राहुल के अर्धशतक और सिराज के चार झटकों से पहला दिन भारत के नाम
भारत 121 पर 2 (राहुल 53*, जायसवाल 36 और चेज़ 16 पर 1) वेस्टइंडीज़ 162 (ग्रीव्स 32, सिराज 40 पर 4 और बुमराह 42 पर 3) से 41 रन पीछे
वेस्टइंडीज़ के कप्तान रॉस्टन चेज़ ने टॉस के दौरान प्लेइंग इलेवन के बारे में बताते हुए कहा था कि वह भी एक गेंदबाज़ी विकल्प होंगे लेकिन पहला घंटा बीतने के साथ ही चेज़ के ऊपर अब अपनी टीम की बल्लेबाज़ी को संभालने की चुनौती आ गई थी। इसका कारण मोहम्मद सिराज बने जिन्होंने पहले ही घंटे में वेस्टइंडीज़ को तीन बड़े झटके दिए। हालांकि चेज़ भी सिराज से ज़्यादा देर बच नहीं पाए और लंच के तुरंत बाद ही सिराज ने उन्हें गेंद को खेलने पर मजबूर करते हुए पवेलियन का रास्ता दिखा दिया।
वेस्टइंडीज़ के लिए दूसरा सत्र खेल जाना एक बड़ी चुनौती थी और हुआ भी वैसा ही जैसा भारतीय प्रशंसकों को उम्मीद थी। वेस्टइंडीज़ की पारी 44.1 ओवर में 162 पर सिमट गई और टी ब्रेक तय समय से पहले लेना पड़ गया।
हालांकि पिच से अभी भी तेज़ गेंदबाज़ों को मदद मिल रही थी और मैदान में बादल मंडरा रहे थे। यशस्वी जायसवाल और के एल राहुल ने संभलकर भारत के लिए बल्लेबाज़ी शुरू की। जायसवाल का खाता 13वीं गेंद पर खुला, इससे पहले उन्होंने वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ 2023 में अपने डेब्यू और पिछले साल वानखेड़े में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ 16वीं गेंद पर खाता खोला था जो कि जायसवाल के लिए टेस्ट में खाता खोलने के लिए संयुक्त तौर पर सर्वाधिक गेंदें हैं।
भारत की पारी में 12.4 ओवर का खेल हुआ ही था कि बारिश के चलते खेल को रोकना पड़ा। हालांकि खेल जल्द ही दोबारा शुरू हुआ और अब जायसवाल ने धावा बोल दिया। तेज़ गेंदबाज़ जस्टिन ग्रीव्स के ख़िलाफ़ उन्होंने चौका जड़ा और फिर ग्रीव्स के अगले ही ओवर में तीन चौके जड़ते हुए राहुल के तात्कालिक निजी स्कोर (20) से आगे निकलते हुए 23 के निजी स्कोर पर पहुंच गए। जायसवाल ने चौके के साथ अर्धशतकीय साझेदारी पूरी की और इसके बाद राहुल ने भी आक्रमण शुरू करते हुए जायडेन सील्स के ओवर में दो चौके जड़ दिए।
जायसवाल लगातार आक्रमण कर रहे थे लेकिन टीम का स्कोर जब 68 रन था तब वह पर्याप्त रूम न होने के बावजूद कट करने गए और उनके रूप में भारत को पहला झटका लग गया। इसके बाद राहुल और साई सुदर्शन ने भारतीय पारी को आगे बढ़ाया। साई सुदर्शन से पहले घर पर खेले गए टेस्ट में भारत के लिए नंबर तीन पर किसी बाएं हाथ के बल्लेबाज़ के तौर पर सौरव गांगुली ने 2008 में साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ कानपुर टेस्ट में बल्लेबाज़ी की थी।
साई सुदर्शन कुछ ख़ास नहीं कर पाए और राहुल के साथ रन लेने के क्रम में एक बार गफ़लत होने के बाद जल्द ही वह चेज़ का शिकार बन गए। हालांकि इसके बाद दिन के खेल के अंत तक भारत का एक भी विकेट नहीं गिरा और राहुल अर्धशतक बनाकर नाबाद ही शुभमन गिल के साथ पवेलियन लौटे हैं।
