भारत (पंत 146, जाडेजा 83*, एंडरसन 3-52, पॉट्स 2-85) बनाम इंग्लैंड
भले ही डैरिल मिचेल और टॉम ब्लंडल इंग्लैंड से चले गए हों लेकिन उनके द्वारा किए कारनामें अभी भी दोहराए जा रहे हैं। हाल ही में इन दोनों खिलाड़ियों के बीच कई कमाल की साझेदारियां हुई थी और विपक्षी दल के तौर पर मैदान पर इंग्लैंड ही खड़ी थी।
ऐसा ही कुछ आज भी हुआ। भारत 98 के स्कोर पर पांच विकेट गंवा चुका था। इसके बाद
ऋषभ पंत और
रवींद्र जाडेजा के बीच 239 गेंदों में 222 रनों की साझेदारी हुई।
बारिश के कारण सिर्फ़ 73 ओवर का खेल हो सका। भारतीय टीम ने इस दौरान 4.63 के रन रेट से 338 रन बनाए। भले ही हाल-फ़िलहाल में ब्रैंडन मक्कलम की आक्रामक रणनीति काफ़ी चर्चा का विषय रही है लेकिन पहले दिन सबकी नज़र पंत की आक्रामक बल्लेबाज़ी पर थी, जहां उन्होंने 111 गेंदों में 146 का स्कोर बनाया।
वहीं जाडेजा ने भी पंत का बख़ूबी साथ निभाया। दिन का खेल ख़त्म होने तक वह 83 के स्कोर पर खेल रहे थे। नई गेंद अभी भी सात ओवर दूर है। हालांकि भारत पहली पारी में फ़िलहाल एक सम्मानजनक स्कोर तक पहुंच चुका है लेकिन यह नहीं कहा जा सकता है कि यह स्कोर सुरक्षित है। भारतीय टीम उम्मीद करेगी कि जाडेजा टीम के स्कोर को 375 के पार लेकर जाएं और इस दौरान बाक़ी बचे हुए बल्लेबाज़ उनका बख़ूबी साथ निभाए।
हालिया समय में इंग्लैंड में जो भी मैच हुए हैं, उसमें ड्यूक गेंद 30 ओवर के बाद काफ़ी नर्म हो जाती है। इस कारण से बल्लेबाज़ों को मदद मिलती है। पहले 35 ओवरों में से 15 ओवर एंडरसन ने डाले। इसके बाद पूरे दिन में 38 ओवर फेंके गए और इसमें एंडरसन ने सिर्फ़ चार ओवर डाले। शायद यह वह समय था जब इंग्लैंड अपने गेंदबाज़ों को बेहतर योजना के साथ प्रयोग कर सकती थी।
इंग्लैंड के तीसरे और चौथे गेंदबाज़ ने कुल 26 ओवर डाले और 156 रन रन ख़र्च किए। मैथ्यू पॉट्स ने काफ़ी बढ़िया शुरुआत की थी। उन्होंने हनुमा विहारी और विराट कोहली का विकेट भी लिया लेकिन बाद में वह लय में नहीं दिखे। वहीं जैक लीच के ख़िलाफ़ पंत ने जम कर रन बटोरे। पंत ने लीच के 32 गेंदों में 59 रन बनाए और इसमें से 46 रन लेग साइड में आए। लीच लेग साइड में छह फ़ील्डर लेकर खेल रहे थे। इसके बावजूद पंत इस तरफ़ रन बनाने में सफल रहे।
पंत ने ग़ज़ब के आत्मविश्वास के साथ अपनी पारी को आगे बढ़ाया। उनके पास तेज़ और स्पिन गेंदबाज़ों के लिए एक शानदार प्लान था। उनकी पारी के किसी भी पड़ाव में कोई हिचकिचाहट नहीं थी। अंत में वह उसी आक्रामक अंदाज के कारण जो रूट की गेंद पर आउट भी हुए।
इसके बाद बेन स्टोक्स ने एक बेहतरीन बाउंसर के साथ शार्दुल ठाकुर को आउट किया और अब इंग्लैंड के पास बाधा के रूप में क्रीज़ पर सिर्फ़ जाडेजा हैं।
इंग्लैंड ने जिस तरीक़े से दिन की शुरुआत की थी, वह उस तरीक़े से दिन को ख़त्म नहीं कर पाए। पारी के सांतवें ओवर में शुभमन गिल ने एंडरसन की बैक ऑफ़ लेंथ गेंद को छेड़ने का प्रयास किया और वह आउट हो गए। तब टीम का स्कोर 26 था। इसके ठीक 20 रन बाद एंडरसन की ही गेंद पर चेतेश्वर पुजारा भी कैच आउट हो गए। 25वें ओवर तक कोहली और विहारी की विकेट गिर चुकी थी लेकिन इसके बाद भारत ने वापसी करने का प्रयास किया। श्रेयस अय्यर जैसे ही क्रीज़ पर आए, उन्होंने आक्रामक रवैये के साथ बल्लेबाज़ी करते हुए 11 गेंदों में 15 रन बनाए लेकिन शॉर्ट पिच गेंदों पर उनकी कमज़ोरी का एंडरसन ने फिर से लाभ उठाया और उन्हें कैच आउट करा दिया।
हालांकि इसके बाद अगली विकेट तब गिरी जब भारत 300 रनों के पार पहुंच चुका था।
कार्तिक कृष्णास्वामी ESPNcricinfo के सीनियर सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर राजन राज ने किया है।