रोहित शर्मा का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास, इंस्ट्राग्राम पर स्टोरी शेयर कर दी जानकारी

ESPNcricinfo स्टाफ़

रोहित के लिए पिछला साल टेस्ट में अच्छा नहीं गया था © Getty Images

भारत के टेस्ट और वनडे कप्तान रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। उन्होंने इंस्टाग्राम पर स्टोरी शेयर करते हुए यह जानकारी दी और सबको शुक्रिया कहा।

रोहित ने अपने 280 नंबर की टेस्ट कैप की फ़ोटो के साथ लिखा, "मैं सबको साझा करना चाहता हूं कि मैं टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले रहा हूं। अपने देश का सफ़ेद जर्सी में प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए सम्मान की बात है। इतने सालों तक मुझे समर्थन और प्यार देने के लिए आप सबका शुक्रिया। मैं वनडे फ़ॉर्मेट खेलना जारी रखूंगा।"

रोहित ने भारत के लिए 67 टेस्ट मैच की 116 पारियों में 40.57 की औसत से 4301 रन बनाए, जिसमें 12 शतक और 18 अर्धशतक शामिल हैं। उन्होंने 2024 में विश्व कप जीत के बाद T20I से संन्यास लिया था और हाल ही में भारत के लिए वनडे में चैंपियंस ट्रॉफ़ी जीता था।

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हालांकि पिछले साल उनका टेस्ट क्रिकेट में प्रदर्शन कुछ ख़ास नहीं रहा था। बांग्लादेश और न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ घरेलू सीज़न में सिर्फ़ एक अर्धशतक बनाने के बाद जब वह ऑस्ट्रेलिया गए तो वहां भी उनके बल्ले से रन नहीं निकले और कप्तान होते हुए भी उन्हें ख़ुद को एक मैच से बाहर बैठाना पड़ा।

कुल मिलाकर उन्होंने पिछले सीज़न की आठ टेस्ट मैचों में सिर्फ़ एक अर्धशतक और 10.93 की औसत से रन बनाए थे और कप्तान के रूप में उन्हें न्यूज़ीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ सीरीज़ हार मिली थी।

अगर कप्तानी की बात की जाए तो उन्होंने कुल 24 टेस्ट मैचों में भारत की कप्तानी की, जिसमें उन्हें 12 में जीत, 9 में हार मिली, जबकि तीन टेस्ट मैच ड्रॉ रहे।

BCCI अध्यक्ष रोजर बिन्नी ने रोहित को उनके करियर के लिए बधाई देते हुए कहा, "भारतीय क्रिकेट पर रोहित शर्मा का प्रभाव, रिकॉर्ड और आंकड़ों से कहीं बढ़कर है। उन्होंने एक खिलाड़ी और एक कप्तान दोनों के रूप में टीम में शांति और आत्मविश्वास की भावना लाई। दबाव में शांत रहने और टीम की ज़रूरतों को लगातार अपनी ज़रूरतों से ऊपर रखने की उनकी क्षमता ने उन्हें वास्तव में एक ख़ास खिलाड़ी और लीडर बनाया। भारतीय क्रिकेट भाग्यशाली है कि उसे रोहित जैसा व्यक्ति मिला, जिसने पेशेवरता और खेल भावना के उच्चतम मानकों को बरक़रार रखा। उनकी अनुशासन और निःस्वार्थता की संस्कृति भविष्य की पीढ़ियों को प्रेरित करेगी।"

ऑस्ट्रेलिया से लौटने के बाद रोहित ने जनवरी में मुंबई के लिए एक रणजी ट्रॉफ़ी मैच भी खेला था। हालांकि जम्मू और कश्मीर के ख़िलाफ़ इस मैच में भी रोहित का ख़राब बल्लेबाज़ी फ़ॉर्म जारी रहा और उन्होंने सिर्फ़ 3 और 28 का स्कोर बनाया।

इसके बाद उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफ़ी में भारत की कप्तानी की, लेकिन इसमें ख़िताबी सफलता के बावज़़ूद उनकी टेस्ट क्रिकेट में जगह निश्चित नहीं थी।

भारत के पांच टेस्ट मैचों का इंग्लैंड दौरा 20 जून से शुुरू हो रहा है और आने वाले सप्ताह में भारत के टेस्ट दल की घोषणा हो सकती है। अब अजीत आगरकर की अगुवाई वाली चयन समिति को कप्तान का भी चयन करना होगा।

भारतीय टेस्ट टीम के उपकप्तान और ऑस्ट्रेलिया में रोहित की अनुपस्थिति में कप्तानी करने वाले जसप्रीत बुमराह एक विकल्प हो सकते हैं, लेकिन एक तेज़ गेंदबाज़ के लिए नियमित फ़िट रहना हमेशा एक चुनौती होती है। ऑस्ट्रेलिया में भी वह पांचवें टेस्ट के दौरान चोटिल हो गए थे और उन्हें चैंपियंस ट्रॉफ़ी से बाहर होना पड़ा था।

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