रचिन के नाम रहा दूसरा दिन, लेकिन भारत ने दिखाया वापसी का जज़्बा
रविंद्र के शतक के बाद भारत ने दो सेशन अपने नाम करके मैच बनाया रोमाचंक
निखिल शर्मा
18-Oct-2024
न्यूज़ीलैंड 402 (रविंद्र 134, साउदी 65), भारत 231/3 (कोहली 70, सरफ़राज़ 70*) 125 रन से पीछे
रचिन रविंद्र और टिम साउदी जब बल्लेबाज़ी कर रहे थे तो एक-एक रन कप्तान रोहित शर्मा और पवेलियन में बैठे कोच गौतम गंभीर की दिल की धड़कनों को बढ़ा रहा था। रचिन शतक और साउदी अर्धशतक लगाकर आउट हुए और जब टीम ऑलआउट हुई तो न्यूज़ीलैंड की टीम 402 रन बना चुकी थी और उनके पास 356 रनों की विशाल बढत थी। लेकिन बेंगलुरु टेस्ट के तीसरे दिन के दूसरे और तीसरे सत्र में भारतीय बल्लेबाज़ों ने जिस तरह का जज्बा दिखाया उससे साफ़ हो गया है कि चौथे दिन यह टेस्ट मैच किसी भी टीम की ओर जा सकता है।
भारतीय टीम जब बल्लेबाज़ी करने उतरी तो उनके सामने पहले 356 रनों की पहाड़ जैसी बढ़त को कम करने का लक्ष्य था। टी तक भारतीय ओपनरों रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल ने दिखाया कि वे यहां क्या करने के लिए आए हैं। दोनों बल्लेबाज़ों ने ख़राब गेंदों का अच्छे से फ़ायदा उठाया और दोनों ने टी तक अर्धशतकीय साझेदारी पूरी कर ली थी।
जायसवाल को टी तक एज़ाज़ पटेल को अधिक खेलने का मौक़ा नहीं मिला था, लेकिन लग रहा था कि जायसवाल के सामने जब पटेल आएंगे तो वह उनके ख़िलाफ़ प्रहार करने से खु़द को नहीं रोक पाएंगे। ऐसी ही हुई और जब दोनों का सामना हुआ तो पटेल ने हाथ से गेंद भी नहीं छोड़ी थी और जायसवाल गेंद को लांग ऑन पर भेजने के लिए बहुत आगे निकल आए लेकिन पटेल ने चुतराई दिखाते हुए गेंद को उनकी पहुंच से थोड़ा बाहर रख दिया और पीछे ब्लंडल ने गेंद को स्टंप्स से टकराने में कोई ब्लंडर नहीं किया। रोहित अच्छी लय में दिख रहे थे उन्होंने कई खू़बसूरत कवर ड्राइव लगाई तो अपना मनपसंद पुल शॉट भी लगाया, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि क़िस्मत उनका साथ नहीं देगी। पटेल की एक साधारण सी गेंद को उन्होंने साफ़ डिफ़ेंस किया लेकिन गेंद टप्पा खाकर स्टंप्स से जा लगी।
इस बीच बल्लेबाज़ी करने आए विराट कोहली शुरुआती 15 गेंद को किसी तरह से खेलने में क़ामयाब रहे और लग रहा था कि वह इन 15 में से किसी भी गेंद पर आउट हो सकते थे, लेकिन इन 15 गेंद के बाद कोहली का रॉयल लुक चिन्नास्वामी के स्टेडियम में देखने को मिला। सरफ़राज़ ख़ान के शुरुआती प्रहार के बाद कोहली का आत्मविश्वास भी चरम पर पहुंच गया और दोनों ने आक्रमण की कमान संभाल ली। इस पहले सरफ़राज़ और फिर कोहली ने अपना अर्धशतक पूरा किया। सरफ़राज़ ने तो अपने बैकफु़ट खेल से समां बांध दिया। कभी अपर कट लगाया तो कभी रैंप शॉट लगाया। कभी स्लॉग स्वीप लगाई तो कभी बस बैकवर्ड प्वाइंट की दिशा में बल्ला अड़ाकर चौका निकाल लिया। कुछ देर बाद कोहली ने भी टेस्ट क्रिकेट में 9,000 का आंकड़ा पूरा कर लिया। वह ऐसा करने वाले केवल चौथे भारतीय बने। सब कुछ सही चल रहा था और जैसे ही दिन का खेल ख़त्म होने का समय क़रीब आ रहा था तो दोनों बल्लेबाज़ों ने अपने शटर गिरा दिए। लेकिन क़िस्मत को कोई नहीं बदल सकता, जो गेंद मिस होकर गेंदबाज़ों को सिर पकड़ने पर मजबूर कर देती हैं, उस दिन की आखिरी गेंद को कोहली डिफ़ेंस करने गए और गेंद बल्ले का बहुत महीन किनारा लेकर कीपर के हाथों में पहुंच गई। दोनों के बीच तीसरे विकेट के लिए 163 गेंद में 136 रनों की साझेदारी हुई।
इससे पहले, दिन की शुरुआत रचिन ने काफ़ी सकारात्मक तरीक़े से की। दूसरे एंड से विकेट गिरते जा रहे थे और रचिन इस मैदान पर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपने दूसरे शतक की ओर बढ़ते जा रहे थे। इस बीच उन्हें साउदी का साथ मिला, जिसने भारत की हसरतों को चकनाचूर कर दिया। रचिन ने पिछले साल वनडे विश्व कप में शतक लगाने के बाद इस मैदान पर लगातार दूसरा शतक लगाया। साउदी की तो हर बाउंड्री रोहित को तीर की तरह चुभ रही थीं। उन्होंने भी तेज़ी से अपना अर्धशतक लगाया लेकिन जब तक साउदी आउट होते स्कोर 370 रन तक पहुंच गया था और दोनों के बीच 132 गेंद में 137 रनों की साझेदारी पूरी हो चुकी थी। आखिर में न्यूज़ीलैंड 402 रन बनाकर ऑलआउट हुआ और भारत की ओर से रवींद्र जाडेजा ने सबसे अधिक तीन विकेट लिए।
निखिल शर्मा ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर हैं। @nikss26