धीमी और टर्निंग रह सकती है पुणे की पिच
पहले दिन के पहले घंटे के बाद से पिच से तेज़ गेंदबाज़ों को सीम मूवमेंट मिलना बंद हो सकता है
नागराज गोलापुड़ी
21-Oct-2024
पुणे में भारत को अब तक एक टेस्ट में जीत और एक में हार मिली है • BCCI
भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच पुणे में खेले जाने वाले दूसरे टेस्ट में पाटा, धीमी और टर्निंग पिच रह सकती है। ESPNcricinfo को पता चला है कि बेंगलुरु की तुलना में पुणे में कम उछाल देखने को मिल सकती है और पिच अधिक फ़्लैट और धीमी रह सकती है।
बेंगलुरु में घर पर टेस्ट में न्यूनतम स्कोर बनाने के बाद मिली हार के चलते रोहित शर्मा की अगुवाई वाली भारतीय टीम पर सीरीज़ जीतने और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फ़ाइनल के लिए अपनी दावेदारी को मज़बूत बनाए रखने का दबाव है। WTC का फ़ाइनल अगले साल जून में खेला जाना है। पुणे और मुंबई में होने वाले अगले दो मैचों के लिए एक तरह की ही पिच तैयार करने की योजना है। एक ऐसी पिच जहां मैच की प्रगति के साथ ही टर्न प्राप्त हो और भारतीय स्पिनर विपक्षी टीम पर हावी हो सकें। सीरीज़ का अंतिम टेस्ट 1 नवंबर से शुरू होगा।
पुणे और मुंबई की पिच में एक अंतर सतह पर उपयोग में लाई जाने वाली मिट्टी रह सकती है। पुणे की पिच पर काली मिट्टी जबकि मुंबई में लाल मिट्टी वाली पिच पर मैच खेला जाएगा। बेंगलुरु के लिए भी कुछ इसी प्रकार की योजना थी लेकिन मैदान पर बादल छाए रहने के कारण और बीच बीच में बारिश होने के चलते एम चिन्नास्वामी स्टेडियम की पिच पहले दो दिनों में तेज़ गेंदबाज़ों के लिए अनुकूल हो गई। जिसका फ़ायदा न्यूज़ीलैंड के तेज़ गेंदबाज़ों ने रोहित द्वारा पहले बल्लेबाज़ी के निर्णय के बाद उठाया।
रविवार को ही भारतीय चयनकर्ताओं ने दल में चौथे स्पिनर के रूप में अक्षर पटेल की मौजूदगी के बावजूद वॉशिंगटन सुंदर को भारतीय दल में जोड़ने का फ़ैसला किया। भारतीय दल में आर अश्विन, रवींद्र जाडेजा और कुलदीप यादव तीन प्रमुख स्पिनर के रूप में पहले से मौजूद हैं।
महाराष्ट्र क्रिकेट स्टेडियम (MCA), पुणे में खेला जाने वाला यह सिर्फ़ तीसरा टेस्ट होगा। यहां पहला टेस्ट 2016-17 में खेला गया था जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने तीसरे दिन टी ब्रेक होने से पहले 333 रनों से जीत हासिल कर ली थी। उस मैच में सतह पर पहले से ही काफ़ी छोटी दरारें मौजूद थीं और पिच ने पहले दिन से ही टर्न लेना शुरू कर दिया था। उस मैच में 40 में से 31 विकेट स्पिनर्स ने चटकाए थे, जिसके बाद ICC मैच रेफ़री क्रिस ब्रॉड ने पिच को ख़राब रेट किया था। इसके बाद यहां अगला टेस्ट 2019 में भारत और साउथ अफ़्रीका के बीच खेला गया था, जिसमें विराट कोहली ने दोहरा शतक लगाया था और भारत को उस मैच में जीत मिली थी।
हालांकि इस बार पिच में लगभग न के बराबर घास रहने की उम्मीद है। ऐसे क़यास हैं कि टॉस के लगभग एक घंटे बाद ही पिच से सीम मूवमेंट न के बराबर रह सकती है। ड्राई सतह होने के चलते यहां रिवर्स स्विंग मिल सकती है। ऐसी स्थिति में टॉस एक बार फिर महत्वपूर्ण हो सकता है और टॉस जीतने वाली टीम पहले बल्लेबाज़ी करना पसंद कर सकती है।