सोचो एक बार क्रिकेट के परिजनों के बारे में, जिन्होंने अपने पुराने खेल को एक नई जान देने के लिए सब कुछ गंवा दिया, आप उस स्वर्णिम दौर के एक प्रतिनिधि को भेजें विश्व टेस्ट चैंपियनिशप 2021(डब्ल्यूटीसी) के फाइनल को देखने के लिए। आप आसानी से उस स्वर्णिम दौर के बारे में अंदाजा लगा पाएंगे कि चाहे कोई भी उस साल का मूल रहा हो, जो भी ट्रेवलर साउथैंप्टन की धरती पर इस सप्ताह पहुंचेगा वह अंदाजा लगा सकता है कि टेस्ट क्रिकेट काफी मरणासन्न स्थिति में था। हालांकि जो भी हो, यह वह खेल है जो कई दशकों तक गलत शुरुआत करने के बाद एक नई उम्मीद लेकर आया है।
लॉर्ड्स, ईडन गार्डेंस या एमसीजी को छोड़कर यह मुकाबला एक अलग ही जगह पर खेला जाएगा, जहां अगले पांच दिन या छह दिन भारत और न्यूजीलैंड की टीम मौसम की चिंता करती रहेंगी, क्योंकि अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के नवनियुक्त चेयरमैन ग्रेग बार्कले ने कहा था कि यह समय डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए ठीक नहीं था।
अधिकतक 4000 लोग प्रतिदिन यहां पर मौजूद रह सकते हैं, जो स्टेडियम की 25 प्रतिशत क्षमता है, क्योंकि मौजूदा हालातों को देखते हुए यही ब्रिटेन के नियम हैं।
डब्ल्यूटीसी का फाइनल एजेस बोल में खेला जाएगा, जो क्रिकेट के लिए सबसे बेहतरीन बायो सिक्योर वेन्यू हैं, हां जिसने दिखाया भी है कि यह इस महामारी के दौर में क्रिकेट खेलने का सबसे बड़ी जगह बन सकता है।
सबसे पहले, भारत की मौजूदगी फाइनल में बेहद ही प्रेरणास्त्रोत की तरह है, जियपे बेहउ ही शानदार प्रदर्शन किया है, जो घर में अजय रही है और विदेशों में कई कमाल के प्रदर्शन करके दिखाए हैं, आस्ट्रेलिया में इस टीम की जददोजहद को कौन भूल सकता है।
वैसे आखिरकार, खेल को अपनी दो बेहतरीन टीम मिल गईं हैं। न्यूजीलैंड जिन्होंने इंग्लैंड में खासा अभ्यास कर लिया है। यह टीम 1999 के बाद पहली बार इंग्लैंड में सीरीज जीती है। चाहे डेवन कॉन्वे हो या केन विलियमसन इस टीम के खिलाड़ियों ने कभी हारना नहीं सीखा है।
वहीं, भारतीय टीम की बात करें तो उन्होंने केवल आपस में ही एक अभ्यास मैच खेला है और हां भारतीय टीम साउथैंप्टन शहर की ढाल में ढल गई है क्योंकि यहां के मैदान आस्ट्रेलिया में बने पुराने और बड़े मैदानों की तरह नहीं है।
दोनों टीम के पिछले पांच मुकाबले
भारत : WWWLW
न्यूजीलैंड : WDWWW
महत्वपूर्ण बात
इंग्लैंड जब पिछली बार भारत आई थी तो रोहित शर्मा का प्रदर्शन शानदार रहा था, उन्होंने चेन्नई में दूसरे टेस्ट में 161 रन की पारी खेली थी, उसके बाद इंग्लैंड के खिलाड़ी अहमदाबाद में जाकर सुस्त पड़ गए थे, क्योंकि अक्षर पटेल ने अकेले ही अपन स्पिन गेंदबाजी से सबकुछ बदल दिया था। हो सकता है कि साउथैंप्टन के मैदान पर न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन कुछ अलग करके दिखाएं, लेकिन विराट कोहली के न्यूजीलैंड दौरे पर किया गया प्रदर्शन सभी की निगाहों में है।
