए। इंग्लैंड और पूर्व टी20 विश्व विजेता ऑस्ट्रेलियाई टीम ने दिखाया है कि आपके पास एक से अधिक ऑलराउंडर होने चाहिए। इंग्लैंड के पास लियम लिविंगस्टन हैं, जो नंबर सात पर बल्लेबाज़ी के लिए आते हैं। इसी तरह ऑस्ट्रेलिया के पास मार्कस स्टॉयनिस हैं, जो नंबर छह पर बल्लेबाज़ी कर कुछ ओवर गेंदबाज़ी भी करते हैं। भारत को भी अब ऑलराउंडर्स में ही निवेश करना होगा।"
हालांकि कुंबले इस बात पर निश्चित नहीं हैं कि भारत के पास अलग-अलग फ़ॉर्मेट में अलग-अलग कोच और कप्तान भी होने चाहिए। उन्होंने कहा, "यह इस बात पर निर्भर करता है कि कैसी टीम का चुनाव होता है और वह टीम किस तरह का नेतृत्व चाहती है।"
पूर्व ऑलराउंडर और कोच टॉम मूडी भी कुंबले से सहमत दिखते हैं। उनका तो यह भी मानना है कि अलग-अलग फ़ॉर्मेट में अलग-अलग कोच भी होने चाहिए। वह कहते हैं, "यह टी20 क्रिकेट में आगे बढ़ने का समय है। खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ़ का फ़ॉर्मेट के हिसाब से गंभीर बंटवारा करना होगा। इंग्लैंड यह समझ चुका है और उनके पास अलग-अलग टीम, कोच और कप्तान हैं। इसलिए उनके पास हर फ़ॉर्मेट में गहराई भी है।"
गौरतलब है कि इंग्लैंड की टेस्ट टीम के कप्तान और कोच क्रमशः बेन स्टोक्स और ब्रेंडन मक्कलम हैं, वहीं सीमित ओवरों की कमान कप्तान जॉस बटलर और कोच मैथ्यू मॉट ने संभाला है।
वर्तमान में इंग्लैंड ऐसा करने वाली एकमात्र टीम बन चुकी है, जिनके पास टी20 और वनडे दोनों का विश्व ख़िताब है। हालांकि मूडी ने इस बात को मानने से इनकार किया है कि इंग्लैंड वर्तमान समय में सफ़ेद गेंद की सबसे अच्छी क्रिकेट टीम है। वह कहते हैं, "अगर इंग्लैंड ने पिछले साल भी टी20 विश्व कप जीता होता तो आप यह तर्क कह सकते थे। लेकिन ऐसा नहीं है। अभी भी सीमित ओवर क्रिकेट में उनका पूरी तरह से प्रभुत्व जमाना बाक़ी है।"