नेट गेंदबाज़ से IPL तक: LSG की नई भर्ती नमन तिवारी की कहानी
20 साल के बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ तमाम कठिनाइयों से उबरकर इस स्तर तक पहुंचे हैं
दया सागर
26-Dec-2025 • 4 hrs ago
Naman Tiwari ने लगातार किया है बेहतरीन प्रदर्शन • UPCA
नमन तिवारी ने जब क्रिकेट खेलना शुरू किया था, तब वह बल्लेबाज़ हुआ करते थे। लेकिन जिस एकेडमी में वह क्रिकेट सीखने जाते थे, वहां उनकी बल्लेबाज़ी की बारी बहुत कम आती थी। वहीं बगल के नेट्स में जब तेज़ गेंदबाज़ डंडे उड़ाते थे, तो उन्हें यह दृश्य बहुत रोमांचित करता था। इसके बाद नमन ने तेज़ गेंदबाज़ी को अपनाने की ठानी और मन में यह भी संकल्प लिया कि वह एक दिन दुनिया के सबसे तेज़ गेंदबाज़ बनेंगे।
आज 20 साल के बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ नमन 145 किमी/घंटा की गति को क्लिक करते हैं और उन्हें विश्वास है कि यह गति उनकी उम्र बढ़ने के साथ-साथ बढ़ती जाएगी। वह पिछले साल के अंडर-19 विश्व कप की उपविजेता भारतीय टीम के सबसे सफल तेज़ गेंदबाज़ थे। वहीं इस साल UP T20 लीग में बेहतरीन प्रदर्शन करने के बाद उन्हें हालिया IPL 2026 की नीलामी में उन्हें उनकी होम टीम लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) ने एक करोड़ रूपये में ख़रीदा है।
यह वही टीम है, जहां पिछले दो साल से नमन नेट गेंदबाज़ थे और जहां उन्होंने दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ों में से एक और LSG के पूर्व मेंटॉर ज़हीर ख़ान से तेज़ गेंदबाज़ी के गुर सीखे थे।
ESPNcricinfo से बातचीत में नमन IPL के दिनों को याद कर रोमांचित हो उठते हैं। वह बताते हैं, "इस साल पहले ही दिन नेट्स में जस्टिन लैंगर सर ने मुझे ज़ैक सर (ज़हीर ख़ान) से मिलवाया। ज़ैक सर ने मुझे समय दिया और गंभीरता से मेरी गेंदबाज़ी देखी। मुझे सफ़ेद गेंद को अंदर लाने में समस्या होती थी और इस देश में उनसे बेहतर बाएं हाथ का इनस्विंग गेंदबाज़ कोई नहीं है। तो उन्होंने मुझे सिखाया कि इनस्विंग गेंदबाज़ी कैसे बेहतर की जा सकती है।
"उन्होंने मेरे एक्शन और रन अप की तारीफ़ की और कहा कि समय के साथ इसमें परिपक्वता आती जाएगी, जिससे मेरी विकेट लेने की क्षमता भी बढ़ती रहेगी। मेरे पापा, ज़हीर सर को बहुत पसंद करते थे और मेरे लिए उनसे गेंदबाज़ी सीखना एक सपने जैसा था। मैंने उनसे जो-जो चीज़ें अभी सीखीं हैं, उसके नोट्स अभी भी मेरे पास हैं और मैं उसे अब अपनी गेंदबाज़ी में लागू करने की कोशिश करता हूं।"
Naman Tiwari ने UPT20 लीग में भी किया प्रभावित•UPT20 League
लखनऊ के एक निम्न मध्यम वर्गीय परिवार से आने वाले नमन ने नौ साल की उम्र से ही क्रिकेट एकेडमी जाना शुरू कर दिया था। लेकिन उन्होंने क्रिकेट को तब गंभीरता से लेना शुरू किया, जब उनके पिता को हार्ट अटैक आया और उन्हें अपनी ठेकेदारी का काम छोड़कर LIC बीमा एजेंट का काम शुरू करना पड़ा। उस समय नमन 12 साल के थे। इस दौरान कुछ ऐसे भी मौक़े आए, जब घर की आर्थिक तंगी के कारण नमन के क्रिकेट छोड़ने की भी नौबत आती रही।
