लोकेशन, मौसम, सुविधाएं और लोग। इन चार शब्दों में ही आपको पूरे कारण मिल गए हैं कि क्यों अमेरिका में टेक्सस क्रिकेट का केंद्र बना है। अमेरिका के खिलाड़ी और टेक्सस के नागरिक एंड्रिएस गूस ने कहा, "यह तो कोई सवाल नहीं है। 100 प्रतिशत टेक्सस। चाहे बात टूर्नामेंट्स की हो, मैचों की, कैंप की या फिर किसी भी चीज़ की जिसका आयोजन हो रहा है, यह टेक्सस में होता है।"
गूस साउथ अफ़्रीका में जन्में और बड़े हुए हैं, लेकिन दुनिया के कई देशों के क्रिकेटर्स की तरह वह भी मेजर लीग क्रिकेट के लिए अमेरिका पहुंचे। शुरुआत में वह सिएटल में रहते थे और फिर बाद में वह डैलस चले आए।
गूस ने कहा, "निश्चित तौर पर मैंने स्टेडियम के लिए जगह बदली। मैं स्टेडियम में अभ्यास कर सकता हूं और एक नया आउटडोर नेट भी बनाया जा रहा है। वर्तमान समय में डैलस में सुविधाएं अच्छी हैं। मैं अन्य लोगों से थोड़ा अलग हूं क्योंकि मैं देश के बाहर टूर्नामेंट्स खेलता हूं और मुझे पूरे सार अच्छी सुविधा चाहिए होती है। जहां अमेरिका के अन्य जगहों पर लोग इंडोर नेट्स में फंसे हैं तो मैं टेक्सस में आउटडोर में अभ्यास कर सकता हूं।"
खिलाड़ियों के लिए टेक्सस में वह रणनीति लगाई गई है कि "बना दीजिए और वे आएंगे"। डैलस और हूस्टन दोनों जगहों पर ऐसी सुविधाएं हैं जो घरेलू और विदेशी दोनों खिलाड़ियों को आकर्षित करती हैं। पिछले एक साल में एक दर्जन से अधिक घरेलू और विदेशी खिलाड़ियों ने इन दो में से एक शहर को चुना है।
डैलस में लगभग एक साल पहले मैदान की दशा और दिशा बदलने वाले MLC के टूर्नामेंट डॉयरेक्टर जस्टिन जिएल ने कहा, "हमने पूरे देश को देखा। वास्तविक सोच यह थी कि शायद बेसबॉल स्टेडियम को तब्दील करना आसान रहेगा। ऐसे स्टेडियम की तलाश ख़ूब हुई। मुझे आश्चर्य होगा यदि कोई माइनर लीग स्टेडियम बिकने के लिए बंद हो गया हो और हमें उसके बारे में जानकारी नहीं है।"
ग्रैंड प्रैइरि पहले टेक्सस ऐयरहॉग्स बेसबॉल टीम का घर हुआ करता था जो 2020 कोरोना महामारी के बाद बंद हो गया। MLC को मौक़ा दिखा और उन्होंने घरेलू सरकार को उस जगह पर नए स्टेडियम के महत्व के बारे में समझाया।
जिएल ने बताया, "हम आए और हमने उन्हें क्रिकेट का आइडिया बेचा।" स्टेडियम में सारे बदलाव 21 मिलियन अमेरिकी डॉलर में हुए हैं। नए सिरे से स्टेडियम बनाने के लिए साइट पर भरपूर जगह है और अब अभ्यास के लिए सुविधाएं बाहर की ओर तैयार किए जा रहे हैं। टेक्सस को चुनने का मुख्य कारण था कि इसका लोकेशन एकदम शहर के बीच में है, इसका मौसम शानदार है और यहां साउथ एशिया के काफ़ी लोग रहते हैं।
जिएल ने समझाया, "लोकेशन सबसे अहम है। डैलस एयरपोर्ट से इसकी दूरी 15-20 मिनट की है। टेक्सस जैसे अहम शहर में यहां आराम से पहुंचा जा सकता है। मौसम भी इतना सही है कि आप साल के 10 महीने खेल सकते हैं।"
अमेरिकी क्रिकेट के हालिया इतिहास में विजय श्रीनिवासन और समीर मेहता की अहम भूमिका रही है जो MLC को चलाने वाली अमेरिकन क्रिकेट इंटरप्राइजेज के सह संस्थापक हैं और साथ ही वे विलो टीवी के भी सह संस्थापक हैं जो अमेरिका में सभी तरह की बड़ी क्रिकेट को लाइव दिखाता है। अपने सब्सक्राइबर्स का डेटा इस्तेमाल करके उन्हें यह जानने में आसानी हुई कि अमेरिका में कहां देश का सबसे बड़ा केंद्र बनाना उचित होगा।
डैलस में पहले ही बहुत सारी इंडोर सुविधाएं थीं और ऐसा बताया जाता है कि वहां 1000 से अधिक जूनियर क्रिकेटर खेल रहे हैं। डैलस के मस्टैंग क्रिकेट एकैडमी के मुख्य कोच धंदापानी देवर्सन ने कहा, "चार या पांच साल पहले तक कई माता-पिता मुझसे पूछते थे कि यहां क्रिकेट का भविष्य क्या है। अब कोई भी ये नहीं पूछता है।"
मस्टैंग के मालिक लवकेश कालिया हैं जो 1999 में यहां आए थे। उन्होंने कहा, "जब मैं आया तो हमारे पास आठ टीमें थीं और हम एक-दूसरे को जानते थे। अब हर वीकेंड पर 200 से अधिक मैच खेले जाते हैं। यह शानदार है और अब मैदानों की संख्या भी बढ़ रही है।"
कालिया के मुताबिक डैलस में खेल रहे बच्चों में 99 प्रतिशत साउथ एशियन हैं। अमेरिका बड़ा देश है जिसकी जनसंख्या 335 मिलियन है। इसमें लगभग 1.4 प्रतिशत लोग भारतीय मूल के हैं। यह आंकड़ा 4.5 मिलियन होता है जो न्यूज़ीलैंड की जनसंख्या से केवल 500,000 ही कम है। दूसरी या तीसरी पीढ़ी के बच्चे अब बड़े होकर वह खेल खेल रहे हैं जो उनके माता-पिता को पसंद था और कुछ निश्चित जगहों पर खेल को बढ़ावा मिल रहा है।
अमेरिका की नेशनल टीम के लिए अब लक्ष्य है कि वे निकट भविष्य में ग्रैंड प्रैइरि में अपना बेस बनाएं। इंग्लिश काउंटी टीमों से भी बातचीत हुई है कि वे प्री-सीज़न में अपने ट्रेनिंग कैंप इस शहर में लगाएं। डैलस के लिए सबसे बड़ा लक्ष्य है कि जो टीम वेस्टइंडीज का दौरा करे उससे दौरे की शुरुआत या अंत में अमेरिका की नेशनल टीम के मैच हो।
कैमरून पोंसोन्बी लंदन में फ्रीलांस क्रिकेट लेखक हैं. @cameronponsonby