रेटिंग्स: 9 विकेट की जीत में तितास, शेफ़ाली और स्मृति को परफ़ेक्ट 10
हरमनप्रीत की बल्लेबाज़ी तो नहीं आई, लेकिन उन्होंने चार कैच लपककर अंक जुटाए
दया सागर
05-Jan-2024
तितास ने शुरुआती झटके देकर भारत की जीत की नींव रखी • BCCI
वनडे सीरीज़ में मिली हार के बाद भारत ने टी20 सीरीज़ में वापसी करते हुए पहले मैच में 9 विकेट की बड़ी जीत दर्ज की है। इस जीत की नायिकाएं तितास साधु, शेफ़ाली वर्मा और स्मृति मांधना रहीं। जहां तितास ने अपने पहले स्पेल में तीन और कुल चार विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया को 141 के स्कोर पर रोका, वहीं शेफ़ाली और स्मृति ने अर्धशतक लगाकर इस स्कोर को छोटा साबित किया। शेफ़ाली और स्मृति ने पहले विकेट के लिए 137 रनों की साझेदारी की, जो कि भारत के लिए टी20आई मैचों में किसी भी विकेट के लिए पहली शतकीय साझेदारी है। टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में यह सिर्फ़ चौथी बार है, जब ऑस्ट्रेलिया को 9 या उससे अधिक विकेट की हार मिली हो।
आइए जानते हैं कि इस मैच में किस भारतीय खिलाड़ी को कितने अंक मिले।
शेफ़ाली वर्मा, 10: वनडे सीरीज़ में शेफ़ाली को सिर्फ़ एक मैच खेलने को मिला था और उसके बाद वह टीम से बाहर हो गई थीं। इस मैच में लग रहा था कि जैसे शेफ़ाली उसी का गुस्सा उतार रही हों। उन्होंने पहली ही गेंद से प्रहार करना शुरू किया और मैदान के चारों तरफ़ शॉट लगाए। उनकी पारी में 6 चौके और 3 छक्के शामिल थे और उन्होंने 145 के स्ट्राइक रेट से 44 गेंदों में नाबाद 64 रन बनाए। उन्हें पारी के अंत में ऐश्ली गार्डनर के द्वारा दो जीवनदान ज़रूर मिले, लेकिन तब तक वह अपना काम कर चुकी थीं।
स्मृति मांधना, 10: जहां एक तरफ़ शेफ़ाली प्रहार कर रही थीं, वहीं दूसरे छोर पर स्मृति अपने अंदाज़ में पारी को आगे बढ़ा रही थीं। उन्होंने 52 गेंदों की 54 रनों की पारी में 6 चौके और एक छक्का लगाया और कुछ दर्शनीय शॉट खेलें। जब टीम को सिर्फ़ पांच रन की ज़रूरत थी, तो वह टीम को छक्के के साथ जीत दिलाने के चक्कर में लांग ऑन पर लपकी गईं। हालांकि तब तक काम हो चुका था।
जेमिमाह रॉड्रिग्स, 7: जेमिमाह जब बल्लेबाज़ी के लिए आईं, तो बस औपचारिकता बाक़ी थी, जो उन्होंने शेफ़ाली के साथ पूरा किया। लेकिन फ़ील्डिंग में उन्होंने काफ़ी प्रभावित किया और बैकवर्ड प्वाइंट पर कई बेहतरीन डाइव लगाकर उन्होंने भारत के लिए कुछ महत्वपूर्ण रन बचाए। हालांकि रेणुका सिंह के साथ एक गलतफ़हमी होने के कारण उन्होंने फ़ीबी लिचफ़ील्ड का एक महत्वपूर्ण कैच टपकाया भी, जिन्होंने आज 49 रन बनाए।
हरमनप्रीत कौर, 8: हरमनप्रीत की बल्लेबाज़ी नहीं आई, लेकिन उन्होंने अपनी फ़ील्डिंग और कप्तानी से अंक जुटाए। उन्होंने मिड ऑफ़ पर ही चार कैच लपके और रेणुका व तितास को नई गेंद से क्रमशः चार और तीन ओवर का स्पेल दिया ताकि उनके द्वारा हो रही अच्छी गेंदबाज़ी का पूरा फ़ायदा उठाया जा सके।
