चेतेश्वर पुजारा ने तीसरी पारी में नाबाद अर्धशतक जड़ा • Getty Images
भारत 416 और 125 पर 3 (पुजारा 50*, पंत 30*) इंग्लैंड 284 (बेयरस्टो 106, बिलिंग्स 36, सिराज 4-66, बुमराह 3-68) से 257 रन आगे
जॉनी बेयरस्टो ने 140 गेंदों पर 106 रनों की शानदार पारी खेलकर इस साल अपने टेस्ट करियर की कहानी में एक और अध्याय जोड़ दिया लेकिन एजबेस्टन के तीसरे दिन भारत ने मैच पर अपनी पकड़ मज़बूत की। जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी के नेतृत्व में मेहमान टीम के तेज़ गेंदबाज़ों ने इंग्लैंड को 284 पर समेटकर भारत को पहली पारी में 132 रनों की बढ़त दिलाई जो स्टंप्स तक 255 पर जा पहुंची। भारत के सात विकेट शेष है और टीम में वापसी कर रहे चेतेश्वर पुजारा तीसरी पारी में एक सॉलिड अर्धशतक बनाकर नाबाद हैं।
जहां दोनों टीमों की पहली पारी साढ़े चार से अधिक रन प्रति ओवर के दर से आगे बढ़ी, भारत ने दूसरी पारी में पारंपरिक टेस्ट मैच बल्लेबाज़ी की और स्टंप्स पर टीम का स्कोर 45 ओवर में तीन विकेट के बाद 125 रन है। इसमें बड़ा योगदान पुजारा का है जिन्होंने क्रीज़ पर बिताए हर एक मिनट से इंग्लैंड को इस मैच में और पीछे भेजा। ज़्यादातर समय वह क्रीज़ पर अच्छी लय में नज़र आए और उनका डिफ़ेंस सख़्त था।
इस टेस्ट में यह साफ़ नज़र आ रहा है कि पुजारा ने बल्लेबाज़ी के दौरान अपने खड़े रहने के अंदाज़ में बदलाव किया है। अब उनका बायां कंधा मिडऑन की बजाय गेंदबाज़ की तरफ़ होता है। रविवार को इसी कारण वह अंतिम समय पर हिल रही गेंदों को आसानी से खेलने में सफल हुए। पहले वह कोण के लिए खेल रही गेंदों पर पूरी तरह से खुल जाते थे जो पिछले साल इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में उनके ज़्यादातर विकेटों में देखा गया।
वह आत्मविश्वास के साथ गेंदों को छोड़ भी रहे थे। यहां तक की उन गेंदों को जो ऑफ़ स्टंप के बाहर से तेज़ी से अंदर की तरफ़ आ रही थी। गेंदों को छोड़ने के दौरान केवल एक बार वह परेशान दिखे जब बेन स्टोक्स की गेंद तेज़ी से अंदर आई और सामने वाले पैड पर जा लगी। अंपायर ने पगबाधा की अपील को नकारा और इंग्लैंड के रिव्यू में अंपायर्स कॉल का फ़ैसला आया। बॉल ट्रैकिंग के अनुसार वह गेंद ऑफ़ स्टंप को चूमकर निकल जाती।
इस गेंद से कुछ ही देर पहले स्टोक्स ने पारी की सबसे बढ़िया गेंद डाली जो गुड लेंथ से ऊपर उठी और विराट कोहली के ग्लव को चूम गई जिससे तीसरे विकेट के लिए 32 रनों की हुई साझेदारी टूट गई। पुजारा का आउट होना उस समय 218 रनों से आगे चल रही टीम इंडिया के लिए बड़ा झटका होता और टीम को दबाव में डाल देता। हालांकि इसके बाद पुजारा ने ऋषभ पंत के साथ मिलकर पारी को आगे बढ़ाया और चौथे विकेट के लिए नाबाद 50 रन जोड़े।
