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राशिद कैसे क्रिकेट से ब्रेक लेकर वापस बने 'करामाती ख़ान'

'कभी-कभी, आप अपनी पूरी कोशिश कर रहे होते हैं, आप सब कुछ झोक देते हैं लेकिन फिर भी कोई मदद नहीं मिलती'

अफ़ग़ानिस्तान के गेंदबाज़ी ऑलराउंडर राशिद ख़ान का कहना है कि 2023 विश्व कप के तुरंत बाद हुई पीठ की सर्जरी के कुछ ही महीनों बाद जल्दबाज़ी में वापसी करके उन्होंने एक "ग़लती" की। राशिद ने कहा कि इसका दीर्घकालिक असर उन पर गुजरात टाइटन्स (GT) के लिए उनके पिछले दो IPL सीज़न पर पड़ा। ख़ासकर 2025 में जो उनका अब तक का सबसे ख़राब IPL था।
राशिद की गेंदबाज़ी पर पिछले IPL सीज़न कुल 33 छक्के लगे, जो एक IPL सीज़न में किसी भी गेंदबाज़ द्वारा दिए गए सबसे ज़्यादा छक्के हैं। सर्जरी के बाद, राशिद की गति, जो उनकी गेंदबाज़ी की रीढ़ थी, काफ़ी कम हो गई, साथ ही सटीकता में भी कमी आई। हालांकि, IPL के बाद दो महीने के ब्रेक के बाद, राशिद पूरी तरह से तरोताज़ा होकर लौटे हैं, और उन्होंने मंगलवार को द हंड्रेड 2025 के शुरुआती मुकाबले में यह साबित भी किया। जब उन्होंने लॉर्ड्स में गत चैंपियन ओवल इनविंसिबल्स की लंदन स्पिरिट पर जीत में अहम भूमिका निभाई।
रेड बुल द्वारा आयोजित ESPNcricinfo के साथ बातचीत में राशिद ने कहा कि सर्जरी के बाद डॉक्टरों ने उन्हें जो सलाह दी थी, उसे वह समझ नहीं पाए। राशिद, भारतीय बल्लेबाज़ केएल राहुल के बाद रेड बुल की टीम में शामिल होने वाले दूसरे एशियाई क्रिकेटर हैं जिन्हें ऐम्बेसेडर बनाया गया है। जिसमें इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान बेन स्टोक्स और साउथ अफ़्रीकी तेज़ गेंदबाज़ कगिसो रबाडा भी शामिल हैं।
"IPL के बाद, मुझे एक ऐसे ब्रेक की ज़रूरत थी जहां मेरा शरीर सामान्य हो जाए। मैंने अपनी ताक़त पर थोड़ा काम किया। और ख़ासकर पीठ की सर्जरी से वापसी के बाद, मेरे पास ठीक से रिहैब करने का ज़्यादा समय नहीं था। इसलिए मैंने उस समय इतनी जल्दी क्रिकेट फिर शुरू करके थोड़ी ग़लती की। मुझे लगता है कि मैंने ख़ुद को ठीक से रिकवर नहीं होने दिया, और उस समय थोड़ा ज़्यादा ज़ोर लगाया। अब मुझे इसका नुक़सान नज़र आ रहा है, लेकिन IPL [2025] के बाद मुझे लगा कि मुझे दो महीने के ऐसे ब्रेक की ज़रूरत है जहां मैं सिर्फ़ अपनी फ़िटनेस पर ध्यान दे सकूं। और जब मैं कल [मंगलवार को] आया, तो मुझे बहुत अच्छा लग रहा था, मैं अच्छी लय में था, और गेंद मेरे हाथ से अच्छी तरह निकल रही थी। इसलिए ये चीज़ें बहुत मायने रखती हैं - कभी-कभी आप इसके बारे में ज़्यादा नहीं सोचते; आप बस ख़ुद को आगे बढ़ाने की पूरी कोशिश करते हैं। लेकिन मुझे लगता है कि कुछ समय के लिए खेल से बाहर रहना और अपनी फ़िटनेस पर ध्यान केंद्रित करना वास्तव में बहुत बड़ी भूमिका निभाता है।"
राशिद ख़ान, लेग स्पिनर, अफ़ग़ानिस्तान
