पराग ने बताया क्‍यों वह अब तक RR को सुगंधित करते रहे हैं

रियान पराग ने 34 गेंद में लगाया अर्धशतक © BCCI

पराग के कई मतलब हो सकते हैं। शोहरत, सुंगध लेकिन रियान की इस पारी को देखकर कहा जा सकता है कि वह अभी तक राजस्‍थान रॉयल्‍स के टीम प्रबंधन में (RR) सुगंध ही बने हुए थे। यह वह मौक़ा था जब इस महक को बेमिसाल बनाना था। आठ ओवर भी पूरे नहीं हुए थे और RR ने 36 रन पर ही तीन विकेट गंवा दिए थे। हालांकि आख़‍िरकार में RR यह मैच 12 रन से जीतने में क़ामयाब रही

जीत के कौन रहे मुख्य नायक?

जीत के मुख्‍़य नायक तो बिल्‍कुल रियान पराग (नाबाद 84) थे, जिनकी पारी ने मैच को बना ही दिया था। उन्‍होंने केवल 47 गेंद खेलते हुए सात चौके और छह छक्‍के लगाकर टीम को पार स्‍कोर 170 के ऊपर भी पहुंचा दिया था। वैसे इस मैच के हीरो रविचंद्रन अश्विन भी थे, जिनकी 19 गेंद में 29 रनों की पारी ने टीम को स्‍थायित्‍व दिया, अगर यह साझेदारी नहीं होती तो राजस्‍थान की मुश्किल बढ़ सकती थी। अंत में आवेश ख़ान, जिन्‍होंने अंतिम ओवर में केवल चार रन दिए, जहां वह लगातार यॉर्कर डालते रहे और अंत में टीम को जीत ही दिलाकर गए।

क्या मैच में कोई टर्निंग प्वाइंट था?

इस मैच में दो टर्निंग प्‍वाइंट कहे जा सकते हैं। पराग की यह पारी तो लगता है कि सबसे बेहतरीन पारियों में से एक रही है, जिन्‍होंने अकेले दम पर ही राजस्‍थान को सम्‍मानजनक नहीं बल्कि मज़बूत स्‍कोर तक पहुंचा दिया था। इसके बाद आवेश का वह आख़‍िरी ओवर। क्‍या कमाल का ओवर था यह। अगर ट्रेंट बोल्‍ट ट्रिस्‍टन स्‍ट्ब्‍स का कैच ले लेते तो बात पहले ही ख़त्‍म हो जाती लेकिन आवेश का वह आख़‍िरी ओवर कमाल का था।

इस मैच का क्या तात्पर्य है?

इस मैच का तात्‍पर्य यह है कि यह नौवां मैच इस सीज़न का था और सारी घरेलू टीम ने यह मैच जीते हैं। चेन्‍नई सुपर किंग्‍स और राजस्‍थान रॉयल्‍स इस समय तालिका में नंबर एक और नंबर दो पर हैं। बाक़ी कुछ टीम थी जिनको अपने घरेलू मैच नहीं मिले थे।

निखिल शर्मा ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर हैं। @nikss26

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