आगरकर: हर मैच में कोहली और रोहित को परखना थोड़ा बेवकूफी होगी
चयन समिति के अध्यक्ष ने यह भी कहा कि रोहित और कोहली ने नए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) चक्र से पहले युवा खिलाड़ियों के लिए जगह बनाने के उद्देश्य से टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया
क्या रोहित शर्मा और
विराट कोहली
2027 विश्व कप खेलेंगे? चयन समिति के अध्यक्ष
अजित आगरकर का मानना है कि इस टूर्नामेंट को लेकर अभी कुछ भी कहना जल्दबाज़ी होगी। लेकिन उन्होंने साफ़ कर दिया कि ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ रविवार से पर्थ में शुरू होने वाली तीन मैचों की
वनडे सीरीज़
रोहित और कोहली के लिए परीक्षा जैसी नहीं है।
आगरकर ने शुक्रवार को NDTV वर्ल्ड समिट 2025 में कहा,
" फ़िलहाल वे (रोहित और कोहली) ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ टीम का हिस्सा हैं। दो साल बाद क्या स्थिति होगी, यह अभी कोई नहीं जानता। तो सिर्फ़ इन्हीं दो के बारे में क्यों सोचना? यह भी हो सकता है कि कुछ युवा खिलाड़ी उस टूर्नामेंट से बाहर रहें।"
रोहित और कोहली अब केवल वनडे में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, क्योंकि दोनों टेस्ट और T20 से संन्यास ले चुके हैं।
ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले रोहित ने वनडे कप्तानी भी खो दी और जिम्मेदारी शुभमन गिल को सौंप दी गई। हालांकि
वनडे श्रृंखलाओं के बीच दोनों खिलाड़ियों के मैच प्रैक्टिस के कम अवसरों के कारण ऐसा माना जा रहा था कि
टीम में उनकी जगह उनके प्रदर्शन पर निर्भर करेगी।
आगरकर ने इस पर कहा, "यह सोचना थोड़ा बेवकूफी है। जब एक खिलाड़ी का औसत 50 से ऊपर है और दूसरे का लगभग 50 के क़रीब तो आप उन्हें हर मैच में परखने का सवाल नहीं कर सकते।
लेकिन 2027 अभी बहुत दूर है, दोनों खिलाड़ी अब सिर्फ़ एक प्रारूप खेलते हैं। उन्होंने हाल के महीनों में ज़्यादा क्रिकेट नहीं खेला। जब वे खेलना शुरू करेंगे, तब आगे जाकर आकलन किया जाएगा।
वे अब 'ट्रायल मोड पर' नहीं हैं, उन्होंने अपने करियर में वह सब हासिल किया जो करना था। तो अगर वे इस सीरीज़ में रन नहीं बनाते, इसका मतलब यह नहीं कि वे भविष्य में नहीं खेलेंगे, या अगर वे तीन शतक लगा दें, तो इसका मतलब यह नहीं कि वे 2027 विश्व कप खेलेंगे।
अभी बहुत समय है, देखना होगा कि टीम कैसे आगे बढ़ती है। जैसे-जैसे समय आगे बढ़ेगा, हमें बेहतर अंदाज़ा होगा कि टीम किस दिशा में जा रही है।"
रोहित और कोहली ने 2024 में भारत को T20 विश्व कप जिताने के बाद T20 अंतराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था और 2024-25 के ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद टेस्ट क्रिकेट को भी अलविदा कहा।
साथ ही 2024-25 के ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद टेस्ट क्रिकेट को भी अलविदा कहा। टेस्ट से संन्यास का फ़ैसला उन्होंने इंग्लैंड दौरे से पहले लिया था,
जो जून 2025 में शुरू हुआ। आगरकर ने कहा कि दोनों वरिष्ठ खिलाड़ियों ने नए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप चक्र की शुरुआत में ही युवा खिलाड़ियों के लिए रास्ता बनाने की इच्छा जताई थी।
आगरकर ने कहा, "दोनों (रोहित और कोहली) भारतीय क्रिकेट के दिग्गज रहे हैं। उन्हें लगा कि यह नया WTC चक्र है और चाहे लोग कुछ भी सोचें, यह सच्चाई है। दोनों बहुत जागरूक थे कि शायद वे इस चक्र के अगले दो सालों तक टेस्ट खिलाड़ी के रूप में नहीं खेल पाएंगे।
इंग्लैंड एक ऐसा दौरा था जहां हमें उनके अनुभव की जरूरत महसूस हो सकती थी, लेकिन टीम का प्रदर्शन शानदार रहा, भले ही हम जीते नहीं,
क्योंकि युवा कप्तान के तहत वह हमेशा मुश्किल होता है।
हम चाहते थे कि उनका अनुभव टीम को मिले, लेकिन जब कोई खिलाड़ी लंबे समय तक खेलने के बाद ख़ुद फ़ैसला करता है कि उसे किसी प्रारूप से हटना है, तो उस निर्णय का सम्मान करना चाहिए।"
शमी पर आगरकर : "मेरा फोन हमेशा चालू रहता है"
ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए चयन ने कम से कम एक खिलाड़ी को असंतुष्ट किया होगा।
मोहम्मद शमी,
जो मार्च में चैंपियंस ट्रॉफ़ी के बाद से भारत के लिए नहीं खेले,
फ़िटनेस के आधार पर टीम में नहीं चुने गए।
वह इस समय बंगाल की ओर से उत्तराखंड के ख़िलाफ़ रणजी ट्रॉफ़ी के पहले दौर का मैच खेल रहे हैं।
शमी ने यह दावा किया कि अगर वह चार दिवसीय मैच खेल सकते हैं, तो वह 50 ओवर का मैच भी खेल सकते हैं।
इस पर अगरकर ने कहा कि घरेलू सत्र अभी शुरू ही हुआ है और चयनकर्ता रणजी ट्रॉफी के दौरान शमी की फ़िटनेस पर नज़र रखेंगे।