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बल्लेबाज़ी के दौरान वेल्लालगे को निसंका से मिली प्रेरणा

वेल्लालगे ने बताया कि किन दो खिलाड़ियों की वजह से मैच का पासा पलट गया

21 वर्षीय दुनित वेल्लालगे ने कोलंबो की एक मुश्किल पिच पर नंबर सात पर आकर 67 रनों की नाबाद पारी खेलने के अलावा गेंदबाज़ी में दो विकेट लिए। उनके इस हरफ़नमौला के प्रदर्शन श्रीलंका भारत के ख़िलाफ़ यह मैच टाई कराने में सफल हो गया।
वेल्लालगे जब 27वें ओवर में बल्लेबाज़ी करने आए थे तब श्रीलंका 101 के स्कोर पर अपने पांच विकेट गंवा चुकी थी। एक ऐसी सतह जिस पर कोई अन्य बल्लेबाज़ पूरी तरह सेट होता नज़र नहीं आया, उस पिच पर वेल्लालगे दोनों टीम में से सबसे अधिक आसानी से बल्लेबाज़ी करते दिखाई दिए। उन्होंने ख़ुद यह कहा है कि इसके लिए उन्हें प्रेरणा उन्हें अपनी ही टीम के एक साथ खिलाड़ी से मिली।
वेल्लालगे ने कहा, "उनके पास काफ़ी अनुभवी गेंदबाज़ हैं। तो हम जितनी कम ग़लतियां करेंगे उतना ही उनके ऊपर दबाव बढ़ा पाने की संभावना है। मैं पतुम निसंका को बल्लेबाज़ी करते देख रहा था। इसलिए अपने ज़ेहन में उनकी बल्लेबाज़ी का रखकर मैं एक योजना के साथ बल्लेबाज़ी करने आया। अगर आप पिच को देखेंगे तो यह स्पिन गेंदबाज़ी को मदद कर रही थी। मैंने अपना ध्यान साझेदारियां बनाने और गेंदबाज़ पर दबाव बढ़ाने की ओर दिया।"
गेंद के साथ वेल्लालगे ने मैच का सबसे अहम विकेट हासिल किया। 33 गेंदों पर अर्धशतक पूरा कर चुके रोहित शर्मा जब बल्लेबाज़ी कर रहे थे तब भारत के लिए 231 का लक्ष्य हासिल करना काफ़ी आसान प्रतीत हो रहा था। लेकिन 15वें ओवर में वेल्लालगे ने उन्हें हवा में बीट कर दिया और गेंद रोहित के पैड पर जा लगी। स्वीप शॉट खेलने के चक्कर में रोहित स्टंप्स के सामने धरा गए थे और उनकी पारी 47 गेंदों में 58 के निजी स्कोर पर ही समाप्त हो गई थी।
वेल्लालगे ने कहा, "हमें पता था कि पिच से टर्न मिल रही है। इसलिए चरित असलंका ने मुझे कहा कि मुझे पावरप्ले में गेंदबाज़ी करनी पड़ सकती है और मुझे पिच से भी मदद मिल रही थी।"
मध्य और बाद के ओवरों में वानिंदु हसरंगा और असलंका ने मोर्चा संभाल लिया। हसरंगा ने पहले विराट कोहली, केएल राहुल और कुलदीप यादव को चलता किया।
वेल्लालगे ने कहा, "जब हम गेंदबाज़ी कर रहे थे तब मैच का पासा वानिंदु और चरित की सफलताओं से ही पलटा। उन्होंने मुश्किल परिस्थिति में विकेट निकाले। अगर आप के राहुल और अक्षर पटेल को उदाहरण के तौर पर लें तो यह दोनों ऐसे बल्लेबाज़ हैं जिन्होंने काफ़ी मैच फ़िनिश किए हैं। राहुल और अक्षर का विकेट मिलने के बाद हमें अधिक उत्तेजित होने की ज़रूरत नहीं थी और मैच हमारे पक्ष में झुक गया।"

ऐंड्रयू फ़िडेल फ़र्नांडो ESPNcricinfo के वरिष्ठ लेखक हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के कंसल्टेंट सब एडिटर नवनीत झा ने किया है।