लॉर्ड्स की सुस्त पिच पर राशिद ने 94 से 98 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से गेंदबाज़ी की, जिस गति से वह ज़्यादा सहज महसूस करते हैं और जिस पर उनका नियंत्रण भी है। राशिद का मानना है कि उनकी गेंदों में तेज़ी की कमी पिछले दो IPL सीज़न में उनके नाकाम रहने का एक बड़ा कारण रही।
"मंगलवार को मैं 94-98 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से गेंदबाज़ी कर रहा था - यही मेरी गति है, और यही वह गति है जिसके लिए मैं जाना जाता हूं। मुझे लगता है कि मैं पहले इसकी कमी महसूस कर रहा था क्योंकि मेरा शरीर मुझे पूरी ऊर्जा के साथ गेंदबाज़ी करने की इजाज़त नहीं दे रहा था। कल रात, [स्पिरिट के ख़िलाफ़], जब मैं गेंदबाज़ी करने आया, तो मुझे अच्छा एहसास हो रहा था, और मैं उस गति को छू रहा था जिससे मैं बल्लेबाज़ को परेशानी में डाल सकता था, और साथ ही उसे सतह को पढ़ने का ज़्यादा समय भी नहीं दे सकता था।"
पीठ की सर्जरी के कुछ ही महीनों बाद चिकित्सा विशेषज्ञों द्वारा चेतावनी के बावजूद राशिद ने खेलना फिर से शुरू कर दिया था, हालांकि ज़्यादातर T20 क्रिकेट ही खेला। उन्होंने मार्च 2024 में आयरलैंड के ख़िलाफ़ सीरीज़ से शुरुआत की, उसके बाद IPL और T20 विश्व कप खेला। जहां उन्होंने अफ़ग़ानिस्तान को सेमीफाइनल में पहुंचाया। इसके तुरंत बाद, पीठ और हैमस्ट्रिंग की समस्या उभर आई, जिसके कारण राशिद को BBL और PSL छोड़ना पड़ा। जनवरी 2025 की शुरुआत में राशिद ने बुलावायो में ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ दूसरा टेस्ट खेला और प्लेयर ऑफ़ द मैच बने। उन्होंने 55 ओवर (प्रत्येक पारी में 27.3) गेंदबाज़ी की और 11 विकेट चटकाए। इस तरह उन्होंने रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज कराया। लेकिन इन मैराथन दौरों का असर चैंपियंस ट्रॉफ़ी और फिर IPL 2025 के दौरान स्पष्ट हो गया।
राशिद ने कहा, "जब मैं सर्जरी के बाद क्रिकेट में वापस आया, तो मुझे बताया गया कि लंबी अवधि के प्रारूपों [टेस्ट और वनडे] में इतनी जल्दी वापसी न करूं क्योंकि इससे मुझे कोई फ़ायदा नहीं होने वाला था।" उन्होंने आगे कहा, "सर्जरी के बाद खेलना शुरू करने के लगभग आठ-नौ महीने बाद, मैंने बुलावायो टेस्ट में 55 ओवर फेंके। इससे मेरी पीठ में थोड़ा दर्द हुआ, और मुझे उस समय इसका एहसास हुआ। मुझे सफ़ेद कपड़ों में [टेस्ट खेलने के लिए] नहीं होना चाहिए था।"
"T20 में तो ठीक है - आप खुद को संभाल सकते हैं - लेकिन लंबे फ़ॉर्मेट के लिए मुझे सलाह दी गई थी कि आपको कुछ समय के लिए उस फ़ॉर्मेट से दूर रहना चाहिए। मैंने इसी तरह की ग़लती की है, लेकिन टीम को इसकी ज़रूरत थी। उस समय, हम टेस्ट क्रिकेट में कुछ मैच हार गए थे, लेकिन मैं थोड़ा जल्दबाज़ी में था, और मैंने ख़ुद को समय नहीं दिया और मुझे बाद में इसका एहसास हुआ। हां, मुझे लगता है कि मैंने एक ग़लती की है जहां मेरा शरीर मुझे इसकी इजाज़त नहीं दे रहा था और मुझे एक समस्या का सामना करना पड़ रहा है। बात यह है कि आपकी पीठ में अकड़न आपको पूरी लय के साथ खेलने नहीं देती।"
