गेंदबाज़ों, पोप और डकेट की बदौलत दूसरा दिन इंग्लैंड का नाम
इंग्लैंड 209 पर 3 (पोप 100*, डकेट 62 और बुमराह 48 पर 3), भारत 471 (गिल 157, पंत 134 और स्टोक्स 66 पर 4) से 262 रन पीछे
हेडिंग्ली टेस्ट का दूसरा दिन गेंदबाज़ों, ऑली पोप और बेन डकेट की बदौलत इंग्लैंड के नाम रहा। पोप दूसरे दिन के खेल की समाप्ति के बाद 100 के स्कोर पर नाबाद ही पवेलियन लौटे हैं।
दूसरे दिन की शुरुआत भारत के पक्ष में हुई और शुभमन गिल और ऋषभ पंत की जोड़ी भारत का स्कोर 400 के पार ले गई थी लेकिन पहले सत्र की समाप्ति तक भारत ने गिल, पंत, करुण नायर और शार्दुल ठाकुर के रूप में चार विकेट गंवा चुकी थी। नायर के लिए टेस्ट वापसी यादगार नहीं रही और वह बिना खाता खोले ही पवेलियन लौट गए।
दूसरे सत्र में भारतीय टीम 26 गेंदें ही खेल पाई और 471 के स्कोर पर ऑलआउट हो गई। गिल का विकेट 430 के स्कोर पर गिरा था और यहां से भारतीय टीम केवल 41 रन ही जोड़ पाई। पहले दिन दो विकेट चटकाने वाले बेन स्टोक्स ने दूसरे दिन भी दो विकेट चटकाए और जॉश टंग ने चार झटके दिए। दिन की पहली सफलता स्पिनर शोएब बशीर ने गिल के रूप में दिलाई।
लंच के बाद बारिश ने आंख-मिचौली का खेल खेलना शुरू कर दिया था और भारतीय पारी के सिमटने के बाद जैसे ही ज़ैक क्रॉली और डकेट की जोड़ी बाउंड्री लाइन के पास पहुंची वैसे ही बारिश शुरू हो गई जिसके चलते खेल आधे घंटे से भी अधिक समय तक रुका रहा। हालांकि जसप्रीत बुमराह ने पहले ही ओवर में क्रॉली को पवेलियन लौटाते हुए भारत को शुरुआती सफलता दिला दी। बुमराह ने कुल तीन विकेट चटकाए, हालांकि उनके खाते में चार विकेट हो सकते थे। दिन के खेल के अंतिम ओवर में बुमराह की शॉर्ट गेंद पर हैरी ब्रूक कैच आउट हो गए थे लेकिन बुमराह उस गेंद पर ओवरस्टेप कर गए थे।
बहरहाल पहले झटके के बाद पोप और डकेट को भी ओवरकास्ट परिस्थितियों में बुमराह ने परेशानी में डाला और पोप लगातार स्लिप में बाहरी किनारे पर बचते रहे। वहीं बुमराह की एक गेंद पर डकेट के ख़िलाफ़ लेग बिफ़ोर का रिव्यू लिया गया लेकिन गेंद के लेग स्टंप के बाहर पिच होने के चलते डकेट बच गए। वहीं बैकवर्ड प्वाइंट पर भी डकेट का एक कैच रवींद्र जाडेजा से छूट गया।
इसके बाद डकेट और पोप ने आक्रामक अंदाज़ में खेल जारी रखा और टी ब्रेक होने तक डकेट अपना अर्धशथक पूरा कर चुके थे। टी ब्रेक के बाद पोप ने भी अपना अर्धशतक पूरा किया। हालांकि बुमराह ने डकेट को आख़िरकार बोल्ड किया और दोनों की शतकीय साझेदारी को तोड़ दिया। बुमराह की गेंद पर एक बार फिर पोप को आउट करने का मौक़ा बना लेकिन थर्ड स्लिप में यशस्वी जायसवाल कैच लपक नहीं पाए।
बुमराह एक छोर से लगातार दबाव बनाने का प्रयास कर रहे थे लेकिन फ़ील्डिंग के साथ ही दूसरे छोर से आक्रमण पर उन्हें पर्याप्त साथ नहीं मिल रहा था। प्रसिद्ध कृष्णा लगातार छोटी लेंथ की गेंदें कर रहे थे और ठाकुर को भी इंग्लैंड की पारी के 40वें ओवर में आक्रमण पर लाया गया। हालांकि मोहम्मद सिराज की गेंद पर लेग बिफ़ोर की अपील पर अंपायर ने जो रूट को आउट क़रार दिया था लेकिन रिव्यू पर वह बच गए। दिन के खेल के अंतिम चरण में बुमराह वापस आए और रूट को 28 के निजी स्कोर पर उन्होंने स्लिप में नायर के हाथों कैच आउट कराया।
भारत ने दिन के खेल की शुरुआत 359 पर तीन विकेट के स्कोर के साथ की थी। पंत ने 65 के निजी स्कोर के साथ अपनी पारी को आगे बढ़ाया था। पंत ने अपने चित परिचित अंदाज़ में दिन के खेल की शुरुआत की और उन्होंने छह लगाते हुए अपने टेस्ट करियर की एक पारी में सर्वाधिक छक्के भी लगाए।
शतक पूरा करते ही उन्होंने बतौर भारतीय विकेटकीपर टेस्ट में सर्वाधिक शतक लगाने के मामले में महेंद्र सिंह धोनी को पछाड़ दिया। पंत के टेस्ट करियर में यह सातवां शतक था। शतक लगाने के बाद पंत का आक्रमण नहीं रुका और इसी क्रम में 124 के निजी स्कोर पर जेमी स्मिथ ने उन्हें स्टंप करने का मौक़ा गंवा दिया। हालांकि पंत इस जीवनदान को भुना नहीं पाए और कुछ देर बाद टंग की गेंद पर लेग बिफ़ोर आउट हो गए।
नवनीत झा ESPNcricinfo हिंदी में कंसल्टेंट सब एडिटर हैं।