श्रीलंका 230/8 (वेल्लालगे 67, अक्षर 2/33) ने भारत 230 (रोहित 58, असलंका 3-30, हसरंगा 3-58) से मुक़ाबला टाई खेला
श्रीलंका के कप्तान
चरित असलंका ने इससे पहले 59 वनडे अंतर्राष्ट्रीय मुक़ाबलों में अपनी पार्ट टाइम ऑफ़ स्पिन गेंदबाज़ी से सिर्फ़ पांच विकेट लिए थे, लेकिन भारत के ख़िलाफ़ कोलंबो में खेला गया
पहला वनडे मुक़ाबला उनके लिए यादग़ार बन गया। जब वह भारतीय पारी का 48वां ओवर लेकर आए तो भारत को तीन ओवरों में सिर्फ़ पांच रन की ज़रूरत थी और उनके दो विकेट शेष थे। ओवर की तीसरी ही गेंद पर शिवम दुबे ने चौका लगाकर स्कोर को बराबर कर दिया। अब जीत की महज औपचारिकता बाक़ी थी।
लेकिन T20 सीरीज़ 0-3 से हारकर आ रहे श्रीलंकाई कप्तान हार के मूड में नहीं थे। उन्होंने पहले शिवम दुबे को विकेट के सामने पकड़ा और फिर अगले ही गेंद पर अर्शदीप सिंह को एलबीडब्ल्यू आउट कर मैच को टाई करा दिया। यह भारत और श्रीलंका के बीच सिर्फ़ दूसरा वनडे मुक़ाबला था, जो टाई हुआ हो। इससे पहले 2012 में ऐसा हुआ था।
वेल्लालगे और हसरंगा रहे इस टाई मैच के हीरो
श्रीलंका के लिए इस जीत के हीरो सिर्फ़ असलंका नहीं बल्कि उनके ऑलराउंडर्स दुनित वेल्लालगे और वनिंदु हसरंगा रहें। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने उतरी श्रीलंकाई टीम एक समय आधी पारी समाप्त होने पर सिर्फ़ 100 रन के आस-पास थी और उनके आधे बल्लेबाज़ पवेलियन में थे। इसके बाद वेल्लागे (67) ने निचले मध्य क्रम के बल्लेबाज़ों जनित लियानगे (20), वनिंदु हसरंगा (24) और अकीला धनंजय (17) के साथ छोटी-छोटी लेकिन महत्वपूर्ण साझेदारियां कीं और अपनी टीम को 230 तक पहुंचाया।
हालांकि भारतीय टीम के बल्लेबाज़ी क्रम को देखकर यह स्कोर कुछ ज़्यादा बड़ा नहीं लग रहा था। भारत की तरफ़ से उनके कप्तान रोहित शर्मा ने तेज़ अर्धशतक लगाकर उन्हें अच्छी शुरुआत दिलाई थी, लेकिन वेल्लालगे ने लगातार ओवरो में भारतीय ओपनरों रोहित और शुभमन गिल को आउट कर मैच में श्रीलंका की वापसी करा दी। इसके बाद भारतीय बल्लेबाज़ो ने 20 से 30 रन का स्कोर बनाकर संघर्ष करने की कोशिश तो की, लेकिन हसरंगा और असलंका ने तीन-तीन विकेट लेकर अंत में मैच को टाई करा दिया।
पहली पारी में भारतीय टीम मैच में हावी थी, लेकिन दूसरी पारी में यह मैच लगातार बदलता गया। जब रोहित (58) चौके-छक्के लगा रहे थे, तो लग रहा था कि भारतीय टीम 35 ओवर में ही मैच जीत जाएगा, लेकिन उनके आउट होने के बाद फिर से मैच लटक गया। इसके बाद जब अक्षर पटेल और केएल राहुल के बीच 47 रनों की साझेदारी हुई, तब भी भारत मैच को आसानी से जीतता दिख रहा था, लेकिन ऐसा भी नहीं हुआ। अंत में जब दुबे ने एक चौके और दो छक्के की मदद से 25 रन बनाए और दो विकेट शेष रहते भारत ने स्कोर को टाई किया, तब तो एकदम मैच भारत के पकड़ में था। लेकिन पार्टटाइम स्पिनर असलंका ने लगातार दो विकेट लेकर भारत की जीत की संभावना को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया।
मैच के टाई होने का मतलब है कि सीरीज़ अभी भी 0-0 पर बराबर है और रविवार का मैच जीतकर दोनों टीमें सीरीज़ में बढ़त बनाना चाहेंगी। यह दोनों टीमों के बीच वनडे इतिहास में केवल दूसरा टाई है। जबकि इस मैदान पर 149 वनडे मैचों में यह केवल पहला टाई है।