IPL 2025 में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए बेताब राशिद ने कहा कि वह बहुत सी चीज़ें आज़मा रहे हैं और प्रैक्टिस में बहुत अधिक ओवर गेंदबाजी करके ख़ुद को परख रहे हैं।
"मैं अपनी पूरी कोशिश कर रहा था कि वापस पटरी पर आऊं और टीम के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करूं, और वो करूं जिसके लिए मैं मशहूर हूं, जिसके लिए मैं जाना जाता हूं। लेकिन कभी-कभी, आप अपनी पूरी कोशिश कर रहे होते हैं, आप ख़ुद पर बहुत ज़्यादा दबाव डाल रहे होते हैं, [और] इससे कोई मदद नहीं मिलती। आपको बस शांत रहने और चीज़ों को अपने जैसा ही रहने देने की कोशिश करनी होती है - सब ठीक हो जाएगा। आपको बस ख़ुद पर बहुत ज़्यादा दबाव नहीं डालना है। मैं हर दिन नेट्स पर जाता था, कभी-कभी एक बार में 15-16 ओवर गेंदबाज़ी करता था।"
राशिद को लगा कि वह "सभी को निराश कर रहे हैं", और उन्होंने GT के कोचिंग स्टाफ़ से भी पूछा कि क्या हो रहा है, जबकि वह नेट्स में अच्छा महसूस कर रहे थे।
"कभी-कभी आपको बस शांत रहने की ज़रूरत होती है। आपके बुरे दिन होते हैं, बुरे साल भी होते हैं, और आपको इसे स्वीकार करना होता है; ऐसा नहीं है कि आप हर समय शीर्ष पर ही रहेंगे। ये चीज़ें आपको बहुत सी अच्छी चीज़ें सिखाती हैं। और यही वो चीज़ है जिसे मुझे स्वीकार करना चाहिए था। मुझे ख़ुद पर ज़्यादा दबाव नहीं डालना चाहिए। मुझे पूरा विश्वास है कि मैं कड़ी मेहनत कर रहा हूं।"
राशिद को पता था कि IPL क़रीब-क़रीब किसी दूसरे ग्लोबल अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंटों के बराबर है, और इस वजह से लोग यह सवाल उठाएंगे कि क्या वह अब भी वही गेंदबाज़ हैं।
2017 में IPL में प्रवेश करने के बाद से राशिद ने 2022 तक छह रन प्रति ओवर से थोड़ा अधिक की इकॉनमी रेट बनाए रखी। लेकिन 2023 के बाद से, बल्लेबाज़ों, ख़ासकर दाएं हाथ के बल्लेबाज़ों ने उन्हें बहुत अधिक स्वतंत्रता के साथ खेला है। 2022 में, दाएं हाथ के बल्लेबाज़ों के ख़िलाफ़ राशिद का इकॉनमी रेट 5.95 था। अगले तीन सीज़न में, यह बढ़कर 8.57 (2023), 8.84 (2024) और 9.69 (2025) हो गया। कुछ सीज़न पहले IPL में उनका गेंद-प्रति-छह अनुपात 43 था, तो 2025 तक यह गिरकर 10 हो गया। राशिद इन आंकड़ों से वाक़िफ़ हैं, लेकिन ज़्यादा चिंतित नहीं हैं।
"पहले जब मैं एक पारी में 24 गेंदें फेंकता था, तो मैं चार या पांच गेंदों तक लेंथ पर गेंद डालने से चूक जाता था। लेकिन फिर यह संख्या बढ़कर आठ या नौ गेंदों तक पहुंच गई। और उन आठ से नौ गेंदों में वे कुछ अतिरिक्त छक्के और कुछ बड़े चौके लगा रहे थे। मुझे बस इसे कम करने की ज़रूरत थी और कुछ नहीं। ऐसा नहीं है कि 24 गेंदों में मैं हर गेंद ख़राब फेंक रहा था, या मैं वाइड और फ़ुलटॉस फेंक रहा था। मुझे पता था कि सब ठीक हो जाएगा।"