दीप्ति शर्मा, 9: वनडे सीरीज़ में पंजा खोलने वाली दीप्ति आज फिर से कंजूस रहीं और उन्होंने एलिस पेरी (37) के महत्वपूर्ण विकेट सहित पारी के अंत में दो विकेट झटके। अक्सर टी20 मैचों में पावरप्ले के दौरान गेंदबाज़ी करने वाली दीप्ति को आज उनके कप्तान ने 10 ओवर बाद बुलाया। पहले ओवर में ज़रूर उन पर 12 रन बने, लेकिन इसके बाद उन्होंने वापसी करते हुए ना सिर्फ़ रनों को रोका बल्कि विकेट भी चटकाए। उन्होंने डेथ में भी गेंदबाज़ी की और 19वें ओवर में उन्होंने सिर्फ़ दो ही रन दिए।
ऋचा घोष, कोई अंक नहीं: ऋचा को आज बल्लेबाज़ी का मौक़ा नहीं मिला, जबकि विकेट के पीछे वह शानदार रहीं।
अमनजोत कौर, 7: अमनजोत ने आज धीमी गेंदों को अपना हथियार बनाना चाहा, लेकिन वह लिचफ़ील्ड के आगे नहीं चलीं और लिचफ़ील्ड ने उन पर दो और पेरी ने एक छक्के जड़े। हालांकि बाद में अमनजोत को लिचफ़ील्ड का सबसे महत्वपूर्ण विकेट भी मिला, जो कि अपने स्कूप और रिवर्स स्वीप से भारतीय गेंदबाज़ों को परेशान करके रखी थीं। इसके अलावा अमनजोत ने आज बाउंड्री पर दो जबरदस्त कैच भी लपके।
श्रेयंका पाटिल, 9: जहां एक तरफ़ अमनजोत को मार मिल रही थी, वहीं श्रेयंका ने दूसरे छोर से ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ों को रोके रखा। बाद में जब वह डेथ ओवरों में गेंदबाज़ी करने आई, तो अपनी ऑफ़ स्पिन गेंदबाज़ी से दो विकेट भी झटके।
पूजा वस्त्रकर, 6: आज पूजा का दिन नहीं था। उन्होंने आज सिर्फ़ दो ओवर किए, जिसमें उन्होंने 28 रन दिए और उन्हें कोई विकेट भी नहीं मिला। अक्सर वह डेथ में गेंदबाज़ी करने आती हैं, लेकिन स्पिनरों ने डेथ में इतना अच्छा किया कि पूजा को गेंदबाज़ी व बाद में बल्लेबाज़ी का मौक़ा ही नहीं मिला।
तितास साधु, 10: 'घातक' शब्द तितास की आज की गेंदबाज़ी के लिए सबसे उचित होगा। उन्होंने बल्लेबाज़ों को आगे गेंद कर शॉट खेलने के लिए मज़बूर किया। वह लगातार विकेट के लिए जा रही थीं। उन्हें इसका परिणाम भी मिला और शुरुआती दो ओवरों में ही उनके पास तीन विकेट थे। वह भारत के लिए ना सिर्फ़ सबसे सफल बल्कि सबसे क़िफ़ायती गेंदबाज़ भी रहीं और उन्होंने चार ओवरों के स्पेल में सिर्फ़ 17 रन देकर चार विकेट लिए। वह दुर्भाग्यशाली रहीं कि रिव्यू में एक निर्णय बदल गया और उनका पंजा होते-होते रह गया।
रेणुका सिंह, 9: नई गेंद से विकेट लेना रेणुका की आदत हो गई है। उन्होंने लगातार चार ओवर किए और सिर्फ़ 24 रन देकर पावरप्ले में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ों को बांधे रखा। उन्हें विपक्षी कप्तान अलिसा हीली का महत्वपूर्ण विकेट भी मिला, जो लेंथ गेंद को जगह बनाकर मिड ऑफ़ के ऊपर से मारना चाहती थीं।
दया सागर ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं।dayasagar95