पंजाब किंग्स ने अपने आक्रामक बल्लेबाज़ी क्रम के लिए 2022 की नीलामी में भानुका राजापक्षा को ख़रीदा था • Mark Brake/Cricket Australia/Getty Images
श्रीलंका के मध्य क्रम के बल्लेबाज़ भानुका राजापक्षा के लिए यह वर्ष उतार-चढ़ाव से भरा रहा। उन्होंने इतने उतार-चढ़ाव देखे कि इसे रोलर-कोस्टर भी कहा जा सकता है। उन्होंने जनवरी में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया, एक हफ़्ते बाद अपने फ़ैसले को वापस लिया और फिर ख़राब फ़िटनेस के कारण भारत के विरुद्ध टी20 सीरीज़ की टीम से बाहर हुए। आईपीएल 2022 की नीलामी में पंजाब किंग्स द्वारा चुने जाने के बाद अपने पहले दो मैचों में 43 और 31 रनों की तूफ़ानी पारियों के साथ राजापक्षा ने आईपीएल में क़दम रखा।
यह आपका पहला आईपीएल है, आपको कैसा लग रहा है?
मेरा सपना सच हो गया है। मेरी पत्नी ने मुझे बताया था कि पंजाब किंग्स ने मुझे ख़रीदा है। मेरा परिवार और मैं हमेशा से पंजाब किंग्स के समर्थक रहे हैं और इसी टीम में जाना किसी चमत्कार से कम नहीं है। इतने सारे दिग्गजों के साथ समय बिताकर मुझे अच्छा लग रहा है।
टीम का माहौल कैसा है?
यह दुनिया की सर्वश्रेष्ठ लीग है। दुर्भाग्य से श्रीलंका क्रिकेट द्वारा अनुमति नहीं मिलने के कारण मैं अन्य लीगों का हिस्सा नहीं बन पाया। हालांकि इस बार उन्होंने मुझे आईपीएल में हिस्सा लेने की अनुमति दी। यह एक बढ़िया मौक़ा है और मैं काफ़ी उत्साहित हूं।
पहले मैच में आपने बेंगलुरु के विरुद्ध 22 गेंदों पर 43 रन बनाए। विशेषकर वनिंदु हसरंगा के ख़िलाफ़ आपने बड़े शॉट लगाए। क्या आप उस पारी के बारे में और बता सकते हैं?
हम सब जानते हैं कि वनिंदु नंबर एक गेंदबाज़ हैं। पिछले कुछ महीनों में उसने क्रिकेट नहीं खेला है लेकिन वह शीर्ष स्थान पर था। हम उसके ख़िलाफ़ झिझक रहे थे परंतु हमें पता था कि रक्षात्मक अंदाज़ से हमें कोई फ़ायदा नहीं होगा। मैंने प्रमुख कोच और अन्य खिलाड़ियों से बात की। मैंने कई बार वनिंदु का सामना किया है और वह जानकारी बहुत काम आती है।
मेरा प्लान यह था कि अगर गेंद मेरे पाले में होगी तो मैं उस पर प्रहार करूंगा। भारतीय पिचों पर आप उछाल पर विश्वास करते हुए अपने शॉट खेल सकते हैं। वह मेरा अच्छा दिन था। अगर फिर एक बार हमारा मुक़ाबला होगा तो कहानी वही रहेगी।
हसरंगा की गुगली उनका सबसे बड़ा हथियार है। आप उसे पढ़ने में सक्षम हैं?
स्कूल के दिनों से चालुका अमरसिंघे ने मुझे कोचिंग दी। वह श्रीलंका के सर्वश्रेष्ठ कोचों में से एक हैं और उन्होंने मुझे हाथ से गेंद को पढ़ना सिखाया। इससे आपके पास अतिरिक्त समय होता है और आपको लेंथ और लाइन पढ़ने में आसानी होती है।
इसके बाद केकेआर के ख़िलाफ़ अगले मैच में शिवम मावी आपके हत्थे चढ़े। उस बारे में कुछ बताइए।
पिछले साल टी20 विश्व कप में (श्रीलंकाई टीम के सलाहकार) महेला जयवर्दना से मैंने सीखा की नए गेंदबाज़ के पहले ओवर में प्रहार करना कितना महत्वपूर्ण है। अगर आप विशेषज्ञ गेंदबाज़ पर आक्रमण करते हैं तो छठे गेंदबाज़ को भरपाई करने के लिए आना पड़ता है। मेरा प्लान यही है कि अगर मुझे मौक़ा मिलेगा तो मैं किसी भी गेंदबाज़ के ख़िलाफ़ सर्वाधिक रन बटोरने की कोशिश करूंगा। यह जोखिमभरी रणनीति है लेकिन पंजाब टीम ने मुझे आशीर्वाद दिया है। अगर मुझे लगता है कि बड़ा ओवर मिल सकता है तो मैं 25 गेंदों पर 30 रन बनाने की बजाय छह गेंदों पर 30 रन बनाना पसंद करूंगा।
आप तीसरे नंबर पर आते संग ही बाउंड्री लगा रहे हैं, क्या पंजाब किंग्स ने आपको यह भूमिका सौंपी हैं?