इस बात का एहसास कि उनका शरीर उन्हें "पूरी तरह से" खेलने की अनुमति नहीं दे रहा है, राशिद को अपने कोचों से बात करने के लिए मजबूर कर गया। राशिद के कोचों ने उन्हें बताया कि उन्हें आराम की ज़रूरत है। राशिद ने फिर MLC से नाम वापस ले लिया, जहां वह MI न्यूयॉर्क के लिए खेलते हैं। ब्रेक के दौरान, उन्होंने काफ़ी स्ट्रेंथ ट्रेनिंग की, ख़ासकर अपनी पीठ के निचले हिस्से में, और हफ़्ते में दो-तीन बार स्पॉट बॉलिंग के साथ-साथ थोड़ी-बहुत बल्लेबाज़ी भी की। लेकिन उनका ज़्यादा ध्यान जिम वर्कआउट पर था। इसके अलावा राशिद ने अपने परिवार के साथ भी समय बिताया, राशिद की पिछले अक्तूबर में शादी भी हुई है। फ़िलहाल क्रिकेट से ब्रेक के लेने के बाद वह तरोताज़ा महसूस कर रहे हैं।
"IPL ख़त्म होने के बाद, तीन हफ़्तों तक मैंने गेंद को हाथ तक नहीं लगाया। मैंने अपना ज़्यादातर समय अपने परिवार और भतीजों के साथ बिताया - उनके साथ घूमता रहा, और मज़े करता रहा - बस उन सारी यादों, बुरे दिनों को दिमाग़ से निकाल दिया, और फिर क्रिकेट शुरू किया। मैंने बस तरोताज़ा होने के लिए यही किया, और फिर वापस लय में आया और सही जगह पर गेंदबाज़ी करने लगा।"
ऐसा लगता है कि इस ब्रेक का राशिद पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। हंड्रेड में आने से पहले, उन्होंने अफ़ग़ानिस्तान के घरेलू T20 टूर्नामेंट, शपागीज़ा क्रिकेट लीग में चार मैच खेले, जहां उन्होंने स्पीन घर टाइगर्स की कप्तानी की और 19 रन देकर 4 विकेट लिए, जिसमें उनके आख़िरी मैच में उनके आख़िरी ओवर में लिए गए तीन विकेट भी शामिल थे। हंड्रेड में शानदार शुरुआत करने के बाद, राशिद अब इस लय को आगे भी जारी रखने की उम्मीद कर रहे हैं।
इस फ़रवरी में SA20 में खेलते हुए मुंबई इंडियंस के केपटाउन के लिए खेलने वाले राशिद ने ड्वेन ब्रावो को पीछे छोड़ते हुए सभी T20 मैचों में सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ बन गए। वह हाल ही में 650 विकेट का आंकड़ा पार करने वाले पहले गेंदबाज़ बने और T20I में सर्वकालिक सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ों की सूची में रिटायर हो चुके टिम साउदी से बस तीन विकेट पीछे हैं। राशिद को ESPNcricinfo के 25 महानतम T20 खिलाड़ियों में भी नंबर-1 स्थान दिया गया था। जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने वह कहानी पढ़ी है, तो उन्होंने हंसते हुए कहा कि उन्होंने पढ़ी है, और उन्हें इस बात पर उतना ही गर्व है जितना कि ICC का दशक का सर्वश्रेष्ठ T20I क्रिकेटर (2011-20) चुने जाने पर, जबकि उस दौरान उन्होंने सिर्फ़ चार साल ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला था।
"लोग आपको यूं ही प्यार नहीं दे देते। इसका मतलब है कि आपने कुछ ख़ास किया है, [और] आपने कुछ अविश्वसनीय किया है - और वह भी अलग-अलग चरणों में, अलग-अलग देशों में। और इस तरह आपको जब तारीफ़ मिलती है तो इससे बहुत ऊर्जा मिलती है, [और] यह मुझे बहुत पॉज़िटिविटी देता है, और मेरे लिए यह ज़्यादा महत्वपूर्ण है। यह आपको और ज़्यादा मेहनत करने और फिर से नंबर एक बनने का मौक़ा देता है।"

नागराज गोलापुड़ी ESPNcricinfo में न्यूज़ एडिटर हैं।