रासी और बवूमा के शतकों के बाद पहला वनडे रहा साउथ अफ़्रीका के नाम
धवन, कोहली और शार्दुल का अर्धशतक भारत के काम ना आया
सौरभ सोमानी
19-Jan-2022
कप्तान तेम्बा बवूमा ने अपने वनडे करियर का दूसरा शतक जड़ा • AFP/Getty Images
साउथ अफ़्रीका 296 पर 4 (बवूमा 110, वान दर दुसें 129*, बुमराह 2-48) ने भारत 265 पर 8 (धवन 79, कोहली 51, शार्दुल 50*, एनगिडी 2-64, शम्सी 2-52, फेहुक्वायो 2-26) को 31 रन से हराया
रासी वान दर दुसें के तूफ़ानी शतक और कप्तान तेम्बा बवूमा की शानदार बल्लेबाज़ी के दम पर साउथ अफ़्रीका ने पहले वनडे मैच में भारत को 31 रनों से हराकर तीन मैचों की सीरीज़ में 1-0 की बढ़त ले ली।
18वें ओवर में 68 के स्कोर पर तीन विकेट गंवाने के बाद रासी क्रीज़ पर आए और उन्होंने अपने कप्तान के साथ पहले पारी को संभाला और फिर बोलैंड पार्क की धीमी पिच पर टीम को चार विकेट के नुक़सान पर 296 के विशाल स्कोर तक पहुंचाया। पारी की पहले भाग में ऐसा लग रहा था कि भारत इस लक्ष्य को आसानी से हासिल कर लेगा जब विराट कोहली और शिखर धवन के बीच दूसरी विकेट के लिए 92 रनों की साझेदारी हुई। हालांकि उनके आउट होने के बाद भारतीय गाड़ी पटरी से उतर गई।
रासी और बवूमा ने 183 गेंदों पर 204 रन जोड़े। देखा जाए तो रासी की नाबाद पारी ने पहले तो पहली पारी में मेज़बान टीम की पकड़ मज़बूत की और अंत में वह हार और जीत के बीच का अंतर साबित हुई। केवल 96 गेंदों में उन्होंने 129 रन बनाकर अपने वनडे करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। इस पारी में नौ चौके और चार छक्के शामिल थे। पारी के आख़िरी ओवर में रासी संघर्ष कर रहे थे लेकिन अपनी बल्लेबाज़ी से उन्होंने सभी के दिल की धड़कनें बढ़ा दी थी।
रासी ने युज़वेंद्र चहल और रविचंद्रन अश्विन की स्पिन जोड़ी के विरुद्ध स्वीप और रिवर्स स्वीप का उपयोग करते हुए पारी को गति प्रदान की। पिच से मिल रही मदद को दरकिनार करते हुए उन्होंने तेज़ी से रन बनाए। लेंथ में हुई छोटी से छोटी ग़लती का लाभ उठाते हुए उन्होंने रन बटोरे।
पार्ल की गर्मी में भारतीय गेंदबाज़ी भी शुरुआती जोश के बाद फीकी पड़ गई। तीसरे नंबर पर बल्लेबाज़ी करने उतरे बवूमा ने 143 गेंदों पर 110 रन बनाए। शार्दुल ठाकुर के ख़िलाफ़ पारी के 45वें ओवर में उन्होंने अपना शतक पूरा किया। 48वें ओवर में रासी इस मैच के दूसरे शतकवीर बने।
भारतीय गेंदबाज़ों ने अच्छी शुरुआत की थी। जसप्रीत बुमराह ने अपने पहले स्पेल में सलामी बल्लेबाज़ यानेमन मलान को विकेटकीपर के हाथों कैच करवाया। वहीं 2017 के बाद वनडे टीम में वापसी कर रहे अश्विन ने क्विंटन डिकॉक को तेज़ गति की गेंद पर बोल्ड किया। जब एडन मारक्रम वेंकटेश अय्यर के सटीक थ्रो के चलते रन आउट हुए, तब मैच पर भारत की पकड़ मज़बूत थी।
हालांकि रासी और बवूमा की पारियों ने भारत को पीछे धकेला। मिसफ़ील्ड और ओवर थ्रो ने टीम का काम और बिगाड़ दिया।
पहली बार भारतीय वनडे टीम की कप्तानी कर रहे केएल राहुल के लिए यह मुक़ाबला कुछ ख़ास नहीं रहा। उन्होंने अपने छठे गेंदबाज़ वेंकटेश का इस्तेमाल ही नहीं किया और 40 ओवरों के भीतर ही बुमराह और भुवनेश्वर कुमार से आठ-आठ ओवर डलवाए। परिणामस्वरूप अंतिम 10 ओवरों में विपक्षी टीम ने 86 रन बनाए।
इसके बाद जब राहुल बल्लेबाज़ी करने उतरे तो उन्होंने पार्ट टाइम गेंदबाज़ मारक्रम को अधिक सम्मान दे दिया। इसके चलते मारक्रम ने नई गेंद के साथ छह ओवर डाले। आक्रमण करने की बजाय संभलकर खेलने का यह अंदाज़ राहुल के काम ना आया और वह बल्ले के बाहरी किनारे से डिकॉक को कैच थमाकर पवेलियन लौट गए।
इसके बाद एक छोर पर धवन आक्रामक रुख़ अपना रहे थे वहीं कोहली ने अपने छोर से स्कोर को आगे बढ़ाया। दोनों खिलाड़ी सेट थे और लक्ष्य की ओर अग्रसर थे। तभी केशव महाराज की एक गेंद ऑफ़ स्टंप के बाहर से अंदर आई और कट करने का प्रयास कर रहे धवन को बीट करते हुए विकेटों से जा टकराई। तीन ओवर बाद कोहली ने तबरेज़ शम्सी की गेंद को बल्ले के निचले किनारे से मिडविकेट के हाथ में दे मारा। 26 ओवरों में एक विकेट गंवाने के बाद 138 के स्कोर से भारतीय टीम फिसलती चली गई। आठवें नंबर पर बल्लेबाज़ी करने उतरे शार्दुल ने अपने वनडे करियर का पहला अर्धशतक लगाया लेकिन वह टीम की हार को नहीं रोक पाए।
सौरभ सोमानी ESPNcricinfo में असिस्टेंट एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब ए़डिटर अफ़्ज़ल जिवानी ने किया है।