पहले दिन पिच में नमी थी इसलिए गिल को टॉस हारने में अधिक समस्या नहीं हुई। जैसा कि भारतीय कप्तान ने कहा था कि पहले घंटे में गेंद तेज़ गेंदबाज़ों को मदद देगी, सिराज ने अपने कप्तान के कथन को सही साबित कर दिखाया जब उन्होंने अपने दूसरे ओवर में तेजनारायण चंद्रपॉल को बिना खाता खोले पवेलियन चलता कर दिया। इसके ठीक दो ओवर बाद ही चंद्रपॉल के सलामी जोड़ीदार जॉन कैंपबेल के ख़िलाफ़ कॉट बिहाइंड की अपील हुई लेकिन अपील को नकारे जाने के बाद भारत ने टीवी अंपायर का रुख़ किया और पॉल राइफ़ल ने बैट और पैड के स्पाइक की उलझन दूर करते हुए भारत के पक्ष में फ़ैसला सुना दिया।
वेस्टइंडीज़ की सलामी जोड़ी अब पवेलियन में थी और इसके बाद सिराज हावी हो गए। उन्होंने ब्रैंडन किंग और ऐलेक ऐथनेज़ दोनों को ही टिकने का समय नहीं दिया। राहुल ने दूसरी स्लिप में ऐथनेज़ का बढ़िया कैच लपका जिसके चलते भारत 42 के स्कोर पर वेस्टइंडीज़ को चार झटके दे चुका था। हालांकि इसके बाद चेज़ और शे होप में साझेदारी पनपी ही थी कि कुलदीप यादव ने लंच से ठीक पहले होप का शिकार कर लिया। चेज़ का विकेट निकालने के साथ ही सिराज भारत में टेस्ट में अपना पहला पंजा निकालने से मात्र एक विकेट दूर थे लेकिन बुमराह द्वारा ग्रीव्स और योहान लेन को यॉर्कर पर बोल्ड किए जाने के बाद सिराज के लिए पंजा निकालना मुश्किल प्रतीत होने लगा।
बुमराह ने लेन का विकेट लेने के बाद उस ओवर में नए बल्लेबाज़ जेयडन सील्स को लगातार ऑफ़ स्टंप के बाहर फेंकी संभवत: इसलिए क्योंकि सिराज अपना पंजा निकाल सकें। लेकिन सिराज को दो ओवर तक प्रयास करने के बाद भी सफलता नहीं मिली और अंत में कुलदीप ने अपनी दूसरी सफलता के रूप में जोमेल वारिकन को अपना शिकार बना लिया।
हालांकि सिराज के लिए पंजा निकालने का मौक़ा लंच के ठीक बाद ही बना था जब उनकी गेंद पर वेस्टइंडीज़ की पारी में सर्वाधिक 32 रन बनाने वाले ग्रीव्स को 15 के निजी स्कोर पर अंपायर ने लेग बिफ़ोर आउट करार दिया था लेकिन ग्रीव्स ने रिव्यू लिया और वह नॉट आउट करार दिए गए। ग्रीव्स को एक और जीवनदान 24 के निजी स्कोर पर मिला जब वॉशिंगटन सुंदर की गेंद पर स्लिप में खड़े राहुल कैच लपकने लिए समय पर नीचे नहीं झुक पाए।
वॉशिंगटन को अपनी पहली और एकमात्र सफलता के लिए अधिक इंतज़ार नहीं करना पड़ा उन्होंने अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे खारी पिएर को लेग बिफ़ोर आउट कर दिया। पिएर ने भारत के ख़िलाफ़ ही और भारत में ही अपना वनडे और T20I डेब्यू भी किया था। उनसे पहले भारत के ख़िलाफ़ भारत में तीनों प्रारूपों में जो रूट ने डेब्यू किया था। बुमराह ने भी भारत में खेलते हुए टेस्ट में 50 विकेट पूरे किए और वह सबसे कम 1746 गेंदों पर भारत में 50 टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज़ बन गए।
पहले दिन के खेल में एक चीज़ जो वेस्टइंडीज़ के पक्ष में गई वो टॉस था। चेज़ ने टॉस के दौरान यह भी कहा था कि वह पहले बल्लेबाज़ी इसलिए भी करना चाहते हैं क्योंकि भारतीय परिस्थिति में वह चौथी पारी में बल्लेबाज़ी नहीं करना चाहते। लेकिन पहले दिन के खेल की समाप्ति के बाद खेल इस ओर अग्रसर है कि अगर अब वेस्टइंडीज़ भारत को चौथी पारी में बल्लेबाज़ी कराना चाहता है तो दूसरे दिन उन्हें गेंदबाज़ी में सबसे पहले अपनी क्षमता से अधिक बेहतर प्रदर्शन करना होगा।
नवनीत झा ESPNcricinfo में कंसल्टेंट सब एडिटर हैं।