दुनिया के नंबर एक टेस्ट गेंदबाज़
जसप्रीत बुमराह ड्यूक बॉल पर हाथ आज़माने और इंग्लैंड की स्विंगिंग परिस्थतियों में खेलने को लेकर उत्सुक हैं। भारत को जल्द ही
इंग्लैंड का दौरा करना है जहां पर भारत को 13 जून को वार्मअप मैच खेलना है और 20 जून से लीड्स में पहला टेस्ट खेला जाएगा। उनके अनुसार सबसे बड़ी चुनौती गेंद के मुलायम होने पर होगी।
बुूमराह ने ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान
माइकल क्लार्क के यूट्यूब चैनल बियोंड23 क्रिकेट पर कहा, "इंग्लैंड में खेलना हमेशा से अलग चुनौती रहता है। मुझे हमेशा से ड्यूक बॉल से गेंदबाज़ी करना पसंद है।"
"लेकिन मुझे मैं नहीं जानता हूं कि ड्यूब बॉल इस समय कैसा कर रही हैं क्योंकि गेंद में लगातार बदलाव होते रहते हैं। लेकिन मौसम, स्विंगिंग परिस्थिति समान रहती है। और जब गेंद मुलायम हो जाती है तो यहां पर हमेशा चुनौती रहती है। तो मैं हमेशा से इंग्लैंड में खेलने को देखता हूं।"
आगामी टेस्ट सीरीज़ बुमराह की इंग्लैंड में तीसरी सीरीज़ होगी जहां पर उनके नाम (2021 विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फ़ाइनल को छोड़कर) आठ मैचों में 23.78 की औसत और 51.9 के स्ट्राइक रेट से 37 विकेट हैं। बुमराह ने कहा कि उनके अन्य साथी तेज़ गेंदबाज़ों प्रसिद्ध कृष्णा, मोहम्मद सिराज, आकाश दीप और अर्शदीप सिंह में विरोधी टीम को मात देने की क़ाबिलियत है, ख़ासतौर से तब जब कोई टीम आक्रामक खेल रही हो, जैसे इंग्लैंड खेलती है।
बुमराह ने कहा, "वे एक दिलचस्प शैली का क्रिकेट खेल रहे हैं जो दिलचस्प है क्योंकि मैं इसे ज़्यादा नहीं समझता। लेकिन एक गेंदबाज़ी यूनिट के तौर पर, जब बल्लेबाज़ अधिक आक्रामक होते हैं तो हम हमेशा आत्मविश्वास से भरा महसूस करते हैं, तो किसी भी दिन कोई भी विकेट ले सकता है।"
पांच टेस्ट इंग्लैंड में 20 जून से 4 जुलाई तक 46 दिनों तक लीड्स, बर्मिंघम, लॉर्ड्स, मैनचेस्टर और द ओवल में खेले जाएंगे। बुमराह के सभी पांच टेस्ट मैचों में खेलने की संभावना नहीं है, क्योंकि प्रमुख चयनकर्ता अजित अगरकर ने उनके कार्य प्रबंधन के बारे में बात की थी।
अपनी टीम के लिए एक व्यस्त कार्यक्रम और फ़रवरी 2026 में भारत और श्रीलंका में टी20 विश्व कप को देखते हुए अगले नौ महीने बहुत अहम है, बुमराह ने कहा कि वे तीनाें प्रारूप खेलेंगे लेकिन वह अपने शरीर को तरोताज़ा रखने के लिए मैच चुनेंगे।
उन्होंने कहा, "बिलकुल, व्यक्तिगत तौर पर लंबे समय तक हर प्रारूप खेलना मुश्किल है। मैं ऐसा कुछ समय से कर रहा है, लेकिन आपको समझना होगा कि आपका शरीर क्या कर रहा है और कौन सा अहम टूर्नामेंट है।"
"आपको अपने शरीर का इस्तेमाल करने के तरीके़ के बारे में थोड़ा चयनात्मक और होशियार होना चाहिए। एक क्रिकेटर के तौर पर, मैं कभी भी कुछ नहीं छोड़ना चाहता और हमेशा आगे बढ़ता रहना चाहता हूं। लेकिन मैं लक्ष्य निर्धारित नहीं करता या संख्याओं को नहीं देखता। जब भी मैंने लक्ष्य निर्धारित किए, मैं उन्हें कभी पूरा नहीं कर पाया"
"मैं बस लुत्फ़ लेने की कोशिश कर हूं क्योंकि इसी वजह से मैंने खेल शुरू किया था। एक दिन लो और यादों को संजोओ क्योंकि खेल के अंत में मैं इन्हीं सब को याद रखूंगा।"