उन दिनों को याद कर नमन कहते हैं, "मेरे पापा गोरखपुर के पास देवरिया जिले से पलायन कर लखनऊ आए थे और हम गोमती नगर में एक किराये के घर में रहते थे। जब पापा को हार्ट अटैक आया, तो कई सालों तक घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं रही। वह घर में इकलौते कमाने वाले थे और जब घर की मुखिया की हालत ऐसी हो, तो घर का भी माहौल ख़राब रहता है। उन्हें अपना कॉन्ट्रैक्टर का काम तक छोड़ना पड़ा और वह बीमा एजेंट बन गए। घर में मुझसे बड़ी तीन बहने हैं, तो मेरे पास अपने आपको क्रिकेट में साबित करने का अधिक समय नहीं था। मैं एकेडमी जाता तो था, लेकिन अपनी क्रिकेट को लेकर उतना गंभीर नहीं था।
"लेकिन घर के माहौल के कारण मुझे गंभीर होना पड़ा। मेरे पापा ने मुझे दो साल का समय दिया था और उस दो साल के ही भीतर ही 13 साल की उम्र में मैं UP (उत्तर प्रदेश) की अंडर-16 टीम में आ गया। वहां मैंने अच्छी गेंदबाज़ी की और तीन मैचों में 13 विकेट लिए। इसके बाद मेरे घर वालों को भी थोड़ा विश्वास हुआ कि मैं क्रिकेट में आगे जा सकता हूं और इसे ही करियर बना सकता हूं। इसके पहले मेरे ऊपर पढ़ाई का भी दबाव रहता था। इसके बाद मैंने UP के लिए अंडर-14, अंडर-16 और अंडर-19 क्रिकेट खेला और अब मैं राज्य की सीनियर टीम के साथ हूं।"
नमन की ज़िंदगी में एक अहम मोड़ तब आया, जब 2021 में राजस्थान रॉयल्स (RR) और रेडबुल की तरफ़ से लखनऊ में 'स्पीडस्टार' नाम की एक प्रतियोगिता हुई। यह वही प्रतियोगिता है, जिसके जरिये अशोक शर्मा जैसे तेज़ गेंदबाज़ सीनियर स्तर पर बिना अधिक प्रतियोगी क्रिकेट खेले RR और कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) जैसी IPL टीमों में जगह बना पाए। 16 वर्षीय नमन ने इस प्रतियोगिता में 135 किमी/घंटे की रफ़्तार से गेंद फेंकी और लखनऊ के विजेता साबित हुए। इसके बाद 2022 में RR ने नेट बॉलर के रूप में उन्हें अपनी टीम में बुला लिया।
नमन बताते हैं, "वह कोविड का साल था और पूरा टूर्नामेंट मुंबई में हो रहा था। जब मैं पहले दिन नेट्स में गया, तो मैं चकाचौंध ही रह गया। जिन खिलाड़ियों को मैं टीवी पर देखता था, उन्हें अब मैं सामने से खेलते देख रहा था। मैं बाएं हाथ का गेंदबाज़ हूं तो मैं ट्रेंट बोल्ट को फ़ॉलो करता हूं, लेकिन उनसे बात करने से मैं थोड़ा झिझक रहा था। हालांकि नेट्स पर उन्होंने मेरी गेंदबाज़ी देखी और वह मेरे पास ख़ुद आए। इसके अलावा मैंने वहां लसित मलिंगा सर से यॉर्कर गेंदों के बारे में कुछ बारीकियां सीखीं।"
नमन 2022 और 2023 IPL के दौरान RR के साथ नेट गेंदबाज़ के रूप में जुड़े रहें और वहां जॉस बटलर, संजू सैमसन और शिमरॉन हेटमायर जैसे बल्लेबाज़ों को गेंदबाज़ी की। इस दौरान उन्होंने अंडर-19 एज़ ग्रुप के वीनू मांकड़ ट्रॉफ़ी में जबरदस्त प्रदर्शन किया और 2024 के अंडर-19 विश्व कप में भारतीय टीम के प्रमुख तेज़ गेंदबाज़ बने।
नमन ने साउथ अफ़्रीका में हुए इस विश्व कप के दौरान छह मैचों में 19.83 की औसत और 23.00 के स्ट्राइक रेट से 12 विकेट लिए और और भारत को फ़ाइनल में पहुंचाने में प्रमुख भूमिका निभाई।
Naman Tiwari ने अंडर-19 विश्व कप में अपनी गति से सबको चौंकाया था•ICC via Getty Images
वैसे तो नमन बाएं हाथ के स्वाभाविक आउट स्विंग गेंदबाज़ हैं और नई गेंद से उनकी गेंदें ख़ासकर दाएं हाथ के बल्लेबाज़ों के लिए बाहर निकलती हैं। अंडर-19 विश्व कप के दौरान नमन के अधिकतर विकेट बाहर निकलती गेंदों पर आए थे। लेकिन T20 क्रिकेट के मुताबिक उन्होंने अपनी गेंदबाज़ी में कुछ वैरिएशन भी लाई है और उनकी तरकश में यॉर्कर, स्लोअर और बाउंसर गेंदें भी शामिल हुई हैं।
