साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़
कोलकाता टेस्ट में
भारत की अप्रत्याशित हार के बाद, ईडन गार्डन्स की अत्यधिक टर्न लेने वाली पिच खू़ब सुर्खियां बटोर रही है। लेकिन भारतीय हेड कोच
गौतम गंभीर ने स्पष्ट रूप से पिच का बचाव करते हुए कहा कि क्यूरेटर ने ठीक वैसी ही सतह प्रदान की, जिसकी टीम प्रबंधन ने मांग की थी।
कोच ने पिच के चुनाव को टीम का सचेत निर्णय बताया और कहा, "यह बिल्कुल वैसी ही पिच है जिसकी हमें तलाश थी। और मुझे लगता है क्यूरेटर बहुत पूरी तरह से सहयोग किया। लेकिन जब आप अच्छा नहीं खेलते हैं, तो परिणाम ऐसा ही होता है।"
भारतीय टीम चौथी पारी में केवल 124 रनों का छोटा लक्ष्य भी हासिल करने में नाकाम रही। यह भारत की घरेलू मैदान पर 200 रनों से कम लक्ष्य का पीछा करते हुए
चौथी हार है।
गंभीर ने पिच पर बल्लेबाज़ी को लेकर कहा, "मैं अब भी मानता हूं कि विकेट कैसा भी हो, 123 (124) का लक्ष्य चेज़ किया जा सकता था। और मुझे लगा कि अगर आप अपना सिर नीचे रखने को तैयार हैं, आपके पास एक ठोस डिफ़ेंस है, और आपके पास धैर्य है, तो आप निश्चित रूप से रन बना सकते हैं।"
यह शायद ऐसा विकेट नहीं है जहां आप बहुत फ़्लैंबॉयंट (आक्रामक) हो सकें, जहां आप बड़े शॉट खेल सकें। लेकिन अगर आप सिर झुकाकर खेलने को तैयार हैं, तो यह निश्चित रूप से ऐसा विकेट है जहां आप रन बना सकते हैं।
गौतम गंभीर
पिछले एक दशक में भारत ने 2015 में साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ एक बेहद टर्न लेती पिच पर जीत हासिल की थी, जबकि हाल ही में 2023 में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ सीरीज़ में भी गेंद पहले दिन ही काफ़ी ज़्यादा टर्न हो रही थी। कुल मिला कर भारत अपने घरेलू पिच पर कई बार ऐसी परिस्थितियों में खेल चुका है।
भारतीय कोच ने बल्लेबाज़ी की मुश्किलों को स्वीकार किया, लेकिन साथ ही स्पष्ट किया कि उनकी टीम की मंशा कभी भी 'ख़राब' विकेट पर खेलने की नहीं थी।
गंभीर ने अपनी पिच नीति की व्यापकता को समझाते हुए स्पष्ट किया कि ऐसी सतहों की मांग टॉस के फ़ैक्टर को ख़त्म करने के लिए की गई थी, "हमने हमेशा कहा है कि हम ऐसी टर्निंग विकेट चाहते हैं जहां गेंद पहले दिन से थोड़ी घूमे ताकि टॉस मैच का महत्वपूर्ण फ़ैक्टर न रहे। हमने कभी नहीं कहा कि हम ख़राब विकेटों या अत्यधिक टर्न लेने वाली पिचों पर खेलना चाहते हैं। अगर हम यह मैच जीत गए होते, तो हम पिच के बारे में इतनी बात नहीं कर रहे होते।"
उन्होंने आगे कहा, : "यह शायद ऐसा विकेट नहीं है जहां आप बहुत फ़्लैंबॉयंट (आक्रामक) हो सकें, जहां आप बड़े शॉट खेल सकें। लेकिन अगर आप सिर झुकाकर खेलने को तैयार हैं, तो यह निश्चित रूप से ऐसा विकेट है जहां आप रन बना सकते हैं।"