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रिपोर्ट

रोरी बर्न्स और हसीब हमीद की पारियों ने अंतिम दिन को रोमांचक मोड़ पर पहुंचाया

ओवल की फ़्लैट पिच पर पांचवे दिन कोई भी परिणाम संभव है

इंग्लैंड 290 और 77/0 (हमीद 43 *, बर्न्स 31 *) को भारत 191 और 466 (रोहित 127, पुजारा 61, शार्दुल 60, पंत 50, वोक्स 3-83) को हराने के लिए 291 और रनों की आवश्यकता है।
भले ही शार्दुल ठाकुर और ऋषभ पंत की पारियों ने इग्लैंड की टीम को परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी, लेकिन जब इंग्लैंड की टीम बल्लेबाज़ी करने आई तो उनके सलामी बल्लेबाज़ रोरी बर्न्स और हसीब हमीद ने भी भारतीय टीम को बहुत परेशान किया। अब इंग्लेैड को सीरीज़ में 2-1 की बढ़त बनाने के लिए 291 रनों की जरूरत है, जबकि भारतीय टीम को आख़िरी दिन अब 10 विकेट चटकाने होंगे। अगर इंग्लैंड की टीम ऐसा कर पाती है तो इग्लैंड के लिए यह रिकॉर्ड रन चेस होगा।
भारत ने चौथे दिन सुबह 171 रन के बढ़त के साथ अपने पारी की शुरुआत की। शार्दुल और पंत की अर्धशतकीय परियों की बदौलत भारत एक बढ़िया बढ़त प्राप्त करने में कामयाब रही। इन दोनों खिलाड़ियों के बीच सातवें विकेट के लिए 100 रनों की साझेदारी हुई। इसके बाद भारतीय टीम ने गुच्छों में विकेट गंवाया। हालांकि इंग्लैंड के गेंदबाज़ ओवल के फ़्लैट पिच पर आउट करने के मौके बनाने में कामयाब नहीं हो पाए। दूसरी पारी में 466 रन का यह स्कोर 2009 के बाद भारतीय टीम का सर्वोच्च स्कोर है।
इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज़ों को शाम के सत्र में 32 ओवर तक खेलने का काम सौंपा गया था और और वह ऐसा करने में क़ामयाब रहे। विराट कोहली ने जल्दी से रवींद्र जाडेजा की ओर रुख किया, ताकि वह इंग्लैंड के तेज़ गेंदबाज़ों द्वारा बनाए गए रफ़ का फ़ायदा उठा पाए। उन्होंने लगातार 13 ओवर फेंके, हालांकि उनकी गेंदबाज़ी की लंबाई और लेंथ सटीक नहीं थी। इसके कारण वह बाएं हाथ के बल्लेबाज़ बर्न्स को भी आउट करने में कामयाब नहीं हो पाए। सलामी बल्लेबाज़ों की टिकाऊ पारियों ने कहीं ना कहीं इंग्लैंड को जीत की तरफ अग्रसित होने के बारे में सोचने का एक म़ौका जरूर दिया है।
कोहली और जाडेजा ने तीसरे दिन नई गेंद के सामने नाबाद रहने के बाद चौथे दिन काफ़ी सहजता से अपनी पारी की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने जेम्स एंडरसन और ऑली रॉबिन्सन की गेंदों का काफ़ी बढ़िया तरीके से सामना किया। कोहली ने एंडरसन को पहले गज़ब का कवर ड्राइव लगाया और रॉबिन्सन के ख़िलाफ़ मिड ऑफ़ की दिशा में पंच कर के स्कोर को पार किया।
हालांकि क्रिस वोक्स के पहले स्पेल ने दिन का पहला और दूसरा दोनों विकेट इंग्लैंड की झोली में डाल दिया। उनके स्पेल की दूसरी ही गेंद मिडिल स्टंप पर गिरने के बाद अंदर आई और जाडेजा मूवमेंट से बीट हो गए और उसके बाद उन्हें पगबाधा आउट दे दिया गया।
इसके ठीक तीन गेंद बाद रहाणे भी एक निपरबैकर (अंदर आती गेंद) पर चकमा खा बैठ, गेंद पैड पर लगी और अंपायर ने उन्हें भी आउट दे दिया। उन्होंने रिव्यू लिया जो सफल रहा। हालांकि इसके बावजूद वोक्स के अगले ओवर में वह एक क्रॉस बैट शॉट लगाते हुए आउट हो गए। जैसे ही रहाणे शून्य के निजी स्कोर पर आउट हुए, उनका बैटिंग औसत 6 साल में पहली बार 40 के नीचे चला गया।
कोहली ने सुबह के सत्र को सफलतापूर्वक खेलने के बाद दूसरे घंटे में धाराप्रवाह स्कोर करने में संघर्ष किया, विशेष रूप से वोक्स के ख़िलाफ़ वह बंधे हुए थे। इसके बाद जो रूट ने गेंदबाज़ी में परिवर्तन किया और मोईन अली को गेंदबाज़ी करने के लिए लाए, जो कि काफी सफल भी रहा। कोहली 44 के स्कोर पर मोईन अली का शिकार बने और ओवर्टन को स्लिप में कैच थमा बैठे।
इस विकेट के बाद भारत के पास 211 रनों की लीड थी और क्रीज पर पंत और शार्दुल थे। पहले उन्होंने कुछ समय क्रीज़ पर बिताया और उसके बाद अपने चिर परिचित आक्रामक अंदाज में खेलने लगे। इस बीच शार्दुल के ख़िलाफ़ एक कैच की अपील को नकारे जाने के बाद रिव्यू भी लिया गया जो असफल रहा। इसके बाद इंग्लैंड के पास कोई रिव्यू नहीं बचा था।
एंडरसन और रॉबिन्सन दोनों को पारी में 30 से अधिक ओवर फेंकना पड़ा। शार्दुल ने उनके सामने काफी आक्रामक बल्लेबाज़ी की। रॉबिन्सन की एक ऑफ़ कटर गेंद को उन्होंने लांग ऑन के ऊपर से छक्का लगाया और उसके बाद एक सिंगल लेकर अपना पचास रन पूरा किया। हालांकि दोनों बल्लेबाज़ अपना पचासा बनाने के बाद पवेलियन की तरफ लौट गए।
इन दोनों बल्लेबाज़ों के आउट होने के बाद उमेश यादव और जसप्रीत बुमराह ने भी बल्लेबाज़ी का पूरा लुत्फ़ उठाया। यादव ने 25 और बुमराह ने 24 रन बनाए। इसके बाद जब हमीद और बर्न्स बल्लेबाज़ी करने आए तो सिराज ने एकमात्र बार हमीद को परेशान करने में क़ामयाब रहे। एक निपबैकर गेंद उनके पैड पर लगी, अपील हुई लेकिन अंपायर ने नकार दिया और रिव्यू लेने के बावजूद हामिद नॉट आउट ही रहे। जाडेजा की एकाध गेंदे बर्न्स को परेशान करने में क़ामयाब रही लेकिन वे विकेट लेने के लिए काफ़ी नहीं थीं।

मैट रोलर ESPNcricinfo के अस्सिटेंट एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर राजन राज ने किया है।

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