अच्छी बात है कि यह टीम जानती हैं कि मैं एक से सात के बीच में किसी भी स्थान पर बल्लेबाज़ी करने में सक्षम हूं। आज के समय में लेग स्पिन गेंदबाज़ मध्य ओवरों में हावी होने का प्रयास करते हैं। मैं पिछले कुछ मैचों में आक्रामक रवैये के कारण उनके आने से पहले ही आउट हो गया हूं। लेकिन पंजाब ने मुझे आक्रामक रहने को कहा है, यही हम सबकी भूमिका है। हम 200 से अधिक का स्कोर बनाएंगे लेकिन ऐसे भी दिन आएंगे जहां हम 100 से नीचे सिमट जाए। हम इस बात को जानते हुए आक्रामक रुख़ अपना रहे हैं। हमें पूरी स्वतंत्रा दी गई हैं, हम घंटों तक बैठकर चर्चा अथवा विश्लेषण नहीं करते हैं।
आपने कहा कि आप अधिक विश्लेषण में विश्वास नहीं रखते हैं। क्या इसके पीछे का कारण यह है कि आपकी बल्लेबाज़ बहुत स्वाभाविक है?
मैं अपनी ताक़त पर विश्वास करता हूं। मैं जितना हो सकें उतना शांत रहने की कोशिश करता हूं। मैं भले ही तेज़ी से रन बना रहा हूं, खेल का आनंद लेना मेरा प्रथम उद्देश्य है। कुछ लोग विश्लेषण करते हुए घंटों बिताते हैं। मैं उनमें से एक नहीं हूं।
पंजाब किंग्स का कोचिंग सिस्टम कैसा है और आपने इससे क्या सीखा हैं?
हमारे पास जुलियन वुड के रूप में एक पावर-हिटिंग कोच हैं। मेरी ज़िंदगी में यह पहला मौक़ा है। हमें घर पर श्रीलंका क्रिकेट से यह सारी सुविधाएं भले ही नहीं मिलती हैं, यहां आकर इनका अनुभव करने का अवसर मिलना अच्छी बात है। हम अन्य खिलाड़ियों से जानकारी बांट सकते हैं। वुडी हमें अलग तरीक़े से अभ्यास करवा रहे हैं जिससे हमें फ़ायदा पहुंचा है।
आगे चलते हुए मैं चाहूंगा कि घर पर भी ऐसा सिस्टम हो। इससे लड़कों को मदद मिलेगी। मुझे लगता है कि सही लोगों को आगे आकर श्रीलंका की मदद करनी चाहिए। अगर हमें ऐसे प्रसिद्ध कोच मिलते हैं तो हम बहुत आगे जा सकते हैं।
अपने शुरुआती आईपीएल मैचों में सभी को प्रभावित करने के बाद आपको कैसा लग रहा हैं?
जॉनी बेयरस्टो के आने से टीम में अच्छी प्रतिस्पर्धा है। हमारे पास छह अच्छे विदेशी खिलाड़ी हैं और टीम में केवल चार खेल सकते हैं। मैं पिछले दो मैचों में अच्छी लय में रहा हूं जो संभवतः मेरे लिए काम करेगा। मैं हमेशा कौशल में विश्वास करता हूं। मुझे लगता है कि टीम को फ़ॉर्म में चल रहे खिलाड़ियों का इस्तेमाल करना चाहिए।
फ़िटनेस के साथ आपका एक अजीब रिश्ता रहा हैं। श्रीलंकाई टीम ने आपको ख़राब फ़िटनेस के कारण ड्रॉप भी किया है। क्या आप इस विषय पर रोशनी डाल सकते हैं?
यह कठिन रहा है। मुझे राष्ट्रीय टीम में प्रवेश करने में एक दशक लग गया। मैंने घर पर कई प्रथम श्रेणी मैच खेलें और मुश्किलों को पार किया। लेकिन वह मेरे लिए सही समय था। ऐसे कई मौक़ें थे जहां मैं सब कुछ छोड़ना चाहता था लेकिन मेरी पत्नी, मेरे माता-पिता और मेरे भाई ने मुझे प्रोत्साहन दिया।
फ़िटनेस का सफ़र चुतौनीपूर्ण रहा है। बात मैदान पर मेरी फ़िटनेस की नहीं है, मेरे स्किनफ़ोल्ड (त्वचा की तह) की है। मैं बचपन से ही गोल-मटोल रहा हूं और मुझे मिठाइयां पसंद थी। इसके बाद मुझे एक निजी ट्रेनर मिला और श्रीलंका का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिला।