संभावित दो स्तरीय WTC ने बढ़ाई वेस्टइंडीज़ क्रिकेट की चिंता
पूर्व क्रिकेटर क्लाइव लॉयड ने वेस्टइंडीज़ को अधिक वित्तिय सहायता दिए जाने की वक़ालत की
ESPNcricinfo स्टाफ़
12-Aug-2025 • 11 hrs ago
हाल ही में वेस्टइंडीज़ को घर पर ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 0-3 से हार मिली थी • AFP/Getty Images
अगर ICC वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के लिए दो स्तरीय प्रणाली (टू टियर सिस्टम) तय करती है तो वेस्टइंडीज़ शीर्ष स्तर की टीमों से बाहर हो सकती है क्योंकि WTC के तीनों संस्करण में वेस्टइंडीज़ नौ टीमों में आठवें स्थान पर रही थी और मौजूदा WTC चक्र में भी वेस्टइंडीज़ को ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ तीनों टेस्ट में हार मिली है। टू टियर सिस्टम की संभावना से वेस्टइंडीज़ क्रिकेट के हितधारक चिंतित हैं और क्रिकेट वेस्टइंडीज़ (CWI) के मुख्य कार्यकारी क्रिस डेहरिंग ने कहा है कि वेस्टइंडीज़ क्रिकेट के हितधारक इस संबंध में अपनी बात रखने की उम्मीद कर रहे हैं।
रविवार और सोमवार को त्रिनिदाद में हुई CWI की आपात बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ़्रेंस को संबोधित करते हुए डेहरिंग ने कहा, "इस संबंध में हमें भूमिका अदा करनी होगी, हमें ICC के समक्ष अपनी बात रखनी होगी। हमें उन तमाम बदलावों को लेकर अधिक सतर्क रहना होगा और वेस्टइंडीज़ क्रिकेट के रूप में हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि चाहे परिस्थिति जैसी भी हो हम उसका अधिक से अधिक लाभ उठाने का प्रयास करें।"
ICC ने पिछले महीने न्यूज़ीलैंड के पूर्व बल्लेबाज़ रोजर टूज़ के नेतृत्व में एक कार्यसमूह (वर्किंग ग्रुप) का गठन किया था जिसका उद्देश्य 2025-2027 के चक्र से पहले WTC में सुधार सहित अन्य मुद्दों पर विचार करना था। जुलाई में आयोजित ICC की वार्षिक बैठक में WTC के लिए दो स्तरीय प्रणाली लागू करने का मुद्दा चर्चा का सबसे अहम पहलू था। ICC बोर्ड में न्यूज़ीलैंड क्रिकेट के प्रतिनिधि टूज़ से बोर्ड को सुझाव देने की उम्मीद है।
दो स्तरीय प्रणाली पर 15 वर्षों से भी अधिक समय पर बहस चल रही है, ICC ने 2009 में ही इस पर विचार करने की इच्छा व्यक्त की थी लेकिन पूर्ण सदस्य देश विभिन्न कारणों से इस मुद्दे पर एकमत नहीं रहे हैं।
CWI की आपात बैठक में वेस्टइंडीज़ के पूर्व क्रिकेटरों में क्लाइव लॉयड, ब्रायन लारा और विव रिचर्ड्स भी शामिल थे और लॉयड ने ICC द्वारा सदस्य देशों को दिए जाने वाले वित्तिय हिस्से की ओर इशारा करते हुए कहा कि 70 और 80 की दशक में शीर्ष टीम और 90 के दशक में एक सफल टीम रही वेस्टइंडीज़ अपने प्रदर्शन में आई गिरावट के बावजूद इसकी हक़दार है।
लॉयड ने कहा, "हमें यह देखना होगा कि ICC में पैसे के बंटवारे को लेकर क्या हो रहा है। भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड को 18 करोड़ मिलेंगे जबकि वेस्टइंडीज़ को अफ़ग़ानिस्तान और बांग्लादेश की तरह 8 करोड़ मिलेंगे। हम अगले 100 वर्ष तक उस ग्रुप में बने रहने से सिर्फ़ दो साल दूर हैं। मेरे विचार में यह सही नहीं है और हमें आवाज़ उठानी होगी क्योंकि जब हम अच्छा खेल रहे थे तो हर कोई हमारे साथ खेलना चाहता था।"
लॉयड ने आगे कहा, "हम नियमित तौर पर ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड से खेला करते थे और जब हम भारत या पाकिस्तान जाते थे तो मैदान पर लाखों की भीड़ एकत्रित होती थी। चूंकि हम लंबे समय तक अधिक दूध देने वाली गाय (पैसा कमाने वाली टीम) रहे हैं इसलिए हमें उसमें से कुछ हिस्सा मिलना चाहिए। मुझे उम्मीद है कि बोर्ड इस सिफ़ारिश पर अमल करेगा ताकि हमें ज़रूरी पैसा मिल सके।"