गिल : ऐसे दिग्गजों का नेतृत्व करना मेरे लिए सम्मान की बात

ऑप्टस स्टेडियम रविवार भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला जाने वाला पहला वनडे भारत के बदलाव के दौर की शुरुआत का गवाह बनेगा जहां भारत के नए वनडे कप्तान शुभमन गिल, रोहित शर्मा और विराट कोहली से सजी टीम का नेतृत्व करते दिखाई देंगे। भारतीय क्रिकेट के दो दिग्गज जिन्हें गिल अपना आदर्श मानते हुए बड़े हुए हैं।

मैच से पहले गिल ने पत्रकारों से कहा, "यह वैसे खिलाड़ी हैं जिन्हें मैं अपना आदर्श मानते हुए बड़ा हुआ हूं। उनके भीतर की भूख मुझे प्रेरित करती थी। खेल के इतने बड़े दिग्गजों का नेतृत्व करना मेरे लिए सम्मान की बात है। मुझे विश्वास है कि इस सीरीज़ में कई ऐसे पल आएंगे जहां मुझे उनसे सीखने को मिलेगा। अगर में किसी कठिन परिस्थिति में पड़ा तो मैं उनसे सलाह लेने से संकोच नहीं करूंगा।"

कप्तानी जाने के बावजूद रोहित के टीम में बने रहने से इस बात पर अटकलें लगाई जा रही हैं कि नेतृत्व की बागडोर कितनी आसानी से किसी और को सौंपी जाएगी। हालांकि, गिल ने कहा कि वह पहले ही रोहित के अनुभव का लाभ उठा चुके हैं।

रोहित के साथ अपने रिश्ते के बारे में गिल ने कहा, "बाहर जो चल रहा है वह अलग है। हमारे बीच ऐसा कुछ नहीं है - चीज़ें पहले जैसी ही हैं।"

उन्होंने आगे कहा, "वह बहुत मदद करते हैं। और उन्होंने अपने अनुभव से जो भी सीखा है, या अगर मुझे लगता है कि मुझे किसी मदद की ज़रूरत है, तो मैं उनसे पूछता हूँ कि किसी ख़ास स्थिति में वह क्या करते।"

"मुझे हर किसी के विचार जानना और फिर खेल की अपनी समझ के अनुसार निर्णय लेना पसंद है। इस लिहाज़ से, विराट भाई और रोहित भाई दोनों के साथ मेरे बहुत अच्छे संबंध हैं। जब भी मुझे कोई संदेह होता है, मैं उनके पास जाता हूं और उनसे सुझाव, सलाह लेता हूं और वे भी [अपना ज्ञान] साझा करने में संकोच नहीं करते।"

Play 02:29
गिल: मैं अतिरिक्त ज़िम्मेदारी होने से अपना सर्वश्रेष्ठ दे पाता हूं

ऑस्ट्रेलिया में तीन मैचों की वनडे सीरीज़ इस बात की पहली झलक होगी कि गिल अपनी टीम के लिए किस तरह की शैली और संयोजन चाहते हैं। टेस्ट प्रारूप में कमान संभालने के बाद से 13 पारियों में पाँच शतक लगाने वाले गिल एक ऐसे क्रिकेटर हैं जो अतिरिक्त ज़िम्मेदारी के साथ निखरते हैं।

उनका टेस्ट औसत काफ़ी बढ़ा है, हालांकि वनडे क्रिकेट में इसे दोहराना मुश्किल हो सकता है क्योंकि वर्तमान में उनका औसत 55 मैचों में 59 है।

उन्होंने कहा, "मुझे अतिरिक्त ज़िम्मेदारी मिलना अच्छा लगता है। दबाव मेरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन लाता है। मुझे इस ज़िम्मेदारी का आनंद आता है, हालांकि मुझे लगता है कि जब मैं बल्लेबाज़ी के लिए जाता हूं, तो मैं सबसे अच्छे फ़ैसले तब लेता हूं जब मैं एक बल्लेबाज़ के तौर पर सोचता हूं और कप्तान होने और कप्तान की तरह सोचने के बारे में ज़्यादा नहीं सोचता।

"जब मैं ऐसा करता हूं, तो मैं ख़ुद पर अतिरिक्त दबाव डालता हूं। एक बल्लेबाज़ के तौर पर, मैं सोचता हूं कि टीम को उस समय सबसे ज़्यादा क्या चाहिए। इसलिए मैं सभी रन बनाने या मैच खत्म करने की अतिरिक्त ज़िम्मेदारी लेने के बजाय, शुभमन गिल एक बल्लेबाज़ के तौर पर फ़ैसले लेने की कोशिश करता हूं।"

वनडे सीरीज़ कोहली और रोहित के लिए जश्न का मौक़ा होगी, क्योंकि वे उस देश को अलविदा कहेंगे जहां उन्होंने अनगिनत लड़ाइयां लड़ी हैं, वहीं गिल ऑस्ट्रेलिया में प्रमुखता से उभरने के लिए तैयार हैं।

उन्होंने वनडे कप्तान के रूप में अपने पदार्पण के बारे में कहा, "निश्चित रूप से, बहुत रोमांचक होगा। विराट भाई और रोहित भाई ने जो विरासत छोड़ी है, उसे आगे बढ़ाना मेरे लिए बहुत बड़ी ज़िम्मेदारी है।वे कैसे बातचीत करते हैं और खिलाड़ियों के साथ उनका संवाद या संदेश कैसा था, इससे मुझे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में मदद मिली। मैं ऐसा ही कप्तान बनना चाहता हूं, जहां मेरे सभी खिलाड़ी अपने काम में पूरी तरह सुरक्षित महसूस करें।"

ट्रिस्टन लैवलेट पर्थ में रहने वाले एक पत्रकार हैं।

Comments