इसका मुज़ाहिरा इस साल के UP लीग के दौरान देखने को मिला, जब उन्होंने ना सिर्फ़ नई गेंदों से विकेट लिए, बल्कि डेथ में आकर बल्लेबाज़ों को अपनी यॉर्कर गेंदों से परेशान किया। नमन ने UP लीग 2025 के दौरान 10 मैचों में 16.26 की बेहतरीन औसत और 11.00 के स्ट्राइक रेट से 19 विकेट लिए। वह इस दौरान दाएं हाथ के बल्लेबाज़ों के लिए राउंड द विकेट से आते रहे और थोड़ा वाइड एंगल क्रिएट करके एकदम जड़ में टो क्रशिंग यॉर्कर फेंकते थे।
इस यॉर्कर गेंद का श्रेय नमन ने मलिंगा और जसप्रीत बुमराह को दिया। बुमराह से वह अंडर-19 के दिनों में NCA में मिले थे, जब बुमराह अपनी चोट के रिहैब के लिए NCA में लगभग एक सप्ताह थे। इस पूरे सप्ताह का नमन ने पूरा उपयोग किया था और उनसे ना सिर्फ़ यॉर्कर बल्कि माइंडसेट और ऊंचे स्तर पर खेलने के बारे में कई बातें पूछी थीं।
मिचेल स्टार्क को अपना आदर्श मानने वाले नमन इसके अलावा अपनी इनस्विंग गेंदबाज़ी पर काफ़ी काम कर रहे हैं, ताकि वह लाल गेंद की क्रिकेट और वनडे मैचों में उसका उपयोग कर सके। नमन के मुताबिक सबसे घातक गेंद इनस्विंग ही होती है और वह ज़हीर के बताए गए टिप्स के द्वारा उस पर और भी काम कर रहे हैं।
नमन को पता है कि भारत में तेज़ गेंदबाज़ों के लिए चोटें उनकी सबसे बड़ी चुनौती होती है। वह इसका अनुभव ख़ुद भी कर चुके हैं। पिछले साल अंडर-19 विश्व कप के बाद उन्हें LSG से पहले KKR के कैंप का भी कॉल आया था और वह वहां IPL सीज़न से पहले एक सप्ताह बिताकर आए थे और उनके अभ्यास मैचों का हिस्सा थे।
इसके बाद वह LSG में बतौर नेट गेंदबाज़ जुड़े, लेकिन उन्होंने उनके सभी अभ्यास मैचों और मैच सिमुलेशन में भी हिस्सा लिया। वह नेट्स में भी अपना पूरा ज़ोर देते थे और वहां भी अपने दिमाग़ में मैच परिस्थितियों को ध्यान में रहकर गेंदबाज़ी करते थे।
IPL के तुरंत बाद UP लीग 2024 शुरू हुआ तो नमन वहां छह मैचों में चार ही विकेट ले पाए और चोट के कारण बीच टूर्नामेंट से बाहर हो गए। बाद में यह दाएं साइड में ऑब्लिक टियर निकला, जिसके कारण वह पिछले घरेलू सीज़न में अंडर-23 का सिर्फ़ एक ही मैच खेल पाए।
नमन बताते हैं, "विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद मुझे अलग-अलग IPL टीमों से ट्रायल के कॉल आने लगे थे और मैं लगभग सभी में जाने लगा था। उस समय मुझे वर्कलोड मैनेजमेंट का उतना अंदाज़ा नहीं था। मेरा प्रदर्शन भी अच्छा गया था, तो मैं भी फ्लो के साथ जाता रहा और अपने वर्कलोड मैनेजमेंट पर ध्यान नहीं दिया। इस वजह से मुझे साइड इंज़री हो गई थी, जिसके कारण मैं पिछले साल पूरे घरेलू सीज़न में नहीं खेल पाया। लेकिन अब मुझे इस बात का एहसास है कि मुझे अपने शरीर को कैसे संभालना है।"
फ़िलहाल दो सालों से LSG का नेट गेंदबाज़ बनने के बाद नमन अब उनकी मुख्य टीम में आने के लिए उत्साहित हैं। हालांकि उनका लक्ष्य अभी भी वही है- दुनिया का सबसे तेज़ गेंदबाज़ बनना और भारत को विश्व कप जिताना।
वह कहते हैं, "IPL बस एक जरिया हो सकता है, लेकिन मेरा अल्टीमेट गोल इंडिया की जर्सी पहनना और दुनिया का सबसे तेज़ गेंदबाज़ बनना है। जबकि मेरे पापा का सपना है कि मैं भारत को विश्व कप जिताऊं और फ़ाइनल में प्लेयर ऑफ़ द मैच बनूं। तो मैं जब भी क्रिकेट के मैदान में उतरता हूं, मेरे दिमाग़ में बस यही दोनों सपने चलते हैं, बाक़ी मैं ज़्यादा कुछ नहीं सोचता।"
नमन मुस्कुराकर अपनी बात समाप्त करते हैं।
दया सागर ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं।dayasagar95
