कोलकाता टेस्ट से पूरी तरह बाहर हुए निगरानी में रखे गए गिल
दूसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराए गए थे गिल
ESPNcricinfo स्टाफ़
16-Nov-2025 • 19 hrs ago
Shubman Gill को गले में हुई थी समस्या • Getty Images
साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ कोलकाता में जारी पहले टेस्ट के दूसरे दिन गर्दन के पीछे दर्द महसूस करने के बाद रिटायर्ड हर्ट हुए शुभमन गिल आगे इस टेस्ट मैच में हिस्सा नहीं लेंगे। यह जानकारी बीसीसीआई ने रविवार सुबह तीसरे दिन के खेल शुरू होने से पहले दी।
बीसीसीआई के बयान में कहा गया, "गिल को दिन का खेल समाप्त होने के बाद जांच के लिए अस्पताल ले जाया गया था। वह वर्तमान में अस्पताल में निगरानी में हैं। वह इस टेस्ट मैच में आगे कोई हिस्सा नहीं लेंगे। बीसीसीआई की मेडिकल टीम उनकी निगरानी जारी रखेगी।"
शनिवार रात ही यह साफ़ हो गया था कि ईडन गार्डन्स टेस्ट के बचे हुए हिस्से में गिल की भागीदारी संदिग्ध है। ESPNcricinfo ने रिपोर्ट किया था कि उन्हें स्ट्रेचर पर मैदान से बाहर ले जाया गया और अस्पताल में भर्ती कराया गया। उस समय बीसीसीआई ने इसे एहतियाती क़दम बताया था, क्योंकि उन्हें गर्दन में ऐंठन की समस्या हुई थी। स्टेडियम से निकलते समय गिल को नेक-ब्रेस पहने देखा गया और टीम डॉक्टर भी उनके साथ थे।
अपनी पारी की शुरुआत में केवल तीन गेंदों के बाद ही, साइमन हार्मर की गेंद पर स्वीप लगाकर चौका जड़ने के बाद उन्हें असहजता महसूस हुई। उन्होंने तुरंत फ़िज़ियो को बुलाया और गर्दन के पीछे हाथ रखते हुए तकलीफ़ का इशारा किया। गिल तुरंत मैदान छोड़कर रिटायर्ड हर्ट हो गए और भारत की टीम 189 पर ऑल आउट होने तक वह दोबारा बल्लेबाज़ी करने नहीं आए।
दिन का खेल शुरू होने से पहले, ब्रॉडकास्टरों ने गिल को कोचिंग स्टाफ़ और मेडिकल टीम के एक सदस्य के सामने गर्दन के व्यायाम करते हुए देखा। अक्टूबर 2024 में भी उन्होंने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ़ एक टेस्ट गर्दन की जकड़न के कारण मिस किया था।
इस चोट को "दुर्भाग्यपूर्ण" बताते हुए, भारत के गेंदबाज़ी कोच मॉर्ने मॉर्केल ने वर्कलोड और आगे भागीदारी को लेकर बड़ी चिंता से इनकार किया।
मॉर्केल ने शनिवार शाम कहा, "गिल बहुत फ़िट लड़का है, वह अपनी अच्छी तरह देखभाल करता है। यह बस दुर्भाग्य है कि सुबह उनकी गर्दन जकड़ी हुई थी और वह तकलीफ़ पूरे दिन बनी रही, जबकि यह दिन हमारे लिए काफ़ी अहम था। उसके इर्द-गिर्द एक और साझेदारी की हमें ज़रूरत थी… बस बुरा समय था।"