दिन के खेल की शुरुआत में भारत 332 रन आगे था और इंग्लैंड के पांच विकेट गिर चुके थे। भारत को बेयरस्टो और स्टोक्स से संभलकर रहना था क्योंकि यह जोड़ी अपने दम पर किसी भी मैच का रुख़ पलटने की क्षमता रखती है।
बुमराह और शमी ने पहले आधे घंटे में सटीक गेंदबाज़ी की और तब तक वह पारी के 33 में से कुल 30 ओवर डाल चुके थे। इसमें बारिश ने अहम योगदान दिया जिसके चलते उन्हें आराम करने का पर्याप्त समय मिला। बेयरस्टो और स्टोक्स ने इस आधे घंटे में गेंदबाज़ी को सम्मान दिया और वह दोनों तरफ़ हिल रही गेंदों पर भी बचने में क़ामयाब हुए।
इसके बाद दोनों बल्लेबाज़ों ने गियर बदला। बेयरस्टो ने 16 गेंदों के भीतर छह चौके लगाए और 65 गेंदों पर 16 के स्कोर से वह 81 गेंदों पर अपने अर्धशतक पर जा पहुंचे। स्टोक्स ने भारत को दो मौक़े दिए लेकिन पहले 18 के स्कोर पर शार्दुल ठाकुर और फिर 25 के स्कोर पर बुमराह ने उनका कैच टपकाया। दूसरा जीवनदान मिलने के बाद स्टोक्स ने शार्दुल की अगली गेंद को भी हवा में मारा जहां मिडऑफ़ पर खड़े बुमराह ने बायीं तरफ़ लंबी डाइव लगाकर मुश्किल कैच को पूरा किया और इंग्लैंड को 149 पर छह विकेट की स्थिति में ला खड़ा किया।
दूसरे छोर पर बेयरस्टो एक के बाद एक शानदार शॉट खेलते रहे। इस दौरान शार्दुल की गेंदबाज़ी पर पगबाधा दिए जाने के बाद उन्होंने रिव्यू का सफल इस्तेमाल किया। 91 के स्कोर पर पहुंचने के बाद बारिश का आगमन हुआ और लंच जल्दी ले लिया गया। बारिश के कारण और 35 मिनटों का खेल नहीं हो पाया।
खेल जब शुरू हुआ, बेयरस्टो ने शार्दुल की एक गेंद को मिडविकेट और डीप मिडऑन के बीच खेला और फिर प्वाइंट बाउंड्री की तरफ़ एक शॉट लगाकर अपना शतक पूरा किया। 119 गेंदें लगी उन्हें यह सैकड़ा लगाने में जो इस साल उनके तीनों शतक में सबसे धीमी पारी थी।
बुमराह गेंदबाज़ी पर वापस आए और उन्होंने सैम बिलिंग्स को दो बार बीट किया और एक बार बाहरी किनारा निकाला लेकिन गेंद स्लिप तक पहुंची नहीं। चार ओवरों बाद उन्होंने शमी को अपनी जगह गेंदबाज़ी पर लगाया और उन्होंने तुरंत बेयरस्टो को चलता किया जब वह शरीर से दूर जा रही आउट स्विंग गेंद को ड्राइव लगाने के प्रयास में पहली स्लिप को कैच दे बैठे।
छह विकेट गंवाने के बाद इंग्लैंड 175 रन पीछे थी और भारत को जल्द से जल्द पारी समाप्त करने का अवसर मिला। मोहम्मद सिराज ने पहले स्टुअर्ट ब्रॉड को बाउंसर पर कैच करवाया, फिर बिलिंग्स को अंदरूनी किनारे की मदद से बोल्ड किया और बाद में मैथ्यू पॉट्स को दूसरी स्लिप में कैच करवाकर पारी में अपनी चौथी सफलता अर्जित की।
हालांकि वह महंगे साबित हुए और 11.3 ओवरों में उन्होंने 66 रन ख़र्च किए। अंतिम विकेट भी अजीबोगरीब तरीक़े से आई जब श्रेयस अय्यर ने दूसरे प्रयास में कैच को पूरा किया लेकिन पहले प्रयास में गेंद ज़मीन से काफ़ी पास थी। गेंद इतनी पास थी कि अगर सॉफ़्ट सिग्नल नॉट आउट होता तो तीसरे अंपायर नॉट आउट का फ़ैसला सुनाते।