गिल के शतक और जाडेजा के तिहरे झटकों से दूसरा दिन भी भारत के नाम
वेस्टइंडीज़ 140 पर 4 (ऐथनेज़ 41, चंद्रपॉल 34, होप 31* और जाडेजा 37 पर 3) भारत 518 पर 5 ( गिल 129*, जायसवाल 175 और वारिकन 98 पर 3) से 378 रन से पीछे
दिल्ली टेस्ट में दूसरे दिन भारत ने मुक़ाबले पर अपनी पकड़ को और मज़बूत कर लिया। 518 के विशालकाय स्कोर पर पारी घोषित करने के बाद रवींद्र जाडेजा के तिहरे झटकों की बदौलत भारत ने दिन के खेल की समाप्ति तक वेस्टइंडीज़ के 4 विकेट गिरा दिए हैं।
भारत ने दूसरे दिन के खेल की शुरुआत की तो सभी की नज़रें यशस्वी जायसवाल के दोहरा शतक पर थीं लेकिन 175 के निजी स्कोर पर जायसवाल मिडऑफ़ पर शॉट खेल रन चुराने के प्रयास में रन आउट हो गए। इसके बाद नीतीश कुमार रेड्डी को ऊपर प्रमोट किया गया और उन्होंने भी आक्रामक शुरुआत की। हालांकि लंच से पहले वह आउट हो गए लेकिन भारत ने पहले सत्र में स्कोरबोर्ड पर 109 रन और जोड़ लिए।
शुभमन गिल अभी भी डटे हुए थे और उन्होंने दूसरे सत्र में शतक जड़ते हुए बतौर टेस्ट कप्तान एक कैलेंडर ईयर में सर्वाधिक टेस्ट शतक लगाने वाले भारतीय बल्लेबाज़ों की सूची में विराट कोहली की बराबरी कर ली। बतौर टेस्ट कप्तान गिल के नाम अब कुल पांच शतक हैं।
शतक जड़ने के बाद गिल ने तेज़ी से रन बटोरने शुरू कर दिए। दूसरे छोर पर ध्रुव जुरेल (44) भी अर्धशतक की ओर बढ़ रहे थे ऐसे में संकेत मिल चुके थे कि भारत जल्द ही अपनी पारी घोषित कर सकता है। जुरेल बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में बोल्ड हो गए और भारत ने 518 के स्कोर पर अपनी पारी घोषित कर दी। दूसरा सत्र समाप्त होने में अब भी समय बाक़ी था इसलिए वेस्टइंडीज़ को बल्लेबाज़ी के लिए आना पड़ा।
वेस्टइंडीज़ की सलामी जोड़ी ने एक सधी हुई शुरुआत की थी और जॉन कैंपबेल और तेजनारायण चंद्रपॉल की जोड़ी संभलकर बल्लेबाज़ी कर रही थी। हालांकि टी से ठीक पहले कैंपबेल ने जाडेजा की गेंद पर ज़ोरदार प्रहार किया और शॉर्ट लेग पर गेंद साई सुदर्शन के हेलमेट पर लगी लेकिन उन्होंने कैच लपक लिया।
टी के बाद वेस्टइंडीज़ के बल्लेबाज़ों ने संभलकर बल्लेबाज़ी करना जारी रखा और ऐलेक ऐथनेज़ और चंद्रपॉल के बीच अर्धशतकीय साझेदारी भी पूरी हो चुकी थी। दोनों ही बल्लेबाज़ स्पिन का बहुत चतुराई से सामना कर रहे थे। हालांकि चंद्रपॉल को लेग बिफ़ोर की अपील पर अंपायर ने आउट करार दिया लेकिन अंतिम समय पर रिव्यू लेने से वह बच गए। लेकिन चंद्रपॉल इसके बाद ज़्यादा देर क्रीज़ पर नहीं टिक पाए और स्वीप खेलने के क्रम में लेग बिफ़ोर पर बाल-बाल बच जाना ही कहीं न कहीं उनके आउट होने का कारण बना।
जाडेजा की गेंद पर उन्होंने आगे निकलर छक्का जड़ते हुए एक रिलीज़ शॉट खेला लेकिन स्वीप खेलने न खेलने की दुविधा की चलते चंद्रपॉल ने गेंद को सीधा स्लिप में खड़े के एल राहुल की ओर खेल दिया। इसके बाद वेस्टइंडीज़ पर दबाव बनना शुरू हो गया और ऐथनेज़ भी कुलदीप यादव की गेंद पर प्रहार करने के प्रयास में जाडेजा के हाथों में लपके गए।
पहले तीनों विकटों में जाडेजा का योगदान था लेकिन वह यह नहीं रुके और कप्तान रॉस्टन चेज़ को भी कॉट एंड बोल्ड करते हुए उन्हें अपना तीसरा शिकार बना लिया। हालांकि इसके बाद शे होप और विकेटकीपर टेविन इमलाक ने संभलकर बल्लेबाज़ी की और दिन का खेल समाप्त होने पर दोनों नाबाद ही पवेलियन लौटे हैं।
वेस्टइंडीज़ की ओर से दूसरे दिन भी, पहले दिन दोनों विकेट निकालने वाले जोमेल वारिकन सबसे सकारात्मक पहलू रहे जिन्होंने लंच से पहले आक्रामक अंदाज़ में खेल रहे रेड्डी को पवेलियन लौटाया। इसके बाद एकमात्र विकेट चेज़ को जुरेल के रूप में मिला जिनकी लेंथ गेंद नीची रहती हुई जुरेल के पैड पर लगकर स्टंप्स से टकरा गई और भारत ने वेस्टइंडीज़ को बल्लेबाज़ी के लिए बुला लिया।
नवनीत झा ESPNcricinfo हिंदी में कंसल्टेंट सब एडिटर हैं।