संकल्प, प्रतिज्ञा और दृढ़ता से यह ड्रॉ बना जीत के बराबर
भारतीय टीम ने आखिरी दिन छह विकेट बचाकर मुश्किल मैच को कराया ड्रॉ
ESPNcricinfo स्टाफ़
27-Jul-2025
भारत 358 और 425 पर 4 (गिल 103, जाडेजा 107, वॉशिंगटन 101 ) इंग्लैंड 669 (रूट 150, स्टोक्स 141 और जाडेजा 143 पर 4) मैच ड्रॉ
जीत जाने से, जीतने नहीं देने का अहसास अलग ही होता है। इसी संकल्प, प्रतिज्ञा और दृढ़ता से भारतीय टीम के चार ज़ाबाज़ों केएल राहुल, शुभमन गिल, वॉशिंगटन सुंदर और रवींद्र जाडेजा ने चौथा टेस्ट ड्रॉ करा लिया, यानि अभी भी इंग्लैंड सीरीज में 2-1 से आगे है और अभी भी भारत के पास पांचवें टेस्ट को जीतकर सीरीज़ को बराबर कराने का मौक़ा है।
पांचवें दिन जब भारतीय बल्लेबाज़ बल्लेबाज़ी के लिए उतरे थे तो पिच का बर्ताव कुछ अलग थी। कुछ गेंद उसी लेंथ से नीचे आ रही थी और उसी लेंथ की गेंद अतिरिक्त उछाल ले रही थी। शुरुआत का एक घंटा पूरा ही होने वाला था लेकिन राहुल एक ऑफ़ स्टंप के करीब अंदर आती गेंद पर पगबाधा हो गए, यह गेंद इतना नीचे थी कि वह बल्ला भी नहीं लगा पाए। प्लंब की आशंका के साथ वह सीधा पवेलियन लौट गए।
लेकिन जब वॉशिंगटन को जाडेजा के ऊपर भेजा गया तो यहां पर एक स्थायित्व दिखा, जिससे लगा कि यहां पर कोई आक्रामक शॉट खेलने का प्रयास नहीं होगा। उनके बीच 34 रनों की साझेदारी बनी ही थी कि वह लंच से कुछ ही मिनटों पहले ली गई नई गेंद पर जोफ़्रा आर्चर का शिकार बन गए। लंच तक भारत का स्कोर चार विकेट पर 233 रन था और उन्होंने जाडेजा का भी अहम विकेट संभाला था, क्योंकि रूट ने गिल के आउट होने के बाद अगली ही गेंद पर जाडेजा का कैच छोड़ दिया था।
लंच हुआ और इसके बाद जाडेजा और वॉशिंगटन का पराक्रम शुरू हुआ, जहां पर उन्होंने अपने विकेट की अहमियत को समझा और संयम दिखाया। इसके बाद भारत ने कोई भी विकेट नहीं गंवाया लेकिन रनों की रफ़्तार को बढ़ाया। चायकाल तक स्कोर 322 पर चार विकेट हो गया था।
रोमांचक सेशन तो आखिरी रहा, जहां पर कप्तान बेन स्टोक्स ने हाथ मिलाकर मैच को पहले ही समाप्त करने की दरख़्वास्त की, लेकिन जाडेजा कहां मानने वाले थे। उन्होंने पहला अपना शतक पूरा किया और कुछ देर बाद वॉशिंगटन ने भी अपना पहला टेस्ट शतक पूरा करके भारत को जीत जैसा अहसास दिला दिया।