KSCA के नए अध्यक्ष बने वेंकटेश प्रसाद
भारत के पूर्व तेज़ गेंदबाज़ वेंकटेश प्रसाद, कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) के नए अध्यक्ष चुने गए हैं। वहीं 1996 में दो वनडे खेलने वाले और वर्तमान में BCCI के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में शिक्षा प्रमुख सुजीत सोमसुंदर उपाध्यक्ष निर्वाचित हुए हैं।
प्रसाद को अनिल कुंबले और जवागल श्रीनाथ समेत अपने कई पूर्व साथियों का सर्वसम्मत समर्थन मिला और उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी केएन शांत कुमार को 749-558 के अंतर से हराया। अपनी टीम के सदस्यों के साथ खड़े होकर प्रसाद ने अपनी प्रतिबद्धता दोहराई कि वह राज़्य सरकार के साथ मिलकर "चिन्नास्वामी की खोई हुई गरिमा" को बहाल करेंगे।
"सबसे पहले, यह क्रिकेट खेल की जीत है," प्रसाद ने कहा। "दूसरे, यह उन सभी सदस्यों की जीत है जो बदलाव चाहते थे। उन सभी लोगों की जीत है, जो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को फिर से एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में वापस लाना चाहते थे।"
चार जून को रॉयल चैलेंज़र्स बेंगलुरु (RCB) की IPL जीत के जश्न के दौरान चिन्नास्वामी स्टेडियम परिसर के बाहर हुई भगदड़ में 11 लोगों की जान जाने के बाद से यह मैदान किसी बड़े मुक़ाबले की मेज़बानी नहीं कर पाया है। इसके बाद से बेंगलुरु में KSCA क्रिकेट के लिए नो-गो ज़ोन बन गया था और BCCI ने दलीप ट्रॉफ़ी और भारत-साउथ अफ़्रीका के 'A' सीरीज़ मुक़ाबलों को सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस में आयोज़ित करना पसंद किया।
एम चिन्नास्वामी स्टेडियम को महिला वनडे विश्व कप के पांच मुक़ाबलों, ज़िनमें फ़ाइनल भी शामिल था, की भी मेज़बानी करनी थी। लेकिन पिछला KSCA प्रशासन, जो कोषाध्यक्ष और सचिव के बिना काम कर रहा था, भगदड़ के बाद नैतिक ज़िम्मेदारी लेते हुए इस्तीफ़ा दे चुका था और आवश्यक सरकारी मंज़ूरियां हासिल करने में विफल रहा, जिसके चलते मुक़ाबले वहां से हटा दिए गए। इसके बाद KSCA को अग्नि सुरक्षा नियमों के अनुपालन को लेकर राज़्य की बिजली आपूर्ति एज़ेंसियों से भी परेशानी का सामना करना पड़ा, ज़िससे स्टेडियम की बिजली काट दी गई। बाद में अग्नि सुरक्षा ऑडिट के बाद, ज़िसमें KSCA को नियमों के अनुरूप पाया गया, बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई।
अब प्रसाद ने अपनी टीम को निर्देश दिया है कि वे कर्नाटक सरकार द्वारा भगदड़ के बाद गठित जस्टिस जॉन माइकल डी'कुन्हा आयोग की रिपोर्ट के निष्कर्षों का अध्ययन कर यह देखें कि और कौन-कौन से बदलाव लागू किए जा सकते हैं।
जुलाई में अपनी रिपोर्ट में आयोग ने कहा था कि स्टेडियम की "डिज़ाइन और संरचना" बड़े जनसमूह के लिए मूल रूप से "अनुपयुक्त और असुरक्षित" है। उन्होंने चेतावनी दी थी कि इस स्थल पर बड़े दर्शक वाले आयोजनों को जारी रखना "जन सुरक्षा, शहरी आवागमन और आपातकालीन तैयारी के लिए अस्वीकार्य जोखिम" पैदा करेगा।
रविवार को कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री DK शिवकुमार, जो KSCA के आज़ीवन सदस्य भी हैं और शुरुआती मतदाताओं में शामिल थे, ने IPL को वापस चिन्नास्वामी में लाने का संकल्प व्यक्त किया। "मैं क्रिकेट प्रेमी हूं," उन्होंने कहा। "हम यह सुनिश्चित करेंगे कि कर्नाटक में फिर ऐसी कोई दुर्घटना न हो और चिन्नास्वामी स्टेडियम में बेंगलुरु के सम्मान के अनुरूप क्रिकेट आयोजन किए जाएं। हम IPL को कहीं और स्थानांतरित नहीं करेंगे और इसे यहीं चिन्नास्वामी स्टेडियम में आयोजित करते रहेंगे। यह बेंगलुरु और कर्नाटक का गौरव है, जिसे हम बनाए रखेंगे।"
प्रसाद अब उन कुछ पूर्व भारतीय खिलाड़ियों के समूह में शामिल हो गए हैं, जो वर्तमान में क्रिकेट प्रशासन में सक्रिय हैं। हाल ही में दिल्ली के पूर्व कप्तान और ज़म्मू-कश्मीर में क्रिकेट प्रशासक रहे मिथुन मन्हास BCCI के अध्यक्ष चुने गए, ज़बकि प्रसाद के पूर्व साथी और भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली सर्वसम्मति से क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल के अध्यक्ष निर्वाचित हुए। सौरभ तिवारी और शाहबाज़ नदीम, जिन्होंने मज़बूत घरेलू करियर के साथ भारत के लिए भी संक्षिप्त मैच खेला, झारखंड में पदाधिकारियों के रूप में क्रिकेट प्रशासन में प्रवेश कर चुके हैं।
शशांक किशोर ESPNcricinfo में वरिष्ठ संवाददाता हैं