टीम की खबरें
न्यूजीलैंड ने अपने पिछले टेस्ट में छह बदलाव किए थे, जो उन्होंने एजबेस्टन में पिछले सप्ताह इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। विल यंग एक उभरता सितारा रहे, तो एजाज पटेल भी प्रभावित दिखे। रॉस टेलर ने चौथे नंबर के लिए अपनी जगह पक्की की और बीजे वॉटलिंग भी विकेट के पीछे अपने आखिरी अंतर्राष्ट्रीय मैच के लिए पहुंच गए।
न्यूजीलैंड (संभावित): टॉम लैथम, डेवन कॉन्वे, केन विलियमसन (कप्तान), 4 रॉस टेलर, 5 हेनरी निकोल्स, 6 बी जे वाटलिंग (विकेटकीपर), 7 कॉलिन डि ग्रैंडहोम, 8 टिम साउदी, 9 एजाज़ पटेल/काइल जेमिसन, 10 नील वैगनर, 11 ट्रेंट बोल्ट
एक टेस्ट की खासियत यह है कि यह दोनों टीम के लिए भी कहीं भी मुड़ सकता है। वैसे यहां पर ऋषभ पंत को भूला ही नहीं जा सकता है। रवींद्र जाडेजा और रविचंद्रन अश्विन जैस स्पिन तो रीढ़ हैं। पंत ने जिस तरह से अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की है वह किसी से छुपी नहीं है और इसके अलावा भी हनुमा विहारी का जुझारुपन कोई भूल नहीं पाया है। मुहम्मद शमी और ईशात शर्मा जैसा अनुभव भी है भारतीय टीम के पास। वैसे शमी 2108 के इंग्लैंड दौरे पर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए थे जिन्होंने 37.87 के औसत से 16 विकेट लिए थे। वहीं, ईशांत ने 2015 से टेस्ट में 23 के औसत से विकेट लिए हैं।
भारत : विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), रवींद्र जाडेजा, आर अश्विन, इशांत शर्मा, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह
आंकड़े क्या कहते हैं
भारत ने साउथैंप्टन में अपने पिछले दोनों टेस्ट गंवाए हैं - 2014 में 266 रन और 2018 में 60 रन से।
हालांकि इसी ग्राउंड पर 2019 विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका और अफगानिस्तान को मात देने से पहले, भारत ने 2004 चैंपियंस ट्रॉफी में केन्या को 98 रनों से हराकर, अपने पिछले तीनों आईसीसी टूर्नामेंट मुकाबलों में जीत हासिल की।
न्यूजीलैंड ने 2013 और 2015 में इंग्लैंड के खिलाफ एजेस बाउल में दो एकदिवसीय मैचों में अपने पिछले दोनों मुकाबलों में जीत हासिल की है।
विलियमसन को टेस्ट में स्टीफन फ्लेमिंग के 7172 के कुल स्कोर से आगे निकलने के लिए 44 रनों की जरूरत है और रॉस टेलर के बाद न्यूजीलैंड के अब तक के दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए।
जडेजा को 2000 रन और 200 विकेट के रिकॉर्ड को पूरा करने के लिए 46 रनों की जरूरत है, जो पहले टेस्ट क्रिकेट में चार भारतीयों - कपिल देव, अनिल कुंबले, हरभजन सिंह और अश्विन द्वारा हासिल की गई है।
भारत ने पिछले पांच आईसीसी आयोजनों में न्यूजीलैंड को सिर्फ एक बार हराया है।
Andrew Miller is UK editor of ESPNcricinfo. @miller_cricket
एंड्रयू मिलर Espncricinfo के यूके एडिटर हैं। अनुवाद Espncricinfo के सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने की है।