करुण नायर : भारतीय टीम में फिर से खेलना एक सपने जैसा होगा

ESPNcricinfo स्टाफ़

करुण नायर ने इंग्लैंड लायंस के ख़िलाफ़ पहले मैच में शानदार दोहरा शतक लगाया था © PA Images via Getty Images

भारतीय बल्लेबाज़ करुण नायर आठ साल बाद फिर से टेस्ट क्रिकेट खेलने का मौक़ा मिलने पर ख़ुद को 'बहुत सौभाग्यशाली' मानते हैं।

33 साल के नायर ने पिछले सप्ताह कैंटरबरी में इंग्लैंड लायंस के खिलाफ पहले अनौपचारिक टेस्ट में इंडिया ए के लिए दोहरा शतक लगाकर भारतीय टेस्ट एकादश में अपनी वापसी की दावेदारी को मज़बूत किया।

नायर ने BCCI.tv से बात करते हुए कहा, "बहुत ख़ास लग रहा है। मुझे फिर से यह मौक़ा मिला, इसके लिए मैं बहुत आभारी और सौभाग्यशाली हूं। मैं इस मौक़े को दोनों हाथों से लपकने की कोशिश करूंगा।"

नायर की भारतीय टेस्ट टीम में वापसी विदर्भ के लिए उनके बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर हुई है। उन्होंने रणजी ट्रॉफ़ी के ख़िताबी जीत वाले अभियान में 863 रन 53.93 की औसत से बनाए। इससे पहले विजय हजारे ट्रॉफ़ी में उन्होंने आठ पारियों में पांच शतक लगाए थे और उनका औसत 389.50 का था।

मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने नायर के घरेलू प्रदर्शन और इंग्लैंड की परिस्थितियों से उनकी परिचितता को उनके चयन का बड़ा कारण बताया था। नायर ने 2023 और 2024 में नॉर्थैम्पटनशायर के लिए दो सत्रों में दस काउंटी मैच खेले थे और 56.61 की औसत से 736 रन बनाए थे।

भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने टेस्ट टीम की पहली ट्रेनिंग सेशन से पहले कहा था, "वापसी कभी आसान नहीं होती। तुमने जितने रन बनाए, तुम्हारा कभी हार न मानने वाला रवैया- यह पूरी टीम के लिए प्रेरणादायक है। आपका वापस स्वागत है, करुण नायर।"

बुधवार को नायर ने भारतीय ड्रेसिंग रूम में 2018 की गर्मियों के बाद पहली बार क़दम रखा। तब वह इंग्लैंड के ख़िलाफ़ पांच टेस्ट की पूरी सीरीज़ में बेंच पर रहे थे। आखिरी टेस्ट से पहले उन्हें खेलने की उम्मीद जगी थी, लेकिन चयनकर्ताओं ने भारत से हनुमा विहारी को बुलाकर डेब्यू कराया और नायर फिर बाहर हो गए।

उस समय तक नायर भारत के लिए छह टेस्ट खेल चुके थे और उन्होंने अपने पहले टेस्ट शतक को तिहरे शतक में बदला था। लेकिन इसके बाद उनका फ़ॉर्म गिर गया, रन आना बंद हो गए और फिर कोविड-19 महामारी ने हालात और बिगाड़ दिए। कर्नाटका टीम से सभी फ़ॉर्मेट में बाहर होने के बाद नायर ने पूरा एक सीज़न बाहर बैठकर बिताया।

कई मायनों में उनकी वापसी इंग्लैंड में जून 2023 से शुरू हुई। उन्होंने इस खेल से एक और मौक़ा मांगा और ईस्ट विल्टशायर में बर्बेज एंड ER क्रिकेट क्लब के लिए माइनर काउंटी में एक छोटा सा कार्यकाल बिताया। वहां आठ पारियों में उन्होंने दो शतक और एक अर्धशतक जमाया।

इस कार्यकाल के बाद भारत वापसी के एक हफ़्ते बाद उन्हें एक पूर्व मैनेजर का फोन आया था, जहां उन्होंने पूछा कि क्या वह (करुण) काउंटी क्रिकेट खेलने के लिए उपलब्ध हैं। नायर ने तुरंत हां कर दी। क्लब क्रिकेट के दौरान लिए गए वैध वीज़ा के चलते वह तुरंत इंग्लैंड पहुंच गए।

के एल राहुल, जो नायर के अच्छे दोस्त और कर्नाटक टीम के साथी हैं, उन्होंने बताया कि इंग्लैंड में नायर का समय कितना अकेला और मुश्किल भरा रहा।

राहुल ने कहा, "मैं उन्हें बहुत लंबे समय से जानता हूं। UK में उन्होंने जिन महीनों में क्रिकेट खेला, वह समय कितना कठिन और अकेला था। वह सब कुछ झेलकर फिर से भारतीय टीम में लौटना उनके, उनके परिवार और हम जैसे दोस्तों के लिए बहुत ख़ास है, जिन्होंने उनका सफ़र बहुत क़रीब से देखा है। यह बहुत प्रेरणादायक भी है। उम्मीद है कि काउंटी क्रिकेट से मिली सीख और अनुभव उनके टेस्ट खेलते समय काम आएंगे।"

आठ साल बाद जब नायर फिर से वापसी की दहलीज़ पर खड़े हैं, तो यह हकीकत अभी तक उन्हें पूरी तरह महसूस नहीं हुई है।

उन्होंने कहा, "मैं अभी इसे शब्दों में बयां नहीं कर सकता। यह एक सपना जैसा होगा।"

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