बेंगलुरु के बाहरी हिस्से में कोहली ने प्रशंसकों को रोमांचित कर दिया

16 वर्ष के बाद विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी खेलने उतरे कोहली ने शतकीय पारी खेली

Virat Kohli ने 101 गेंदों पर 131 रनों की पारी खेली © PTI

बेंगलुरु के बाहरी इलाके सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस (COE) में दोपहर क़रीब 1.30 बजे के कुछ ही समय बाद जब ग्राउंड 1 पर निगरानी कर रहे पुलिसकर्मी भोजन के लिए गए तब प्रशंसक बाउंड्री वॉल और सड़क के उस पार खड़े कंटेनर ट्रकों की छत पर चढ़ गए।

आंध्रा के ख़िलाफ़ 299 रनों की चेज़ में विराट कोहली पहले ओवर में बल्लेबाज़ी के लिए आए थे।

ग्राउंड तीन पर मैच सिमुलेशन का अभ्यास सत्र अभी समाप्त ही हुआ था, भारत के अंडर-19 खिलाड़ियों का छोटा समूह जिन्होंने अपना भोजन शुरू ही किया था, कोहली को बल्लेबाज़ी करते आता देखते ही दौड़ पड़े।

एक शांत सर्दी में ऊर्जा का संचार हो गया था। सभी की निगाहें दिल्ली के स्कोर पर थीं, इसलिए नहीं कि दिल्ली को कितने रन और चाहिए बल्कि इसलिए कि कोहली के शतक के लिए पर्याप्त रन बचे हैं या नहीं।

पिछली बार कोहली ने फ़रवरी 2010 में विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी का मुक़ाबला खेला था। उस मुक़ाबले और इस मुक़ाबले के बीच उनका पूरा टेस्ट करियर बीत गया। 2024-25 की शुरुआत में जब कोहली ने दिल्ली में रणजी ट्रॉफ़ी का मुक़ाबला खेला था तब प्रशंसकों का हुजूम उमड़ पड़ा था, हालांकि COE में बंद दरवाज़े के बीच खेले गए इस मुक़ाबले में भीड़ नहीं थी।

नीतीश कुमार रेड्डी के ख़िलाफ़ इनसाइ़ड आउट कवर के ऊपर से शॉट खेलने के लिए कोहली को तीन गेंदें लगीं। अपनी पांचवीं और छठी गेंद पर कोहली ने लगातार दो चौके जड़े। इसके बाद दर्शकों को अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का मौक़ा मिल गया और उनकी आवाज़ गूंजने लगी। शोर इतना था कि पुलिसकर्मियों को अपने खाने की थाली आधी छोड़ कर वापस ड्यूटी पर तैनात होने के लिए आना पड़ा।

रन लेने के दौरान कोहली © PTI

कोहली ने साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ वनडे सीरीज़ की अपनी फ़ॉर्म को जारी रखा था जहां उन्होंने दो शतक और एक नाबाद अर्धशतक लगाया था। तीसरे ओवर में कोहली ने रेड्डी के ख़िलाफ़ कवर के ऊपर से पंच किया और दर्शकों में जोश का एक बार फिर संचार हुआ। कोहली 13 गेंदों पर 25 रनों तक पहुंच गए। प्रियांश आर्या ने 31 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया और अब दिल्ली के लिए चेज़ काफ़ी आसान नज़र आने लगा।

कोहली स्पिन के ख़िलाफ़ शुरुआत से ही आक्रमण कर रहे थे और स्वीप कर रहे थे। हालांकि जब वह 32 के निजी स्कोर पर थे तब मिडऑन पर उनका कैच छूट गया। प्वाइंट के ऊपर से ज़ोरदार शॉट खेलते हुए कोहली ने 39 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया। कोहली और आर्या ने 11.5 ओवर में साथ मिलकर 113 रन जोड़ लिए।

चौकों की झड़ी के बीच कोहली की पारी की बुनियादी बातें साफ़ नज़र आ रही थीं - तेज़ और फ़ुर्तीली दौड़, ज़रा से मौक़े पर दो रन लेने की ललक और गेंदबाज़ों की लेंथ प्रभावित करने के लिए दिमाग़ी दांव-पेंच।

मिडऑफ़ के ऊपर से बड़ा शॉट खेलकर कोहली 80 के पार गए और फिर रेड्डी की बायीं ओर से ज़ोरादर शॉट खेलकर वह 90 के पार चले गए। जैसे ही कोहली शतक के पास पहुंचे सभी ने अपना कैमरा तैयार कर लिया।

कोहली ने कलाई की ताक़त से शॉट लगाते हुए अपने शतक को पूरा किया और फिर खिलाड़ियों का अभिवादन स्वीकार किया। टीवी दर्शकों को इस दृश्य का नज़ारा न मिल पाना लगभग अन्यायपूर्ण सा लग रहा था। ग्राउंड स्टाफ़ और पुलिसकर्मियों ने इस पल का भरपूर आनंद लिया।

उस शहर के केंद्र से दूर जिसने कोहली को अपना बना लिया है, चिन्नास्वामी स्टेडियम से दूर, इस सुहावनी दोपहर में ऊर्जा का संचार हो रहा था।

शशांक किशोर ESPNcricinfo में वरिष्ठ संवाददाता हैं

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