हरमनप्रीत: बल्लेबाज़ी में अंतिम के छह ओवर हमें भारी पड़ गए
भारत की मशहूर टॉप-5 बल्लेबाज़ आखिरकार महिला विश्व कप 2025 में फ़ॉर्म में लौटीं और 330 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। लेकिन निचलेक्रम का अचानक ढहना, फ्लैट पिच और ऑस्ट्रेलिया की ताकत ने भारत को "30-40 रन" पीछे छोड़ दिया।
यह पहली बार था जब किसी टीम ने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 300 से अधिक रन बनाए। भारत को लगा था कि वे और अधिक स्कोर कर सकते थे क्योंकि 42.5 ओवर में स्कोर 294/4 पर था। लेकिन अगले 36 रन के अंदर उन्होंने छह विकेट गंवा दिए और सात गेंद बाकी रहते पूरी टीम ऑल आउट हो गईं। स्मृति मांधना और प्रतिका रावल ने अर्धशतक लगाए, जबकि मध्यक्रम और निचलाक्रम अपने शुरुआत को बड़े स्कोर में नहीं बदल सके।
कप्तान हरमनप्रीत कौर ने मैच के बाद प्रेज़ेंटेशन में कहा, "जिस तरह हमने शुरुआत की, लगा था कि अगर हम 30-40 रन और जोड़ पाते तो फ़र्क पड़ता। आख़िरी छह-सात ओवर में हम रन नहीं बना सके और वही हमें महंगा पड़ा। विकेट बल्लेबाज़ी के लिए बहुत अच्छा था, लेकिन आख़िरी छह ओवरों का हम पूरा लाभ नहीं ले पाए।"
"पहले 40 ओवर बहुत अच्छे रहे, लेकिन अंतिम 10 ओवरों में हम सही तरीके से एक्सिक्यूट नहीं कर पाए। मैचों में ऐसा होता है, हर दिन 100% नहीं हो सकता, लेकिन यह अहम है कि वापसी कैसे करें।"
मुख्य कोच अमोल मजूमदार ने कप्तान की बात से सहमति जताई कि भारत को बेहतर फ़िनिशिंग करनी होगी। उन्होंने यह दिखाने के लिए कि गेंदबाज़ी में भी सुधार की ज़रूरत है साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ हार का उदाहरण दिया, जहां भारत 251 रनों का बचाव नहीं कर पाया था।
मजूमदार ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस में कहा, "मेरे हिसाब से क्रिकेट में फ़िनिश बहुत अहम होता है। मैं हमेशा कहता हूं। हां, अच्छी शुरुआत चाहिए लेकिन उससे भी बेहतर अंत चाहिए। साउथ अफ़्रीका मैच में हमने आख़िरी पांच ओवर में ख़राब गेंदबाज़ी की और वो गेम गंवाया। आज भी अगर हम 20 रन और बना लेते, तो नतीजा अलग हो सकता था। लेकिन यह सब प्रक्रिया का हिस्सा है। बहुत कुछ सीखने को मिल रहा है। हमारी सबसे बड़ी सीख यही है कि हमें बेहतर फ़िनिश करना सीखना होगा।"
भारत अपने पिछले दो मैचों में प्रतिस्पर्धी स्कोर का बचाव नहीं कर पाया। दोनों बार विपक्ष ने सात और छह गेंद शेष रहते जीत दर्ज की। टीम ने ये मैच केवल पांच गेंदबाज़ों के साथ खेले, वो भी बल्लेबाज़ी की मददगार पिचों पर। अगला मैच इंग्लैंड से इंदौर में है, जहां रन खूब बनते हैं। क्या भारत गेंदबाज़ी को मज़बूत करेगा?
मजूमदार ने कहा, "इस मैच के बाद हम निश्चित रूप से इसका विश्लेषण करेंगे। टीम प्रबंधन इस पर चर्चा करेगा और अगले मैच के लिए सही फैसला लेगा।"
भारत की एक और समस्या, जो बाकी सफल टीमों की तुलना में देखी गई, वह थी डॉट बॉल प्रतिशत। हालांकि ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ इस मैच में भारत ने इसमें सुधार दिखाया। शीर्ष सात में से पांच बल्लेबाज़ों ने 100 से अधिक की स्ट्राइक रेट से रन बनाए।
मजूमदार ने कहा, "ईमानदारी से कहूं तो पिछले मैच के बाद हमने लंबी चर्चा की कि बल्लेबाज़ी अप्रोच कैसी होनी चाहिए। हमने डॉट बॉल प्रतिशत पर भी बात की। पिछले डेढ़ साल में हम बहुत आक्रामक क्रिकेट खेल रहे हैं और आज उसका अच्छा उदाहरण था। डॉट बॉल प्रतिशत निश्चित रूप से कम हुआ है। अभी सटीक आंकड़ा नहीं पता (ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 48%) लेकिन हम इसे और घटाना चाहेंगे।"
विशाल दीक्षित ESPNcricinfo में असिस्टेंट एडिटर हैं
